बच्चों को लेकर कहीं लापरवाही होती है तो उसे देखने और सुधार का भी काम होना चाहिए, कलेक्टर के निर्देश पर बच्चों के कचरा बीननें के मामले में की गई कार्यवाही
कटनी ( प्रबल सृष्टि ) बचपन वह कच्ची मिट्टी है जिसमें बच्चें जैसे ढलते जाते हैं वैसा ही आने वाला कल निर्मित हो सकता है। अपने माता पिता और समाज से बच्चें जो पाते हैं शायद वही वापस लौटता है इसलिए सभी बच्चें बचपन से जो दिशा पाते है फिर भविष्य की दशा भी उसी मार्ग से ही निकलती है। अगर बच्चों को लेकर कहीं लापरवाही होती है तो उसे देखने और सुधार का भी काम होना चाहिए।
कलेक्टर कार्यालय कटनी को बच्चों का कचरा बीनने का मामले की जानकारी प्राप्त हुई थी जिसपर कलेक्टर अवि प्रसाद द्वारा संज्ञान में लेते हुये जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास विभाग को निर्देशित किया। जिसके संबंध में बाल संरक्षण अधिनियम 2014 एवं नियम 2015 अंतर्गत जिले में भिच्क्षावृत्ति एवं कचरा बीनने वाले बच्चों का सर्वेक्षण किया जा रहा है परियोजना अधिकारी ढीमरखेड़ा की टीम द्वारा कचरा बीनते हुए स्थानीय ढीमरखेड़ा में निम्न 09 बच्चे पाए गये 09 बच्च्चों में से 07 बच्चे का स्कूल में नामांकन है एवं 2 का नामांकन नहीं है। परियोजना अधिकारी ढीमरखेड़ा द्वारा अभिभावक के साथ शा.मा.शा. ढीमरखेड़ा में उपस्थित होकर अभिभावकों को प्रतिदिन बच्चो को स्कूल भेजने की समझाइश दी गयी है एवं 2 बच्चो को तत्काल नामांकन के निर्देश दिए गये। अभिभावकों को चेतावनी भी दी गयी है कि यदि बच्चों को स्कूल नहीं भेजा गया एवं उक्त कार्य में संलिप्ता पाई गई तब बाल संरक्षण अधिनियम अंतर्गत कठोर कार्यवाही की जाएगी।
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