आदमी अपने आप को चारों तरफ से संघर्षो से घिरा पाता है और पास में पैसा भी न हो तो ? पुलिसकर्मियों ने साबित किया कि वे मानव जीवन की रक्षा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं
कटनी ( मुरली पृथ्यानी ) निर्मल ठेले पर सब्जी बेचता है लेकिन एक दिन सब्जी न लाकर कुछ चप्पलें बेचने के लिए ले आया तो उससे पूछा ऐसा क्यों कर रहे हो ? उसने जवाब दिया प्याज टमाटर के भाव 50 रुपए से ऊपर हो गए हैं और पिछले तीन महीनों में उसने काफी घाटा उठाया है अब समझ में नही आ रहा क्या करूँ ? नौकरी के लिए बात करता हूँ तो कहते हैं छह हजार से ज्यादा नही देंगे, अब इसमें कैसे घर चलाऊं और अपनी बच्ची को पढ़ाऊँ ? दूसरे दिन जब उससे पूछा कि चप्पलें बिकी या नही ? तो जवाब टका सा आया कि एक भी नही बिकी, तब उससे मैंने कहा वापस कर आओ तो बोला वापस नही लेगा। फिर वह मायूस आदमी ठेले पर बेचने के लिए सिर्फ कुछ किलो आम और टमाटर तो ले आया लेकिन बोला टमाटर भी बहुत खराब निकले हैं। अब आप पाठक गण सोच रहे होंगे कि यह सब क्या है ? तो बताऊं यह है मजबूरी और बेबसी .. जब गुजारे पर संकट खड़ा हो जाता है, आदमी अपने आप को चारों तरफ से संघर्षो से घिरा पाता है और पास में पैसा भी न हो तो सोचिए कैसी मानसिक स्थिति से वह गुजर रहा होता है। तब वह हार जाता है और गलत कदम उठाने की सोचने लगता है ऐसा ही एक बेरोजगारी से जुड़ा मामला जब सामने आया तो माधवनगर पुलिस ने तो उसे कदम बढ़ाकर बचा लिया पर संघर्ष और सिर्फ संघर्ष के बीच सवाल तो गंभीर खड़े हो ही रहे हैं।
हाउसिंग बोर्ड की घटना का विवरण -
26 जून को माधवनगर थाने में एक मोबाइल से सूचना प्राप्त हुई कि हाऊसिंग बोर्ड कॉलोनी, खेरमाता मंदिर के पास, एक व्यक्ति अपने घर में फांसी लगाने का प्रयास कर रहा है। इस सूचना पर तत्परता दिखाते हुए थाना प्रभारी अनूप सिंह के आदेश पर 100 डायल में तैनात आरक्षक महेश एवं थाने से आरक्षक दिग्विजय को मौके पर तुरंत रवाना किया गया।
मौके पर पहुँचने पर, पुलिस ने पाया कि व्यक्ति का नाम राजकुमार उर्फ कालू बर्मन (उम्र 48 वर्ष, पिता दयाराम बर्मन) है, जो काम के लिए बाहर जाने हेतु अपनी पत्नी से 2000 रुपये मांग रहा था। रुपये न मिलने पर उसने फांसी लगाने की कोशिश की। पुलिस ने राजकुमार को समझाया और स्थिति को शांत किया। आरक्षक महेश और दिग्विजय ने मिलकर उसे 2000 रुपये दिए और उसे फांसी का फंदा खोलने के लिए मनाया। इसके बाद, उसे थाना लाया गया। थाने में लाकर थाना प्रभारी ने राजकुमार से बातचीत समझाइश दी और पुलिस ने पता लगाया कि राजकुमार अक्सर रास्ते में खड़े होकर चिल्लाता और मारपीट पर उतारू रहता है। इन सभी जानकारियों के आधार पर, राजकुमार को ऐसा कार्य दोबारा नहीं के लिए बाउन्ड ओवर करने हेतु एस.डी.एम कटनी के समक्ष पेश पाबंद कराया है।पुलिसकर्मियों ने साबित किया कि वे केवल कानून व्यवस्था बनाए रखने में ही नहीं, बल्कि मानव जीवन की रक्षा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस प्रकार की घटनाएँ समाज में पुलिस की सकारात्मक छवि को मजबूत करती हैं और दिखाती हैं कि सही समय पर सही कदम उठाकर जीवन बचाया जा सकता है। अब सवाल भी गंभीर है गरीब के जीवन जीने का संघर्ष जटिल है और उसे समाज और कानून के सहारे की जरूरत है। उल्लेखनीय कार्य में अनूप सिंह ठाकुर थाना प्रभारी माधवनगर आरक्षक महेश एवं दिग्विजय पाण्डेय का महत्त्वपूर्ण योगदान रहा है।
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