समाज में जो भ्रांतियां फैली हैं, उनको दूर करने की आवश्यकता है, नवजात को स्तनपान कराने से बच्चे और मां का बहुत सी बीमारियों से बचाव होता है
कटनी ( प्रबल सृष्टि )- बच्चे के जन्म के साथ ही उसे मां का दूध पिलाना आवश्यक है। इसको लेकर समाज में जो भ्रांतियां फैली हैं, उनको दूर करने की आवश्यकता है। स्तनपान कराने से न केवल बच्चे का स्वास्थ्य ठीक रहता है, बल्कि मां का भी बहुत सी बीमारियों से बचाव होता है। विश्व स्तनपान सप्ताह को लेकर आयोजित मीडिया कार्यशाला में महिला चिकित्सक डॉ. हर्षिता गुप्ता ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि मां यदि स्तनपान कराती है और उससे ब्रेस्ट कैंसर से बचाव, फैट में कमी आना सहित अन्य तमाम तरह की बीमारियों से निजात मिलती है। डॉ. गुप्ता ने कार्यशाला में उपस्थित सुपरवाइजरों की जिज्ञासाओं का भी समाधान किया।
इससे पहले जिला कार्यक्रम अधिकारी नयन सिंह ने विश्व स्तनपान सप्ताह के अंतर्गत एक सप्ताह तक आयोजित होने वाली विभागीय गतिविधियों पर पॉवर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि 1 अगस्त को कन्या महाविद्यालय में क्विज प्रतियोगिता, 2 अगस्त को पिता को चिट्ठी, 3 अगस्त को गीतों के माध्यम से प्रचार-प्रसार, 4 अगस्त को आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से पोस्टर के माध्यम से जानकारी दी जाएगी। 5 अगस्त को स्लोगन व 6 अगस्त को जिला स्तर से वेबीनार का आयोजन किया जाएगा। 7 अगस्त को समापन पर 1 अगस्त से 6 अगस्त के बीच जन्म लेने वाली बालिकाओं का केन्द्रों में सम्मान किया जाएगा।
कार्यक्रम के दूसरे चरण में विशेषज्ञ कशिश बत्रा ने एनआरसी के माध्यम से कुपोषण को दूर करने और स्तनपान सप्ताह के दौरान जरूरी गतिविधियों के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि फील्ड में काउंसिलिंग जितनी अधिक होगी, उतना ही समाज स्तनपान को लेकर जागरूक होगा। इस कार्य में महिलाओं के साथ परिवार के पुरूषों का भी सहयोग लें। जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री सिंह ने पर्यवेक्षकों को आंगनबाड़ी केन्द्रों में सहजन, आम, अमरूद के पौधारोपण कराने की बात कही। उन्होंने कुपोषण को दूर करने में गांवों सहज-सुलभ मुनगा क महत्व पर विशेष प्रकाश डाला।
कार्यक्रम के दौरान जिला सशक्तिकरण अधिकारी वनश्री कुर्वेती सहित विभागीय सुपरवाइजर तथा पत्रकार एवं मीडियाकर्मी उपस्थित थे।
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