भोपाल ( प्रबल सृष्टि ) श्री किशोर कोडवानी के नेतृत्व में इंदौर में वर्ष में 12 शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रम देने की 26 अक्टूबर को शुरूआत बढ़ दिवस से हुई।
सिन्धी लोक गीत, नृत्यों की 25 कलाकार प्रस्तुति देने आए मंच पर 5 नन्हे दर्शकों ने दीप प्रज्वलित कर किया शुभारंभ।
भोपाल के युवा कलाकार शुभम नाथानी और रोशनी तनवानी ने गीतों और पिंकी लालवानी के साथ 12 कलाकारों ने सिन्धी लोक नृत्यों की प्रस्तुति दी । इन्दौर की आर्टिस्ट गोमती चेलानी ने सुखमनी पाठ और घनश्याम पारवानी ने जीजल गीत गाया। सिन्ध के लगभग 7000 वर्ष के इतिहास पर आधारित फिल्म प्रदर्शित की गई ।
सिन्ध समाज के वरिष्ठ श्री मनोहर देव, दादा ईश्वर झामनानी, श्यामलाल राजदेव जी, श्री मंधाराम वाधवानी, श्री गोपालदास परियानी ने पांच नन्हे दर्शकों को विरासत के नौनिहाल को अतिथि के रूप में स्वागत किया।इस मौके पर आयोजन समिति सदस्य कार्तिक ईसरानी, राहुल सुखानी, विपुल फतेहचंदानी,नीलम तलरेजा, दीप्ती जगवानी मौजूद थे। नौनिहालो ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया ।
कार्यक्रम का संचालन सुरेश वाधवा और आभार रोहित नागदेव ने माना। यह आयोजन वर्ष 1965 के युद्ध मे शहीद प्रेम रामचंदानी जी को समर्पित किया गया । संगठन के साथी कामेडी आर्टिस्ट,कवि स्व अशोक सुन्दरानी को श्रद्धांजलि अर्पित की गयी।कार्यक्रम में मतलानी परिवार ने स्वाद से संस्कार के लिए सिन्धी दाल पकवान और सिगर की लाई कि व्यवस्था की । विशेष रूप से ज्ञानचंद लालवानी,संपादक अखंड सिंधु संसार,भोपाल उपस्थित थे।
श्री किशोर दीपक कोडवानी ने बताया कि गुरुनानक देवजी के 550 प्रकाशोत्सव पर गुरुवाणी के प्रथम पाठ सुखमनी से सुश्री गोमती चेलानी ने भक्तिमय गीत सुनाकर समा बांधा । मुहिजी मिठाई बोली थीम गीत से पुरानी यादों में घनश्याम पारवानी ले गये । तुहिजें शहर मे ओ मिठा सुहिणा गीत से शुभम नाथानी ने माहौल रोचक बना दिया।
दियारीअ जा दिया बारू, हिंद सिन्ध वारन खे, सभनि खे डायरिंयूं जूं वाधायूं पिंकी लालवानी की नृत्य प्रस्तुति पर दर्शक थिरक उठे । रोशनी तनवानी ने लोकगीत मिठडी बोली लोली गीत ने सांस्कृतिक विरासत के भाव से भर दिया ।
Comments
Post a Comment