कटनी / ढृढ़ इच्छाशक्ति, आत्मविश्वास और दृढ़ संकल्प के आगे बड़ी-बड़ी मुसीबतें भी घुटने टेक देतीे हैं। यदि ईमानदारी और निष्ठा व लगन के साथ तैयारी की जाये, तो जीत मिलती ही है। इन्ही बातों को अक्षरशः सही साबित किया है कटनी शहर के राजीव गांधी वार्ड में रहने वाली कोमल रैकवार ने। जोकि आज ना महज अपनी माता के लिये बल्कि पूरे मोहल्ले व शहर के लिये गौरव बन गई हैं। कोमल का सिलेक्शन एमपी पीएससी के गत दिनों आये परिणामों में नायब तहसीलदार के पद पर हुआ है।
गुरुवार को कलेक्टर विशेष गढ़पाले ने भी कोमल से मुलाकात कर उन्हें बधाई दी। कलेक्टर ने कोमल से उनकी तैयारियों और आई चुनौतियों के विषय में भी जाना। साथ ही भविष्य में नौकरी के दौरान आने वाली चुनौतियों के विषय में बताया भी। मुलाकात के दौरान कोमल ने कलेक्टर से आईएएस की तैयारी करने की ट्रिक्स भी पूछी। जिस पर कलेक्टर ने जानकारी भी दी। साथ ही कलेक्टर ने जिला प्रशासन द्वारा जिले के विद्यार्थियों को पीएससी व प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियों के लिये प्रारंभ की गई भारत निर्माण कोचिंग में अपने अनुभव साझा करने के लिये आमंत्रित भी किया। जिस पर 30 दिसंबर को कोमल भारत निर्माण कोचिंग पहुंचकर अध्ययनरत् विद्यार्थियों के साथ अपने अनुभव साझा करेंगी।
उल्लेखनीय है कि सिर से पिता का साया उठने के बाद मां ने मजदूरी और घरों में काम कर मुश्किलों से बेटी को पाला और उसे पढ़ाकर योग्य बनाने का सपना संजोया। जिसे बेटी ने पूरा करके दिखाया है। जिस पर उनकी मां भी बेहद प्रसन्न हैं। कलेक्टर से मुलाकात के दौरान अपने संघर्ष के दिनों की बात भी कोमल की मां ने बताई। जिस पर उनके संघर्ष की सराहना भी कलेक्टर ने की। उन्होने कहा कि बेटियां नाम रोशन करती हैं। इसीलिये बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ की दिशा में राज्य सरकार भी कार्य कर रही है। कलेक्टर के पहले कोमल ने अपर कलेक्टर डॉ सुनन्दा पंचभाई से भी मुलाकात की। उन्होने भी कोमल को बधाई देते हुये आंगे भी तैयारी करने की बात कही।
एमपी पीएससी में हासिल किए 894 अंक
कोमल का कहना है कि उन्हें संयम, साहस, आदर जैसे पारिवारिक दायित्व का ज्ञान उन्हें मां से मिला। मां ने हमेशा आत्मविश्वास से आगे बढने की प्रेरणा दी और परीक्षा की तैयारी के समय भी बराबर हौसला बढ़ती रहीं जो सफलता के रूप में सामने है। कोमल रैकवार ने मुख्य परीक्षा में 773 एवं साक्षात्कार परीक्षा में 121 अंक, कुल 894 अंक प्राप्त कर नायब तहसीलदार पद के लिए अपना स्थान बनाया।
गुरुवार को कलेक्टर विशेष गढ़पाले ने भी कोमल से मुलाकात कर उन्हें बधाई दी। कलेक्टर ने कोमल से उनकी तैयारियों और आई चुनौतियों के विषय में भी जाना। साथ ही भविष्य में नौकरी के दौरान आने वाली चुनौतियों के विषय में बताया भी। मुलाकात के दौरान कोमल ने कलेक्टर से आईएएस की तैयारी करने की ट्रिक्स भी पूछी। जिस पर कलेक्टर ने जानकारी भी दी। साथ ही कलेक्टर ने जिला प्रशासन द्वारा जिले के विद्यार्थियों को पीएससी व प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियों के लिये प्रारंभ की गई भारत निर्माण कोचिंग में अपने अनुभव साझा करने के लिये आमंत्रित भी किया। जिस पर 30 दिसंबर को कोमल भारत निर्माण कोचिंग पहुंचकर अध्ययनरत् विद्यार्थियों के साथ अपने अनुभव साझा करेंगी।
उल्लेखनीय है कि सिर से पिता का साया उठने के बाद मां ने मजदूरी और घरों में काम कर मुश्किलों से बेटी को पाला और उसे पढ़ाकर योग्य बनाने का सपना संजोया। जिसे बेटी ने पूरा करके दिखाया है। जिस पर उनकी मां भी बेहद प्रसन्न हैं। कलेक्टर से मुलाकात के दौरान अपने संघर्ष के दिनों की बात भी कोमल की मां ने बताई। जिस पर उनके संघर्ष की सराहना भी कलेक्टर ने की। उन्होने कहा कि बेटियां नाम रोशन करती हैं। इसीलिये बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ की दिशा में राज्य सरकार भी कार्य कर रही है। कलेक्टर के पहले कोमल ने अपर कलेक्टर डॉ सुनन्दा पंचभाई से भी मुलाकात की। उन्होने भी कोमल को बधाई देते हुये आंगे भी तैयारी करने की बात कही।
एमपी पीएससी में हासिल किए 894 अंक
कोमल का कहना है कि उन्हें संयम, साहस, आदर जैसे पारिवारिक दायित्व का ज्ञान उन्हें मां से मिला। मां ने हमेशा आत्मविश्वास से आगे बढने की प्रेरणा दी और परीक्षा की तैयारी के समय भी बराबर हौसला बढ़ती रहीं जो सफलता के रूप में सामने है। कोमल रैकवार ने मुख्य परीक्षा में 773 एवं साक्षात्कार परीक्षा में 121 अंक, कुल 894 अंक प्राप्त कर नायब तहसीलदार पद के लिए अपना स्थान बनाया।
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