Skip to main content

रब को पाना भक्ति है, परमात्मा को पूर्ण सद्गुरु की कृपा से जानकर इकमिक हो जाना, संत निरंकारी सत्संग भवन माधवनगर में बालाघाट से पधारे महात्मा जय चापूकर जी ने विचार व्यक्त किए

कटनी ( मुरली पृथ्यानी ) ये भक्ति का सुनहरा अवसर हमारे जीवन में सतत, निरंतर, और बरसों बरस से चला आ रहा है और यह शब्द बार-बार क्यों कहा जाता है ? आज हम थोड़ी चिंतन करेंगे कि भक्ति लोकों अभी ना समझे, कि यह संसार के लिए बात हो रही है कि भक्ति लोकों अभी ना समझे, रब को पाना भक्ति है। हुजूर फरमाते हैं कि यह हमारे लिए शब्द है, कि रब को पाना भक्ति है। यहां जानना नहीं लिखा गया यहां पाने की बात हो रही है और पाना और जानना, दोनों में बड़ा अंतर है। पानी के बारे में पढ़ लेना, पानी को प्राप्त कर लेना, पानी के बारे में जान लेना, और पानी को प्राप्त करके अपनी प्यास बुझा लेना, यह सारी अवस्थाएं अलग हैं। परमात्मा के बारे में शास्त्रों में पढ़ लेना, परमात्मा को पूर्ण सद्गुरु की कृपा से जान लेना, और जानकर इसको प्राप्त करके इकमिक हो जाना, ये सारी अवस्थाएं अलग हैं। अब हमने चिंतन करना है कि हमारी कौन सी अवस्था है। उक्त विचार संत निरंकारी सत्संग भवन माधवनगर में बालाघाट से पधारे महात्मा जय चापूकर जी ने अवतारवाणी के शब्द पर उपस्थित साध संगत के समक्ष व्यक्त किए।


साधसंगत, हम यहां कोई दौलतों की प्राप्ति के लिए नहीं आए, कोई ताकत की प्राप्ति के लिए नहीं आए, किसी प्रकार की पद-पदवियों को प्राप्त करने नहीं आए हैं। हमारे जीवन का जो मकसद था, सद्गुरु माताजी के चरणों में आने का, वह एक मात्र मकसद मुक्ति, मोक्ष कि मुक्ति का हकदार वही है, ज्ञान को जो जी लेता है। अगर लेने की बात होती, तो हुजूर तो लिख देते कि ज्ञान को जो जन लेता है, उसकी मुक्ति का सर्टिफिकेट पक्का है। हमने चेतन होना है, हमने समझना है कि हमारे जीवन का मकसद क्या है ? हमारे जीवन का एकमात्र मकसद जो है, केवल और केवल ये परमात्मा की प्राप्ति है और जब तक  परमात्मा को हमने प्राप्त नहीं किया, तब तक हमारे आने का कारण सार्थक नहीं हो पाएगा। क्योंकि जीवन का मकसद केवल-केवल-केवल ये परमात्मा की प्राप्ति है और जब तक परमात्मा को मैं प्राप्त न कर लूं, तब तक की यात्रा में ठहराव नहीं है। 

साधसंगत, महाराष्ट्र के एक संत हीराजी, इस बात को वो अपनी वाणी में कहते हैं कि आने का पाठ कौन, जाने का घाट कौन, ब्रह्म कौन, ब्रह्म का कपाट कौन ? जीव कौन ? जीव का स्वरूप कौन ? देह लेकर जाता कौन ? सपने में भागता कौन ? और कौन में कौन जाकर समाया है ? इतना नहीं जाना तो क्यों नर तन पाया है ? हमें चिंतन करना पड़ेगा कि ये मनुष्य का शरीर जिसको बार-बार ग्रंथों में हम पढ़ते हैं कि 83,99,999 योनियों के बाद बड़े भागों से मनुष्य का शरीर मिला है और इसको ही हम बार-बार पढ़ते हैं। गोस्वामी जी की इस बात को हम बार-बार पढ़ते हैं क्योंकि अच्छी लगती है। क्यों अच्छी लगती है ? क्योंकि सारी योनियों का राजा हमको बोला जाता है कि 84 लाख योनियों का तेरे को मैंने राजा बनाया है। इसलिए बार-बार हम इसको पढ़ते हैं कि बड़े भाग मानुष तन पावा सुर दुर्लभ सब ग्रंथ गावा। देवी-देवताओं के लिए भी दुर्लभ है। ऐसा आपको ये मनुष्य का शरीर मिला है। गोस्वामी जी इधर भी फरमाते हैं कि छिपी जल पावक गगन समीरा पंच रचित अति अति अति अधम शरीरा। इस शब्द को जब आप समझेंगे तो यहां अधम मतलब बड़ा खराब शरीर मिला, एक जगह कहा जा रहा है कि बड़े भागों वाला। ये दोनों की बात क्या है ? दोनों में बात यही है कि जब ये मानव का चोला आपको प्राप्त हुआ तो इसके मिलने का एकमात्र जो कारण था वो केवल और केवल ये परमात्मा की प्राप्ति और जब तक ये परमात्मा मेरे जीवन में नहीं आएगा, जब तक ये परमात्मा का आगमन नहीं होगा, तब तक ये चक्कर मेरे लिए तैयार है। और जब तक ये चक्कर तैयार है तो बड़ी पीड़ा दायक ये चक्कर होते हैं। 

साधसंगत, आत्मा जब ये साकार रूप के दर्शन कर लेती है तो ये अश्रु धारा बहने लग जाती है कि अब इस यात्रा को ठहराव चाहिए, क्योंकि अब ये यात्रा की पीड़ा अब सहन नहीं होती। जब तक सद्गुरु के चरणों में आप मरेंगे नहीं, जब तक इनके चरणों में आकर अपनी 'मैं' को नहीं मारेंगे, तब तक बात बनने वाली नहीं है। क्योंकि इनके चरणों में आके मरना ही होता है। हम भवन के बाहर कोई दौलत वाले रहे होंगे, कोई शोहरत वाले रहे होंगे, कोई ब्राह्मण होंगे, कोई क्षत्रिय होंगे, कोई वैश्य होंगे, कोई हरिजन होंगे, कोई डॉक्टर होंगे, कोई मास्टर होंगे, कोई कलेक्टर होंगे, कोई बैरिस्टर होंगे, सारे भवन के बाहर थे हम। लेकिन अब आपके चरणों में हम हैं। हम आते हैं चरणों में नमस्कार करके बैठते हैं तो हमारा यही भाव होता है कि बाहर में पता नहीं क्या-क्या था, लेकिन अब आपके चरणों में आ गया हूं, तो अब मैं आपका हूं। बाहर तो मैं सब कुछ हूं, लेकिन अब आपके चरणों में हूं, अब आप मुझे संभालो। तो इस भावना से जब भगत सतगुरु के चरणों में जुड़ता है, अपने अस्तित्व को मिटाता है। किसान भाई दाना फेंकते हैं, अगर ऊपर है तो कहीं चिड़ियों का घास बनेगा या वो दाना खराब हो जाएगा। लेकिन दाना जिस दिन अपनी हस्ती को मिटाता है, अपने आपको मिट्टी में दबाता है, तो आप जानते हैं कि दाना खाक में मिलकर ही गुल-ए-गुलज़ार होता है। कबीरदास जी कहते हैं कि तोही मोही मोही तोही अंतर कैसा ? राम कबीरा एक भए।  

साधसंगत, ज्ञान का अभिमान तो बहुत बड़ा होता है कि मैं चार वेद कंठस्थ जानता हूं, चार वेद, छह शास्त्र, 18 पुराण, 108 उपनिषद, 51 स्मृतियां और ऐसे अनेकों-अनेकों प्रकार के ग्रंथों को बढ़िया मजबूती से पढ़ लिया। इस बात को महात्माओं ने कहा, इसको कहा जाता है ज्ञान का अभिमान। कि ज्ञान का अभिमान ओलों की तरह बह गया। कि जब ओले गिरते हैं, कभी पकड़ने का प्रयास करो तो पानी बन जाते हैं कि ज्ञान का अभिमान ओलों की तरह बह गया। एक व्यक्ति कुछ बात पते की कह गया, हो गई है शाम इस बाग में तुझे पथिक, तू खा न पाया फल, तू पेड़ गिनता रह गया। तू खा न पाया फल, तू पेड़ गिनता रह गया। मैं आया था गुरु के चरणों में, सतगुरु माता जी के चरणों में केवल-केवल अपने आप को मिटाने के लिए। केवल और केवल यह परमात्मा को प्राप्त करने के लिए, लेकिन सब कुछ मैंने प्राप्त किया, लेकिन परमात्मा को छोड़ दिया और आया मैं इसीलिए ही था, सब चिंतन करके जाना, सब सोच विचार करके जाना और विचार चिंतन बहुत जरूर करना। क्योंकि अगर यह परमात्मा प्राप्त नहीं हुआ है तो यह 84 का चक्कर तैयार है और बड़ा पीड़ादायक। 

साधसंगत, भक्ति में सद्गुरु माताजी प्रेम सिखा रहे हैं। तो पहली भक्ति वात्सल्य भक्ति, जो मां यशोदा और भगवान कृष्ण के बीच में, भगवान श्री राम और मां कौशल्या के बीच में, यह मां और पुत्र का प्रेम जिसको वात्सल्य भक्ति कहा जाता है। इसके आगे सखा भक्ति, जो अर्जुन और भगवान कृष्ण के बीच में। जहां अर्जुन भगवान को कहते हैं कि प्रभु ऐसा कर लेते हैं, प्रभु यह कर लेते हैं, तो अर्जुन के पास यह सखा भक्ति है। इसके आगे दास भक्ति और जैसे ही दास भक्ति का जिक्र होता है, तो भगवान हनुमान जी का चित्र नजरों में आता है। हनुमान, भगवान हनुमान जी की वह जो भक्ति इतिहास में हमें पढ़ाई गई, सुनाई गई, वह याद आती है कि क्या इनकी भक्ति थी, क्या इनकी दास भक्ति थी कि जहां उनके साथी कहते है, "हनुमान जी, आप बड़े शक्तिशाली हो, आपको बोला गया कि मां जानकी का पता लगाओ। आपने एक छलांग में यह सागर पार किया, कोई सागर पार कर नहीं पा रहा था, आप बड़े शक्तिशाली हो। आपको कहा गया कि जाके संजीवनी बूटी लेकर आओ, आपने सारा पहाड़ ला दिया। बड़े शक्तिशाली हो आप।" हनुमान जी के हाथ जुड़ गए। हनुमान जी कहते हैं, "यह सारा किया मेरे राम का है। मेरा कुछ नहीं है।" चिंतन करना, कहीं हम थोड़ा सा कुछ कर लेते हैं तो, "मैंने किया, मैं ही कर सकता हूं, मेरे कारण ही हुआ है।" लेकिन हनुमान जी सब कुछ करने के बाद भी कहते हैं कि "सारा किया मेरे राम का है जी, मेरा कुछ नहीं है। मेरा नाम मत लो।" प्रेम भक्ति के कारण राधे कृष्ण के मंदिर एक हैं, ये प्रेमा भक्ति, ये प्रेमा भक्ति का फल है। आज सतगुरु माताजी हमें प्रेम सिखा रही हैं, प्यार सिखा रही हैं, मिलवर्तन सिखा रही हैं। सत्संग कार्यक्रम में गीत विचारों के माध्यम से भी वक्ताओं ने भाव प्रकट किए।



Comments

Popular posts from this blog

आदतन अपराधी करन बिहारी को माधवनगर पुलिस ने देशी कट्टा, जिंदा कारतूस सहित किया गिरफ्तार

कटनी ( प्रबल सृष्टि ) थाना माधवनगर पुलिस ने अपराधियों पर अंकुश लगाने और शांतिपूर्ण माहौल सुनिश्चित करने के लिए बड़ी कार्रवाई करते हुए आदतन अपराधी करन बिहारो को अवैध रूप से 12 बोर के कट्टे व जिंदा कारतूस सहित गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक श्री अभिजीत कुमार रंजन के निर्देशन, डॉ संतोष डेहरिया अति. पुलिस अधीक्षक, श्रीमती ख्याती मिश्रा नगर पुलिस अधीक्षक कटनी के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी माधवनगर उनि रूपेन्द्र राजपूत के नेतृत्व में हासिल हुई। देशी कट्टा व जिंदा कारतूस सहित आरोपी गिरफ्तारी   25 मार्च 2025 के दिन में थाना माधवनगर की पुलिस टीम भ्रमण पर थी तभी मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि करण सिंह उर्फ बिहारी पिता स्व. रुपनारायण सिंह राजपूत उम्र 33 वर्ष नि. मानसरोवर कालोनी माधवनगर कटनी का कट्टा और जिंदा कारतूस लेकर घटना करने की नियत से घूम रहा है। जिस पर माधवनगर पुलिस टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए घेराबंदी कर झिंझरी से करण बिहारी को 12 बोर के कट्टे व जिंदा कारतूस सहित गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी के विरूद्ध अप0 क्रं0 287/25 धारा- 25 , 27 आर्म्स एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्...

थाना माधवनगर पुलिस की आईपीएल सट्टेबाजो पर कार्यवाही, 2 आरोपी गिरफ्तार

कटनी ( प्रबल सृष्टि ) माधवनगर पुलिस ने अलग-अलग कार्यवाही करते हुए 02 आरोपियो को आईपीएल सट्टा खिलाते हुए गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। आरोपियों के पास से 02 टच मोबाईल, दो की पेड मोबाइल, एक केलकुलेटर, एक रजिस्टर, डाट पेन तथा 1100 रुपये कुल कीमती 35000 रूपये की बरामदगी की गई है। यह सफलता अभिजीत कुमार रंजन पुलिस अधीक्षक के कुशल निर्देशन, डॉ. संतोष डेहरिया अति. पुलिस अधीक्षक कटनी एवं ख्याति मिश्रा नगर पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी निरीक्षक अभिषेक चौबे के नेतृत्व में माधवनगर पुलिस को प्राप्त हुई है।  पहली गिरफ्तारी- जब सम्पूर्ण देश में आईपीएल क्रिकेट मैच देखने के मनोरंज में व्यस्थ है तब सटौरिये अवैध लाभ अर्जित करने की नियत से आईपीएल पर सट्टा का खेल खिला रहे है और आईपीएल मैच की सरगर्मी के बीच माधवनगर पुलिस ने रेड कार्यवाही करते हुए उत्कृष्ट स्कूल के सामने वाले मैदान के अंदर माधवनगर से आरोपी हितेश जगवानी पिता स्व. मनोहर लाल जगवानी उम्र 37 साल निवासी एल.आई.जी. 32 हाउसिंग बोर्ड कालोनी थाना माधवनगर को मोबाईल पर आनलाईन आईपीएल सट्टा खिलाते पाये जाने पर मोबाईल कीमती 23000 ...

विजयराघवगढ़ विधायक व पूर्व मंत्री संजय पाठक का मांगा इस्तीफा, भाजपा सरकार बनाए जांच कमेटी, सहारा जमीन बिक्री पर बिफरी युवा कांग्रेस, उग्र प्रदर्शन के दौरान वाटर चार्ज एवं गिरफ्तारी

कटनी ( प्रबल सृष्टि ) हाल ही में भोपाल में कई बिल्डर्स के ठिकानों पर हुई आयकर टीम की छापेमारी से प्राप्त जानकारी के बाद युवा कांग्रेस अध्यक्ष दिव्यांशु मिश्रा अंशु के नेतृत्व में युवा कांग्रेस ने सहारा निवेशकों एवं बड़ी संख्या में कांग्रेस जनों के साथ कचहरी चौक कटनी में हाँथों में तख्ती एवं काले गुब्बारे लेकर जमकर नारेबाजी करते हुए उग्र प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी जैसे ही ज्ञापन देने एसडीएम दफ्तर की और बढ़े पुलिस ने वाटर चार्ज कर युवा कांग्रेस नेताओं को गिरफ्तार कर लिया। जानकारी देते हुए अंशु मिश्रा ने बताया कि भाजपा के कटनी विजयराघवगढ़ विधायक व पूर्व मंत्री संजय पाठक द्वारा अपने पद का दुरुपयोग एवं सहारा अधिकारियों की मिलीभगत से बिना ऑक्शन कराए सहारा इंडिया के हजारों करोड़ की जमीनों को औने पौने दाम पर अपने परिजनों के नाम पर खरीद डाली। उन्होंने भोपाल में 110 एकड़ ज़मीन, कटनी में 100 एकड़ ज़मीन एवं जबलपुर में 100 एकड़ ज़मीन बिना ऑक्शन प्रक्रिया कराए अपने परिजनों के नाम वर्ष 2022 में लगभग 90 करोड़ रुपये में ख़रीद डाली, इन जमीनों की वास्तविक क़ीमत लगभग 1000 करोड़ रुपये है, यह पैसा उन आम नि...

माधवनगर क्षेत्र में सीवर लाईन बिछाने के बाद ऊपर दिखाने भर के लिए सड़क बना दी, पलट गया ट्रक, गंभीर हादसों को मिल रहा न्यौता

कटनी ( प्रबल सृष्टि ) माधवनगर क्षेत्र में सीवर लाईन बिछाने के बाद ऊपर दिखाने भर के लिए जो सड़क बना दी गई है उसमें बड़े ट्रक  उलट पलट जा रहे हैं जो गवाही दे रहें हैं कि सीवर लाईन बिछाने के बाद सिर्फ मिट्टी आदि भर कर ऊपर से समतल दिखाने का प्रयास किया गया है। आज सुबह माधवनगर क्षेत्र में माधवनगर स्टेशन रोड पर खैबर लाईन के पास ऐसे ही भरी गई सीवर लाईन के कारण एक ट्रक पलट गया जिससे पास चल रहे राहगीर तो बच गए लेकिन बड़ा हादसा भी हो सकता था । इसे लेकर नागरिक कहते हैं कि पूरे क्षेत्र में यही हाल है अब बरसात में पता चल रहा है कि सीवर लाईन के ऊपर सिर्फ मिट्टी भर दी गई है। अगर इनके ऊपर ठोस कार्य नही किया गया तो गंभीर हादसे हो सकते हैं। पिछले दिनों सीवर लाईन के गड्ढे में एक व्यक्ति की मृत्यु तक हो चुकी है कई ट्रक पलट चुके हैं फिर भी इसमें सुधार तो दिख ही नही रहा जिम्मेदारी के साथ इसे देखना चाहिए।

करनी बोल और सोच जब एक हो जाते हैं तब जीवन पूरण हो जाता है, जीवन बदलने के लिए किरदार बदलना होगा, किरदार बदलने के लिए करम बदलना होगा आदतें बदलनी होगी, अपने बोलों को अपनी सोच को बदलना होगा, संत निरंकारी सत्संग भवन माधवनगर में जबलपुर से पधारीं बहन कनक नागपाल जी ने विचार व्यक्त किए

कटनी ( मुरली पृथ्यानी ) जब एक-एक संत से नजर मिल रही थी तो मानों निरंकार के ही दर्शन हो रहे थे। मन में भाव आ रहा था कि करनी बोल और सोच जब एक हो जाते हैं तब जीवन पूरण हो जाता है तो उसी रूप में आप एक-एक संत जो बैठे हो एक-एक संत का जीवन पूरण है एक-एक गुरसिख पूरण है आप सबके भाव पूरण है। ये ज्ञान हमने ले लिया, ज्ञान का दीदार तो कर लिया इस निरंकार का दर्शन तो हमने कर लिया लेकिन क्या वो सिर्फ एक जानकारी रह गई ? क्या उस ज्ञान का उपयोग हम कर पा रहे हैं ? जिस तरह वो शब्द भी लिखे गए हैं कि भीखा भूखा को नहीं सबकी गठरी लाल गांठ खोल देखत नहीं इतवित भयो कंगाल कि इसने किसी की भी गठरी खाली नहीं छोड़ी है किसी को कंगाल नहीं रखा है सबकी गठरी में  ये ब्रह्म का ज्ञान  है अब देर सिर्फ वो गांठ खोल के उसको देखने की है, उसको  इस्तेमाल  करने की है, सतगुरु बाबा जी भी अक्सर ये बात फरमाते थे कि एक भिखारी है उसके हाथ सोने का कटोरा लग गया और उसने बहुत संभाल के अपनी झोपड़ी में रख दिया तो तमाम उम्र वो इंसान भिखारी ही रह जाता है, जब उसका अंत समय आता है उसकी झोली खाली रहती हैं, जब देखते हैं कि इसके...

आईपीएल सटोरियों पर नकेल कसने माधवनगर पुलिस ने चलाया चेकिंग अभियान

कटनी ( प्रबल सृष्टि ) माधवनगर पुलिस आईपीएल सट्टे पर नकेल कसने के लिए लगातार अभियान चला रही है इसी के तहत थाना प्रभारी माधवनगर निरीक्षक अभिषेक चौबे ने अपने पुलिस बल के साथ 8 पूर्व से दर्ज सट्टे के आरोपियों एवं संदिग्धों को चेक किया, यह चेकिंग उस समय की गई जिस समय आईपीएल का मैच जारी था। माधव नगर पुलिस का कहना है कि लगातार संदेही सटोरियों के ठिकानों पर उनको तलाश किया जा रहा है और साक्ष्य मिलते ही उनके खिलाफ में वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। यह कार्यवाही अभिजीत कुमार रंजन पुलिस अधीक्षक कटनी के कुशल निर्देशन, डॉ. संतोष डेहरिया अति. पुलिस अधीक्षक कटनी एवं ख्याति मिश्रा नगर पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी निरीक्षक अभिषेक चौबे के नेतृत्व में माधवनगर पुलिस के द्वारा की गई । पुलिस ने चेकिंग दौरान विनय विरवानी, नीरज उर्फ नीरू, अजय नागवानी, कैलाश उर्फ कैलू अजय पंजवानी राहुल चावला उर्फ बंटा, पिंका चावला को चेक किया गया। थाना प्रभारी अभिषेक चौबे ने जानकारी देते हुए बताया कि थाने के रिकॉर्ड का अवलोकन किया गया और पुराने सटोरियों पर नकेल कसने के लिए उनकी चेकिंग की गई। यह कार्रवाई आगे भी जारी...

बजरंग राइस मिल के शासकीय कस्टम मिलिंग चावल की फर्जी रिपोर्ट बनाने वाले नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारियों पर न्यायालय ने एफआईआर करने के दिए निर्देश

कटनी ( प्रबल सृष्टि ) बजरंग राइस मिल के शासकीय कस्टम मिलिंग चावल की फर्जी रिपोर्ट बनाने वाले नागरिक आपूर्ति निगम के तत्कालीन जिला प्रबंधक संजय सिंह, नागरिक आपूर्ति निगम मुख्यालय भोपाल के गुणवत्ता नियंत्रक आर.आर.शर्मा, एल.एन.गुप्ता एवं अन्य के विरुद्ध न्यायालय ने एफआईआर दर्ज करने के आदेश जारी किये हैं। प्राप्त जानकारी अनुसार मामला इस प्रकार है कि बजरंग राइस मिल के प्रोपराइटर ईश्वर रोहरा द्वारा दिनांक 23 मई 2022 को नागरिक आपूर्ति निगम के तत्कालीन जिला प्रबंधक संजय सिंह को लोकायुक्त जबलपुर से 60,000/- की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़वाया था, तब संजय सिंह ने ईश्वर रोहरा से बदला लेने के लिए नागरिक आपूर्ति निगम के मुख्यालय भोपाल से अपने मातहत उच्च अधिकारियों को बोल कर गुणवत्ता निरीक्षक आर आर शर्मा एवं एल एन गुप्ता को 29 मई 2022 को कटनी बुलवा लिया और mpwlc के अधिकृत पायल,पीईजी आदि गोदामों में नागरिक आपूर्ति निगम के द्वारा ही स्वीकृत ईश्वर रोहरा की बजरंग राइस मिल के चावल को फेल करवा दिया और इस आधार पर बजरंग राइस मिल का शासकीय मिलिंग का कार्य बंद करवा दिया और इस फेल चावल को बदलने का नोटिस जारी कर ...

म.प्र. शासन बनाम महेश भोजवानी प्रकरण में आरोपों को न्यायालय ने किया दोषमुक्त, अधिवक्ता नानक देवानी ने की थी पैरवी

कटनी ( प्रबल सृष्टि ) दिनांक 23.10.2015 को पंजीबद्ध अपराध क्रमांक 1037/2015 अंतर्गत धारा 25(1-ख) आयुध अधिनियम में दर्ज प्रकरण में माननीय न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी, श्रीमती स्मृति पटेल, जिला कटनी द्वारा पारित निर्णय में अभियुक्त महेश भोजवानी पिता गोकुलदास भोजवानी, उम्र 37 वर्ष, निवासी माधवनगर, हॉस्पिटल के पास, थाना माधवनगर, जिला कटनी को संदेह का लाभ देते हुए दोषमुक्त किया गया है।इस प्रकरण में अभियुक्त की ओर से  अधिवक्ता नानक देवानी द्वारा प्रभावशाली एवं तर्कसंगत पैरवी प्रस्तुत की गई, जिसके फलस्वरूप न्यायालय ने अभियोजन द्वारा प्रस्तुत साक्ष्यों को अपर्याप्त एवं संदेहास्पद मानते हुए अभियुक्त को दोषमुक्त घोषित किया। प्रकरण में जप्त की गई संपत्ति — एक देशी कट्टा 315 बोर एवं दो पीतल के कारतूस — का निराकरण नियमानुसार जिला दंडाधिकारी, कटनी द्वारा किया जाएगा। न्यायालय के आदेश में यह है कि समस्त विवेचना के आधार पर अभियोजन यह युक्तियुक्त संदेह से परे प्रमाणित करने में असफल रहा है कि अभियुक्त द्वारा दिनांक 23. 10.2015 को 23.50 बजे कोतवाली थानांतर्गत वंशरूप वार्ड कटनी म.प्र. में लोकस्थ...

यही आशीर्वाद आ रहे हैं कि विस्तार असीम की ओर, गुरुसिख इस निरंकार को हृदय में बसाके रखता है, ज्ञान पर विश्वास मजबूत रखता है, संत निरंकारी सत्संग भवन माधवनगर में महात्मा विजय रोहरा जी ने विचार व्यक्त किए

कटनी ( मुरली पृथ्यानी )   सतगुरु की कृपा से सतगुरु के रहमों करम से यहां मिल बैठकर इस निरंकार पारब्रह्म परमेश्वर का यशोगान कर रहे हैं जो असीम हैं बार-बार यही आशीर्वाद आ रहे हैं कि विस्तार असीम की ओर। जो असीम है इसके साथ नाता जोड़ करके इन संतों के चरणों में बैठ करके इस परमात्मा का यशोगान कर रहे हैं। ये गुरु की कृपा है गुरु का रहम होता है गुरु का तरस होता है तो यह ब्रह्म ज्ञान जीवन में मिलता है यह ऐसे ही नही मिल जाता। ब्रह्म ज्ञान उसे कहते हैं जो ब्रह्म सारी दुनिया को चला रहा है सारी कायनात की पालना कर रहा है सत्य है शिव है सुन्दर है उसे ब्रह्म ज्ञान कहते हैं जो हर जगह है। यह तो मेरे साथ खड़ा है इसका बार बार शुकराना स्वांस स्वांस शुकराना कि सचे पातशाह ने इस पारब्रह्म परमेश्वर के साथ जोड़ दिया है। उक्त विचार संत निरंकारी सत्संग भवन माधवनगर में रविवार के सत्संग में हरदेव वाणी के शब्द पर महात्मा विजय रोहरा जी ने उपस्थित साध संगत के समक्ष व्यक्त किए। गुरुसिख गुरु की आंख से देखता है गुरुसिख समर्पण करता है यह जो ज्ञान मिला है उसके बड़े ऊंचे भाग्य होते हैं। बड़े ऊंचे भाग्य कैसे ? यह पूर्ण ...

कटनी की दिशा और दशा बदलने की ऐतिहासिक उपलब्धि को बताने विधायक संदीप जायसवाल ने किया पत्रकार वार्ता का आयोजन, माधवनगर क्षेत्र के लिए कार्ययोजना बनाकर हाइवे से जोड़ा जाएगा

कटनी ( प्रबल सृष्टि ) मप्र शासन के वर्ष 2024-25 के अनुपूरक बजट में मुड़वारा विधानसभा अंतर्गत विकास / निर्माण के स्वीकृत अग्रलिखित कार्यों से "हमारे कटनी" की दिशा और दशा बदलने की ऐतिहासिक उपलब्धि को विस्तृत रूप से बताने विधायक संदीप जायसवाल ने एक पत्रकार वार्ता का आयोजन रविवार दोपहर को अपने निवास स्थान पर किया जिसमें उन्होंने डॉ मोहन यादव मुख्यमंत्री मप्र शासन, वीडी शर्मा सांसद एवं प्रदेश भारतीय जनता पार्टी, जगदीश देवड़ा उप मुख्यमंत्री एवं मंत्री वित्त एवं वाणिज्य विभाग राकेश सिंह, मंत्री लोक निर्माण विभाग, राव उदय प्रताप सिंह प्रभारी मंत्री का कटनी वासियों की ओर से आभार व्यक्त कर अपनी उपलब्धियों की जानकारी दी। मेडिकल कॉलेज को लेकर भी उन्होंने स्पष्ट किया कि यह पीपीपी मॉडल से बनेगा और जिला अस्पताल पूर्ण शासकीय ही रहेगा। बजट में स्वीकृत कार्यों के अलावा उन्होंने बताया कि बरगवां में खेल मैदान को बरगवां, जागृति पार्क, एलआईसी सहित चार मार्गों से जोड़ा जाएगा और गर्ल्स कॉलेज के पास भी खेल परिसर का निर्माण किया जाएगा इसके साथ ही उन्होंने प्रबल सृष्टि द्वारा पूछे गए एक प्रश्न के उत्त...