यह उन्हें भी अच्छा नही लगता होगा जो पुलिस के कर्तव्य अपनी ईमानदारी, मेहनत और जान खतरे में डाल कर निभा रहे होते हैं..
कटनी ( मुरली पृथ्यानी ) सिंघम फ़िल्म में पुलिस का किरदार निभा रहा नायक बोलता है अगर पुलिस चाह ले तो मंदिर से कोई किसी की चप्पल नही चुरा सकता जब भी यह डायलॉग सुनता हूँ कसम से सीना चौड़ा महसूस करता हूँ भले ही पुलिसवाला नही हूँ लेकिन पुलिस यूनिफॉर्म की कद्र करना जानता हूँ क्योंकि पुलिस पर ही कानून को लागू करवाने का दारोमदार है और जब कभी पुलिस का ऐसा चेहरा सामने आता है जिससे स्वयं विभाग की छवि धूमिल होती है तो यह बिल्कुल पसंद नही आता क्योंकि यह उन्हें भी अच्छा नही लगता होगा जो पुलिस के कर्तव्य अपनी ईमानदारी, मेहनत और जान खतरे में डाल कर निभा रहे होते हैं इन्ही की वजह से तो विभाग चल रहा है, हर न्याय प्रिय आदमी पुलिस की इज्जत करता है उसे सम्मान देता है क्योंकि यही उसके रक्षक हैं जो बुराई का खात्मा करने में सक्षम है लेकिन बदनामी के विषय चिंता पैदा करते है जो हरगिज उचित नही हैं।
लखेरा क्षेत्र के एक मकान में चल रहे सेक्स रैकेट में छापा मार कर लेनदेन करने की चर्चाएं आखिरकार सच साबित हुई हैं। इस मामले में शामिल माधव नगर थाना क्षेत्र के दो प्रधान आरक्षक जिसमें एक महिला प्रधान आरक्षक भी शामिल है उन्हें प्रारंभिक जांच में दोषी पाते हुए निलंबित कर दिया गया है। प्रकरण में कुछ तथाकथित पत्रकारों की भी चर्चा सामने आई है उसके संबंध में पुलिस द्वारा सूक्ष्मता से जांच की जा रही है।
फिलहाल प्रारंभिक जांच में जो बातें सामने आई हैं उसके आधार पर माधव नगर थाने में पदस्थ महिला प्रधान आरक्षक धर्मा चौधरी एवं प्रधान आरक्षक विपिन चौधरी को वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर निलंबित कर दिया गया है। मामले की जांच की जा रही है ।
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