कटनी ( प्रबल सृष्टि ) माधव नगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत मौजूद न्यू एसीसी कॉलोनी स्थित द लर्निंग ट्री प्री एंड प्राइमरी स्कूल की एक बड़ी लापरवाही के कारण स्कूल में अध्यनरत 5 वर्षीय अबोध बालिका किसी बड़ी अनहोनी घटना का शिकार होने से बाल बाल बच गई। माता-पिता ने अपने जिस जिगर के टुकड़े को स्कूल प्रबंधन पर विश्वास करके वहां पढ़ने भेजा स्कूल प्रबंधन ने उस जिगर के टुकड़े की देखभाल में ऐसी चूक कर दी की बच्ची स्कूल से निकलकर कब भटकते हुए सड़क में जा पहुंची इसकी भनक तक स्कूल में मौजूद स्टॉफ को नहीं लगी।
बच्ची की देखरेख में लापरवाही बरतने वाले स्कूल प्रबंधन के लोग पहले तो परिवार वालों पर रौब झाड़ते हुए अपनी गलती मानने को तैयार नहीं थे, लेकिन यह मामला माधवनगर थाने पहुंचा तो स्कूल प्रबंधन की सारी हेकड़ी निकल गई और मीडिया के सामने गिड़गिड़ाते हुए अपनी गलतियां स्वीकार करने लगे। पुलिस के मुताबिक 5 वर्षीय वैष्णवी मिश्रा माधव नगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत न्यू एसीसी कॉलोनी स्थित द लर्निंग ट्री प्री एंड प्राइमरी स्कूल में पढ़ती है। बच्ची बचपन से ही बोल पाने में अक्षम है। बताया जाता है कि रोज की तरह बच्ची आज भी स्कूल गई थी। स्कूल से बच्ची अचानक बाहर निकल गई और भटकते हुए कुंदन दास स्कूल के पास जा पहुंची।
वहां मौजूद कुछ दुकानदारों ने बच्ची को भटकते देखा तो तत्काल उसे अपने पास सुरक्षित बैठा लिया और जानकारी एकत्र कर बच्ची के भटकने की सूचना परिवार वालों को दी। बच्ची के इस तरह दुकान पहुंचने की जानकारी जैसे ही उसके मामा दिलीप शुक्ला को लगी वे तत्काल बच्ची के पास जा पहुंचे। 5 वर्ष की बच्ची के मामा दिलीप शुक्ला ने बातचीत करते हुए कहा कि इस तरह बच्ची के अचानक लापता होने और उसके दुकानदारों के पास मिलने की घटना की शिकायत जब हमने स्कूल प्रबंधन से की तो उन्होंने उल्टा हमें ही फटकार लगाते हुए कहा कि इसमें हमारी कोई जवाबदारी नहीं है। बच्ची कैसे गायब हो गई हम नहीं जानते। बच्ची के मामा दिलीप शुक्ला ने स्कूल प्रबंधन की लापरवाही के संबंध में जब माधव नगर थाने में पहुंचकर शिकायत की तो माधव नगर थाना प्रभारी अनूप सिंह ठाकुर ने तत्काल मामले की गंभीरता को देखते हुए स्कूल प्रबंधन को थाने में तलब किया। थाने में मामला पहुंचते ही स्कूल प्रबंधन की सारी हेकड़ी निकल गई और वहां मौजूद मीडिया कर्मियों एवं पुलिस के सामने अपनी गलती स्वीकार करते हुए गिड़गिड़ाते हुए माफी मांगने लगे। स्कूल प्रबंधन की लापरवाही के कारण खतरे में पड़ी 5 वर्षीय बच्ची की जान के मामले में भले ही पीड़ित परिवार ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कोई कठोर कदम नहीं उठाया लेकिन उक्त घटना ने एक बार फिर सभी अभिभावकों को अपने बच्चों की सुरक्षा के प्रति पुनर्विचार करने पर मजबूर जरूर कर दिया है।
Comments
Post a Comment