कटनी - प्रदेश के सूक्ष्म, लघु और उद्यम मध्यम मंत्री ओम प्रकाश सखलेचा ने कहा कि आत्म निर्भर भारत के परिदृश्य में धनात्मक सोच से वैश्विक प्रतिस्पर्धा में अच्छी गुणवत्ता पूर्ण उत्पादों को तैयार कर विश्व बाजार में अपना वर्चस्व कायम कर सकते हैं। उन्होने कहा कि हमारे देश में श्रमवीरों की कमी नहीं है। उनकी क्षमताओं का बेहतर उपयोग कर अपनी जरुरतों के अलावा विश्व बाजार में अच्छी पहुंच बना सकते हैं। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम तथा विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री गुरुवार को कटनी जिले के प्रवास के दौरान जिले के उद्योगपतियों, उद्योग संघों के पदाधिकारियों तथा जिला उद्योग एवं व्यापार केन्द्र के अधिकारियों से चर्चा कर रहे थे। इस अवसर पर पूर्व मंत्री अलका जैन, जिलाध्यक्ष रामरतन पायल, पीताम्बर टोपनानी, नगर परिषद् के पूर्व अध्यक्ष गणेश राव, महाप्रबंधक उद्योग अजय श्रीवास्तव, मध्यप्रदेश लघु उद्योग संघ के सचिव सुधीर मिश्रा, औद्योगिक क्षेत्र लमतरा के अध्यक्ष संजय जैन, मनीष गेई, तहसीलदार मुनौव्वर खान सहित विभिन्न उद्योग संघों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्यम मंत्री ने कहा कि वर्तमान में वैश्विक परिस्थितियों में चीन एवं अन्य देशों के सामानों का आयात कम हो रहा है। इसे देखते हुये भारत की औद्योगिक गतिविधियों के बढ़ने की प्रचुर संभावनायें हैं। वैश्विक प्रतिस्पर्धा में अपनी नई सोच के साथ अच्छी गुणवत्ता पूर्ण उत्पाद तैयार कर विश्व के बाजार में अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज करा सकते हैं। उन्होने कहा कि प्रदेश में औद्योगिक निवेश के लिये सड़क, पानी, बिजली सहित सम्पूर्ण सुविधाओं के विकसित होने से अनुकूल वातावरण निर्मित हुआ है। अब उद्योगों को विकास का वातावरण तैयार कर औद्योगिक निवेश की पहल करनी है।
उद्यम मंत्री ओम प्रकाश सखलेचा ने कटनी जिले में संचालित उद्योगों के संबंध में प्रत्येक उद्योगपति और उद्योग संघ के प्रतिनिधियों से व्यापक रुप से चर्चा कर सुझाव भी प्राप्त किये। उन्होने कहा कि राज्यस्तर पर वृहद औद्योगिक संस्थानों से वेबीनार के माध्यम से चर्चा कर औद्योगिक निवेश के लिये विचार-विमर्श किया जा रहा है। सुझावों के आधार पर आवश्यक हुआ तो राज्य सरकार की उद्योग नीति में परिवर्तन करेंगे। उन्होने कहा कि प्रदेश में उद्योग लगने से औद्योगिक परिदृश्य बदलेगा और रोजगार के नये अवसर भी मिलेंगे।
उद्योगपतियों द्वारा प्रस्तुत किये गये मुद्दों पर मंत्री ने कहा क सम्पत्तिकर का शहरी क्षेत्र के उद्योगों में दोहरा भुगतान, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की बढ़ी शुल्क, भूमि प्रबंधन 2015 के तहत अविकसित भूमि आवंटन, उद्योग निवेश प्रोत्साहन नीति 2019 में आवश्यक समाधान संशोधन के संबंध में भी कार्यवाही की जायेगी। उन्होने कहा कि निर्यातक इकाईयों की सुविधा के लिये गुजरात में अरब सागर में मध्यप्रदेश सरकार का स्वयं का पोर्ट बनाने के बारे में विचार भी किया जा रहा है।
संगोष्ठी की शुरुआत में कटनी जिले में स्थापित औद्योगिक गतिविधियों पर आधारित लघु फिल्म और पावर पॉईन्ट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से महाप्रबंधक उद्योग अजय श्रीवास्तव ने कटनी जिले की औद्योगिक गतिविधियों की जानकारी दी। जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र कटनी द्वारा आयोजित इस विचार संगोष्ठी में महाकौशल इंडस्ट्रीज, प्राईवेट लिमिटेड की ओर से अरविन्द्र गूगालिया, अजय फूड प्रोसेसिंग की ओर से मनीष गेई, शारदा रिफ्रेक्ट्रीज की ओर से पवन मित्तल, मध्यप्रदेश लघु उद्योग संघ सचिव सुधीर मिश्रा, प्रीमियर रिफैक्ट्रीज से नीरज गुप्ता, लघु उद्योग भारती से अरुण सोनी, चूना पत्थर उद्योग से अनिल नागरथ, सामेन्दु सोम ने भी अपने सुझाव प्रस्तुत किये।
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