कटनी ( प्रबल सृष्टि ) अपनी प्राचीन धरोहरों की सुरक्षा के प्रति सजग रहने की द्रष्टि से यूनेस्को द्वारा निर्धारित विश्व विरासत दिवस 18 अप्रैल के तारतम्य में इन्टैक कटनी चेप्टर द्वारा शिकागो पब्लिक स्कूल के 50 छात्र छात्राओं के एक दल के साथ कर्नल हेनरी विलियम स्लीमन के स्मारक स्लीमनाबाद , चक्रवर्ती साम्राट अशोक द्वारा स्थापित शिलालेख रूपनाथ , एवं देश के सबसे प्राचीन मन्दिर कंकाली मन्दिर तिगवाँ का भ्रमण कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
सुबह 8. 30 पर एक स्कूल बस में कटनी से रवाना होकर यह दल पहले स्लीमनाबाद स्थित कर्नल स्लीमन के स्मारक स्थल पहुँचा जहाँ छात्र छात्राओं को आज से दो सदी पूर्व प्रचलित ठगी प्रथा के अपराध तथा इसका उन्मूलन करने वाले जार्ज हेनरी स्लीमन के प्रयासों की जानकारी प्रदान की गई । तत्पश्चात भ्रमण दल बहोरीबंद के निकट अशोक के शिलालेख स्थल रूपनाथ पहुँचा । दो तरफ पहाडियों से घिरे तथा पहाडी से झरते हुए पानी से निर्मित जल कुंड जैसे रमणीक स्थल पर वृक्षों की शीतल छाया में बैठकर भ्रमण दल द्वारा साथ लाए भोज्य पदार्थ ग्रहण किए गए । इसके पश्चात साम्राट अशोक द्वारा अपनी तलवार के दम पर चक्रवर्ती राजा बनने और बाद में अपने द्वारा किए गए रक्तपात की ग्लानि से ह्रदय परिवर्तन के प्रभाव से बौद्ध हो गए अशोक के संदेश के विषय में छात्र छात्राओं ने जाना ।
यात्रा के तीसरे चरण में भ्रमण दल बहोरीबंद के निकट तिगवाँ स्थित देश के सबसे प्राचीन मन्दिरों में से एक कंकाली मन्दिर पहुंचा । जहाँ स्थापित कंकाली , दुर्गा , शेषशायी विष्णु , गंगा , यमुना एवं बुद्ध की प्रतिमाओं तथा ध्वस्त पड़े मन्दिरों के कलात्मक अवशेषों का अवलोकन साथ ही इनके सम्बंध में जानकारी प्राप्त कर छात्र छात्राएँ चमत्कृत रह गए । इन्टैक के कंवीनर मोहन नागवानी , वरिष्ठ सदस्य के. एल. कनकने तथा को कंवीनर राजेन्द्र सिंह द्वारा भ्रमण दल को स्थलों के महत्व से अवगत कराया गया । इस दल में शाला प्राचार्य श्री आर एल निगम , के. के. सर , अरविंद एवं अनिल भी शामिल रहे ।
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