सिंधी समाज के व्रत धारियों की 40 दिन की कठिन उपवास परंपरा की पूर्णता, विश्व शांति के लिए की गई प्रार्थना
भोपाल ( प्रबल सृष्टि) 24 अगस्त 2023/चेटीचंड के साथ ही सिंधी समाज का सबसे अधिक अवधि तक चलने वाला पर्व चालीहा उत्सव है, जिसका आज समापन हुआ। भोपाल सहित सागर,कटनी, सतना, बीना ,जबलपुर ,इंदौर, उज्जैन, मंदसौर, रतलाम शहडोल, बुढार, मंडला, छिंदवाड़ा, सिवनी, खंडवा बुरहानपुर ,बैतूल, विदिशा शुजालपुर ,देवास ,नीमच रीवा और कई अन्य नगरों में व्रत धारी नागरिकों ने समारोह पूर्वक उत्सव के समापन कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
कठिन होता है उपवास चालीहा पर्व का
सिंधी समुदाय में यह उपवास कठिन माना जाता है।विभाजन के पहले सिंध प्रांत में इस पर्व की सुदीर्घ परंपरा रही है। आज भी संपूर्ण भारत में सिंधी समाज ने अपनी परंपरा को कायम रखा है। प्राचीन समय में जमीन पर सोने और इतने दिन केश ना कटवाने का संकल्प चलन में रहा है। आज भी हजारों व्रतधारी इसका पालन करते हैं।
इस वर्ष भी भक्त गण द्वारा कठिन तपस्या के साथ निरंतर 40 दिन के उपवास की पूर्णता हुई। गत 16 जुलाई से प्रारंभ चालीसा पर्व का आज समापन हुआ। प्रतिवर्ष यह पर्व 16 जुलाई से प्रारंभ होता है। इसका समापन 24 अगस्त को पूर्ण होती है। व्रत धारी द्वारा लगातार 40 दिन उपवास रखा जाता है। प्रतिदिन सुबह और शाम संकीर्तन भी होता है। पर्व की पूर्णता उत्साह और उमंग भरे कार्यक्रम के साथ होती है। आज विश्व शांति की कामना के साथ श्रद्धालुओं ने चालीहा पर्व समापन कार्यक्रम में भागीदारी की।
भगवान झूलेलाल की प्रतीक है पवित्र ज्योत
भगवान झूलेलाल की आराधना के 40 दिन के बाद चालीहा धार्मिक महोत्सव का समापन आज सिंधु समाज भवन संत हिरदाराम नगर में संतों और गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति में हुआ। अनेक जनप्रतिनिधि भी कार्यक्रम में शामिल हुए। इस अवसर पर बहराणा साहब की पूजा और आरती की गई। आटे से निर्मित दीपक में प्रज्वलित पवित्र ज्योत जो प्रतीकात्मक भगवान झूलेलाल की जोत होती है,उसे जल में प्रवाहित किया गया। बड़ी संख्या में समाज बंधु और बहने उपस्थित थे।
सिंधी लोक नृत्य पर झूमे समाज बंधु
सिंधी लोक नृत्य छेज भी हुआ।इसमें नर्तक मंडलियों के सदस्यों ने धार्मिक भजनों पर प्रभावशाली नृत्य प्रस्तुत किया।
भक्तगण ने धार्मिक गीतों,भजनों के गायन और नृत्य के साथ उल्लास पूर्वक पहले भगवान झूलेलाल मंदिर से सिंधु समाज भवन ,तत्पश्चात सिंधु समाज भवन से झूलेलाल विसर्जन घाट सीहोर मार्ग तक निकली शोभा यात्रा में हिस्सा लिया और पवित्र ज्योत को जल में प्रवाहित किया।
संत रामदास जी ने भक्तगण को भगवान झूलेलाल के शांति सद्भाव एकता और समाज को सशक्त बनाने के संदेश पर चलने का आग्रह किया। समाज के प्रमुख लोगों में संत रामदास जी, संतोष उदासी जी,भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री श्री भगवान दास सबनानी, संत हिरदाराम नगर सिंधी पंचायत के अध्यक्ष श्री साबूमल रीझवानी, श्री माधु चांदवाणी, फैसला समिति प्रमुख श्री राज मनवाणी, पार्षद श्री अशोक मारण,श्री नंद दादलानी श्री लोकूमल आसवानी , एमआईसी सदस्य श्री राजेश हिंगोरानी, लेखक और रंगमंच कलाकार अशोक मनवाणी, संत हिरदाराम नगर महिला सिंधी पंचायत अध्यक्ष श्रीमती किरण वाधवानी समापन कार्यक्रम में उपस्थित थे।
Comments
Post a Comment