कोल्हापुर जिले में कटनी के फंसे श्रमिकों की हो रही घर वापसी, कलेक्टर की संवेदनशीलता और मानवीय पहल रंग लाई
कटनी ( प्रबल सृष्टि)- जिला प्रशासन कटनी द्वारा विजयराघवगढ़ क्षेत्र के रहने वाले मजदूरों को महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले के प्रशासन के सहयोग से वहॉं मुश्किल में फंसे मजदूरों की घर वापसी का मार्ग प्रशस्त हो गया है। कलेक्टर अवि प्रसाद के संज्ञान में यह मामला आने के तत्काल बाद उन्होंने अपर कलेक्टर कोल्हापुर से बात किया और जिले के विजयराघवगढ़ अंचल के ग्राम उबरा, सिजहरा और भरेबा गांव के मजदूरों को मुश्किल हालातों से निकालने में मदद करने का आग्रह किया गया था। इस प्रकार त्वरित कार्यवाही और कलेक्टर की संवेदनशीलता एवं मानवीय पहल की बदौलत प्रतिकूल परिस्थिति में वहां फंसे श्रमिकों की घर वापसी संभव हो पा रही है।
विजयराघवगढ़ के श्रमिकों को कोल्हापुर जिले के गढ़ीगंज थाना क्षेत्र के हरली कारखाना में गन्ना कटाई के लिए ठेकेदार द्वारा ले जाया गया था। कलेक्टर श्री प्रसाद को 21 दिसंबर को इस संबंध की जानकारी ग्राम उबरा की सावित्री बाई कोल द्वारा दी गई। स्वयं सेवी संस्था जन साहस कम्युनिटी इंगेजमेण्ट के मुकेश द्विवेदी के साथ कलेक्ट्रेट पहुंची सावित्री ने कलेक्टर श्री प्रसाद को बताया कि ठेकेदार विलास 6 अक्टूबर को इटारसी एवं नागपुर के बीच गन्ना कटाई के काम के लिए 20 मजदूरों को लेकर गया था। लेकिन 4 मजदूर वहां से किसी तरह वापस आने में सफल रहे। जबकि 16 मजदूरों से गन्ना कटाई और लदाई का काम करवाने के बाद भी मजदूरी का पैसा नहीं दिया जाता है। खाने के लिए केवल राशन दिया जाता है, बलपूर्वक काम करवाया जाता है, उनसे गाली-गलौज की जाती है, साथ ही घर जाने के लिए छोड़ने के एवज में 2 से 5 लाख रुपये की मांग ठेकेदार द्वारा की जाती है। उनसे दिन-रात काम भी करवाया जाता है। इन स्थितियों को सुनने और जानने के तत्काल बाद ही कलेक्टर अवि प्रसाद ने कोल्हापुर जिले के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को 21 दिसंबर को ही पत्र लिखकर हरली कारखाना में कटनी विजयराघवगढ़ अंचल के सभी मजदूरों को ठेकेदार के चंगुल से मुक्त करने का आग्रह किया। श्री प्रसाद ने पत्र में लिखा कि मजदूरों को जल्द से जल्द यदि हरली कारखाना के ठेकेदार से मुक्त नहीं कराया गया तो कोई भी बड़ी घटना घटित हो सकती है। इसलिए वहां मजदूरी करने गए और मुश्किल हालात में फंसे मजदूरों को घर वापस भेजने की कार्यवाही करते हुए दोषियों के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही करने कलेक्टर कटनी अवि प्रसाद ने पत्राचार किया था। इसके बाद हरकत में आए कोल्हापुर जिला प्रशासन ने ठेकेदार व मालिक को कटनी के सभी मजदूरों को घर वापस भेजने के पुख्ता प्रबंध करने के निर्देश दिए। इसके बाद सभी मजदूर शुक्रवार की देर रात या शनिवार की सुबह तक कटनी रेलवे स्टेशन पहुंचेंगे। यहां से मजदूरों को उनके गांव के लिए रवाना कर दिया जाएगा।
मुक्त हुए मजदूर
कोल्हापुर के हरली कारखाना में मुश्किल हालातों से जूझ रहे, जो मजदूर घर आने के लिए वापस कटनी आ रहे हैं उनमें विजयराघवगढ़ क्षेत्र के ग्राम उबरा की रोशनी बाई कोल, रमेश कोल, गीता बाई कोल, कन्छेदी कोल, अर्जुन कोल, सूरज कोल, विजय कोल, सुखी लाल कोल, अरुण कोल और चांदनी कोल शामिल है। जबकि सिजहरा ग्राम की रानी कोल एवं सुमन कोल तथा कुम्हरवारा गांव के सगौंनी कोल तथा भरेबा गांव के संजू कोल शामिल हैं। इन सभी मजदूरों की जानकारी उबरा निवासी सावित्री बाई कोल द्वारा कलेक्टर श्री प्रसाद को दी गई थी।
कलेक्टर ने दिखाई मानवता
कलेक्टर श्री प्रसाद ने सावित्री की व्यथा और परिजनों के मुशिकल में फंसे होने की वेदना को महसूस करते हुए त्वरित कार्यवाही की। श्री प्रसाद ने संवेदनशीलता और मानवता का परिचय देते हुए जिले के श्रमिकों को छुड़वाने का गंभीर प्रयास किया। जिसका यह सुफल निकला कि परेशानियों का सामना कर रहे जिले के श्रमिकों की कलेक्टर श्री प्रसाद के प्रयासों से अब घर वापसी हो पा रही है।
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