( प्रबल सृष्टि ) काँग्रेस चाहे लाख कोशिशें कर ले फिर भी वह मध्य प्रदेश में सरकार नही बना पायेगी, मेरा यह दावा पक्षपात से भरा नही बल्कि आम जनता की राय के अनुसार है. पिछले दो माह के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों के क़रीब एक सैकड़ा से अधिक लोगो से जब मैंने प्रदेश में किसकी सरकार बनेगी ? इस बारे में बात की तो यह बात उभर कर सामने आई कि आमतौर पर सरकार तब बदली जाती है जब लोग व्यवस्था से तंग हो, लेकिन प्रदेश में ऐसी किसी भी स्थिति से लोग इंकार करते है. आम लोग बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति को पूर्ववर्ती सरकारों से बेहतर बताते है, मोटे तौर पर जनता प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से प्रभावित भी दिखती है, हां प्रशासनिक अधिकारियों की लालफीताशाही पर जनता जरूर कुछ खफा भी नजर आती है, जिसपर लगाम कसना उन्हें मुख्यमंत्री से अपेक्षित भी है. मध्य प्रदेश की बागडोर मुख्यमंत्री के रुप में जब से शिवराज सिंह चौहान ने सम्भाली तब से प्रदेश प्रगति की राह् पर लगातार चल रहा है, इससे पहले का क्या जिक्र करना ? यह सभी जानते है कि प्रदेश की हालत तब क्या थी और अब क्या है. सामाजिक सरोकारों को महत्