सिंधी साहित्य सभा का राष्ट्रीय अवार्ड समारोह, मातृभाषा के लिए सम्मान आवश्यक - क्रिकेटर नरेंद्र हिरवानी, मंचीय कार्यक्रम हों लेकिन सिंधी लोक कलाकारों, शिल्पियों को भी प्रोत्साहित करें - किशोर कोडवानी
भोपाल ( प्रबल सृष्टि ) अखिल भारत सिंधी बोली साहित्य सभा, नई दिल्ली का वार्षिक समारोह इंदौर की सिंधू मुहिंजी जीजल संस्था के सहयोग से 19 मई रविवार को इंदौर अभिनव कला समाज गांधी हाल परिसर स्थित स्टेट प्रेस क्लब में संपन्न हुआ। इस अवसर पर सांसद श्री शंकर लालवानी और क्रिकेटर श्री नरेंद्र हिरवानी सहित अन्य अतिथियों ने सिंधी भाषा कला धर्मियों और लेखकों को पुरस्कृत किया। सांसद श्री शंकर लालवानी और क्रिकेटर नरेंद्र हिरवानी ने सिंधी साहित्य सभा के इन प्रयासों की सराहना की। क्रिकेटर श्री नरेंद्र हिरवानी ने कहा कि राष्ट्रभाषा के साथ ही प्रत्येक नागरिक द्वारा मातृभाषा का सम्मान आवश्यक है। कार्यक्रम में साहित्य, चित्रकला मूर्ति शिल्प,संगीत, शास्त्रीय नृत्य के क्षेत्र में अमूल्य योगदान देने वाली सिंधी भाषी विभूतियों को सम्मानित किया गया।
सिंधी लोक कथा गायन शैली "भगत" के आर्टिस्ट लवि कमल भगत ,अजमेर की प्रस्तुति के साथ ही सिंधी भाषा में हास्य नाटक मोबाइल की मार का मंचन इंदौर के नमोश तलरेजा और विनीता मोटलानी की ड्रामा टीम ने किया। दिल्ली से आई काव्य और प्रेरणा नावानी ने भरतनाट्यम की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का संचालन अशोक मनवाणी ने किया। श्री किशोर कोडवानी ने स्वागत भाषण में कहा कि आज मंचीय कार्यक्रमों से अधिक महत्वपूर्ण यह है कि सिंधी बहुल नगरों और बस्तियों में लुप्त हो रही पारंपरिक सिंधी वस्त्र कसीदाकारी हुरमुचो,अन्य तरह के हस्तशिल्प से जुड़े शिल्पियों, दुर्लभ रागों का गायन और वादन करने वाले गायकों,संगीतकारों , लोक कलाकारों आदि को प्रोत्साहित किया जाए। उन्हें सिंधी संस्कृति के एंबेसडर के रूप में स्थापित किया जाए ताकि नई पीढ़ी तक समृद्ध सिंधी साहित्य और सांस्कृतिक विरासत की जानकारी पहुंचे।
वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने वाले क्रिकेटर हिरवानी का भी हुआ सम्मान
साहित्य सभा के पुरस्कार समारोह में भोपाल की सिंधु दर्पण नाट्य संस्था ने श्री नरेंद्र हिरवानी को सम्मान पत्र भेंट किया। श्री चंदर लालचंदानी ने यह सम्मान पत्र सौंपा। वर्ष 1988 में चेन्नई में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेलते हुए राष्ट्र को गौरव दिलवाने वाले नरेंद्र हिरवानी का सम्मान किया गया। उल्लेखनीय है कि क्रिकेट के पदार्पण मैच में ही 16 विकेट लेने का रिकॉर्ड किफायती गेंदबाजी के साथ किसी ने बनाया है तो वे हैं मूलतः गोरखपुर (उत्तर प्रदेश) के निवासी और युवावस्था से इंदौर को कर्मभूमि बनाने वाले वरिष्ठ क्रिकेट कोच और पूर्व इंडियन क्रिकेटर श्री नरेंद्र दीपचंद हिरवानी। यह रिकॉर्ड आज तक बरकरार है। इसके अलावा ओवल में सर्वाधिक 59 ओवर लगातारफेंकने का रिकॉर्ड भी उनके नाम है। वे ऐसे इकलौते भारतीय बालर हैं। भोपाल की सिंधु दर्पण संस्था की संयोजक कविता इसरानी की तरफ नरेंद्र हिरवानी को सम्मान पत्र प्रदान किया गया।कार्यक्रम में सिंधी साहित्य सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री शंभू जयसिंघानी एजुकेशनल चेयरमैन डॉ जेठो लालवानी, यूथ चेयरमैन अशोक मनवाणी, श्री धीरज नावानी, कैलाश बालानी उपाध्यक्ष नई दिल्ली गुजरात स्टेट सेक्रेटरी ऋतु भाटिया, सेक्रेटरी ,सभा के राष्ट्रीय सचिव नई दिल्ली हरीश लालवानी भी उपस्थित थे।
समारोह में जो अवार्ड दिए गए वे इस प्रकार हैं:
साहित्य अवार्ड: श्री प्रो अर्जुन चावला अलीगढ़ (उत्तर प्रदेश)
भाषा संवर्धन अवार्ड: श्रीमती रश्मि रामानी इंदौर
मूर्ति कला और चित्रकला अवार्ड महेंद्र कोडवानी, इंदौर
सिंधी सोशल मीडिया वार्ड: अशोक छाबड़िया, भोपाल
नृत्य कला अवार्ड: प्रेरणा और काव्या नावानी, नई दिल्ली
फनकार अवार्ड : श्री लवि कमल भगत, अजमेर (राजस्थान)
अदीब अवार्ड : फिल्म और नाटक लेखक मुरलीधर बलवानी भोपाल
दो दिवंगत साहित्यकारों को श्रद्धांजलि
समारोह में सिंधी साहित्य सभा के पदाधिकारी गण ने इस संस्था के सांस्कृतिक अध्यक्ष श्री चंद्र सावनानी, अहमदाबाद और श्रीमती शोभा लालचंदानी, मुंबई के अवसान पर शोक व्यक्त किया और उनके योगदान का स्मरण किया। दोनों साहित्यकारों का हाल ही में निधन हुआ है।
पुस्तकों का विमोचन
समारोह में श्री तारा लालवानी श्री अमर गोपलानी ,इंदौर श्री भोजराज खेमानी "क्रांति",मुंबई डॉ जेठो लालवानी ,अहमदाबाद की पुस्तकों का विमोचन भी अतिथियों द्वारा किया गया। कार्यक्रम संयोजक श्री किशोर कोडवानी ने इंदौर आए प्रख्यात कलाकार परमानंद प्यासी जी का विशेष रूप से और सभी आंगतुकों सिंधी साहित्य कला प्रेमियों के प्रति आभार व्यक्त किया।
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