बरगवां में निजी अस्पताल अपेक्स पर परिजनों ने लगाया गलत इलाज का आरोप, पुलिस ने संभाला मोर्चा, ऑपरेशन कराने वाले युवक की मौत, परिजनों ने घेरा अस्पताल
कटनी ( प्रबल सृष्टि ) शहर के रंगनाथ थाना क्षेत्र अंतर्गत भट्टा मोहल्ला निवासी एक 27 वर्षीय युवक अरुण की निजी अस्पताल में ऑपरेशन के कुछ दिन बाद मौत हो जाने से परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया और लापरवाह डॉक्टरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। हंगामे की सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची और परिजनों को समझाइश दी। मामले में स्वास्थ्य विभाग ने जांच शुरू कर दी है। यह घटना बरगवां में संचालित होने वाले अपेक्स अस्पताल की है। जानकारी के अनुसार अरुण कुमार वंशकार (27) निवासी भट्टा मोहला को बरगवां स्थित एक निजी अस्पताल अपेक्स में पेट में तकलीफ के चलते 4 दिन पहले भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने युवक की आंत का ऑपरेशन किया, लेकिन ऑपरेशन के बाद उसकी तबियत बिगड़ती चली गई। परिजनों ने बताया कि ऑपरेशन के कुछ घंटों बाद ही अरुण को तेज बुखार और सांस लेने में तकलीफ शुरू हो गई। इस पर डॉक्टरों ने उसे मंगलवार दोपहर जबलपुर रेफर कर दिया, लेकिन रास्ते में ही युवक की मौत हो गई।
सूचना मिलते ही पुलिस पहुंची अस्पताल
हंगामे की सूचना मिलते ही रंगनाथ थाना पुलिस, कोतवाली पुलिस सहित अन्य थानों की मौके पर पहुंची और परिजनों को समझाइश दी। कोतवाली टीआई डीएसपी अजय बहादुर सिंह, रंगनाथ नगर नवीन नामदेव आदि ने अस्पताल प्रबंधन से प्रारंभिक जानकारी जुटाई और परिजनों को समझाइश देते रहे। प्रदर्शन देर रात तक जारी रहा।
स्वास्थ्य विभाग कराएगा जांच
मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा एक जांच टीम गठित की जा रही है, जो ऑपरेशन प्रक्रिया, दवाइयों और उपचार की पूरी रिपोर्ट तैयार करेगी। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि यदि लापरवाही पाई गई तो संबंधित डॉक्टर व अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। घटना के बाद स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों ने भी निजी अस्पतालों में इलाज के नाम पर हो रही लापरवाहियों को लेकर आवाज उठाई। गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए डॉक्टरों और स्टॉफ के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और अस्पताल प्रबंधन को घेर लिया। लोगों का कहना है कि निजी अस्पताल मनमानी फीस तो लेते हैं, लेकिन इलाज में लापरवाही आम बात हो गई है। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त नियम और निगरानी जरूरी है।
परिजनों ने आरोप लगाए कि सही जांच नही की गई, ना ही किसी विशेषज्ञा की सलाह ली गई। इलाज में भारी लापरवाही बरती गई है। अरुण की मौत के लिए अस्पताल पूरी तरह जिम्मेदार है।
27 जून को युवक अपेक्स अस्पताल में भर्ती हुआ था, 28 को ऑपरेशन हुआ था। युवक हेपेटाइटस-बी पॉजिटिव भी था। मंगलवार दोपहर 1 बजे ऑक्सीजन लेवल कम हो रहा था, ज्यादा तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल प्रबंधन ने जबलपुर रेफर कर दिया था, जहां मेट्रो हॉस्पिटल में मौत हो गई है। इस पूरे मामले की जांच कराई जाएगी। डॉ. राज सिंह, सीएमएचओ
अपेक्स अस्पताल में एक युवक पेट में तकलीफ होने पर भर्ती हुआ था। परिजनों का आरोप है कि ऑपरेशन के बाद युवक की हालत बिगड़ गई। अस्पताल द्वारा उसे बोपहर में जबलपुर रेफर कर दिया गया था, जहां मौत हो गई है। युवक की मौत के बाद परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया है। नवीन नामदेव, रंगनाथ थाना प्रभारी
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