शहर के होटलों को कोविड केयर सेंटर के रूप में संचालित किये जाने विधायक ने दिया प्रस्ताव, शांति समिति और संकट प्रबंधन समूह की बैठक के देखें निर्णय
कटनी - अक्टूबर माह में पड़ने वाले दुर्गोत्सव, दशहरा और ईद मिलादुन्नबी त्यौहारों के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम और बचाव के लिये जारी राज्य शासन के दिशा-निर्देशों के अनुसार जिले में गरबा, चल समारोह या जुलूस निकालने पर प्रतिबंध रहेगा। इस आशय के निर्णय बुधवार को जिला पंचायत के सभाकक्ष में कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी शशिभूषण सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न जिला संकट प्रबंधन समूह और शांति समिति की संयुक्त बैठक में लिया गया। इस मौके पर विधायक संदीप जायसवाल, पुलिस अधीक्षक ललित शाक्यवार, अपर कलेक्टर एवं सीईओ जिला पंचायत जगदीश चन्द्र गोमे, एसडीएम बलबीर रमन सहित शांति समिति के सदस्य ठाकुर गुमान सिंह, मिट्ठूलाल जैन, मारुफ अहमद नकवी,गिरधारी लाल स्वर्णकार, चमनलाल आनन्द, शहर काजी हाजी मोहम्मद नसीम सहित विभाग प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे।
शांति समिति की बैठक में बताया गया कि अक्टूबर माह में 17 से 25 अकटूबर तक नवदुर्गोत्सव और दशहरा तथा 30 अक्टूबर को ईद मिलादुन्नबी का त्यौहार मनाया जायेगा। दुर्गोत्सव समितियों को प्रतिमा की स्थापना और विसर्जन के लिये प्रशासन से अनुमति लेनी होगी। कटनी शहर में कुल 11 स्थानों पर विसर्जन के लिये कृत्रिम कुण्ड बनाये जायेंगे। इसी प्रकार पूरे जिले में एसडीएम और एसडीओपी अनुविभाग एवं थाना स्तर पर शांति समिति की बैठक आयोजित करायेंगे। शांति समिति की बैठक में निर्णय लिये गये कि सड़कों, चौराहों एवं सड़क की रेलिंग पर झण्डे, बैनर नहीं लगाये जायेंगे। अन्यथा संपत्ति विरुपण अधिनियम के तहत कार्यवाही की जायेगी। विसर्जन स्थलों पर नगर निगम द्वारा निर्मित कृत्रिम जल कुण्ड के पास प्रकाश, साफ-सफाई, आवागमन, पार्किंग की समुचित व्यवस्था तथा नदी के घाटों में गोताखोर एवं होमगार्ड के जवानों की तैनाती की जायेगी। कलेक्टर ने विद्युत कम्पनी के अधिकारियों को शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में त्यौहारों के दौरान सतत् और निर्बाद्ध विद्युत आपूर्ति बनाये रखने के निर्देश दिये हैं।
शांति समिति की बैठक में त्यौहारों और धार्मिक कार्यक्रमों के मद्धेनजर कोरोना संक्रमण की रोकथाम और बचाव के लिये गृह विभाग द्वारा जारी नवीन दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करने का निर्णय लिया गया है। इसके अनुसार विभिन्न सार्वजनिक स्थानों पर स्थापित की जाने वाली प्रतिमा की ऊंचाई अधिकतम 6 फीट होगी तथा पण्डाल का साईज 10 बाई 10 फीट अधिकतम रखा जा सकेगा। सभी मूर्तिकारों को तत्काल आवश्यक रुप से अवगत करा दिया जायेगा कि प्रतिमा की ऊंचाई 6 फिट या उससे कम रखा जाना बंधनकारी है।
इसी प्रकार सामाजिक व सांस्कृतिक एवं अन्य कार्यक्रमों के आयोजन के संबंध में गृह मंत्रालय भारत सरकार तथा गृह विभाग मध्यप्रदेश शासन के परिपत्रों के अनुसार 100 से कम व्यक्तियों की उपस्थिति में आयोजन किये जा सकेंगे। इसके लिये आयोजक को जिला प्रशासन से पूर्व अनुमति प्राप्त करना आवश्यक होगा। कोविड-19 संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुये किसी भी धार्मिक एवं सामाजिक आयोजन के लिये चल समारोह निकालने की अनुमति नहीं होगी। साथ ही गरबा के आयोजन नहीं हो सकेंगे। लाउड स्पीकर बजाने के संबंध में माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा जारी की गई गाईड लाईन का पालन किया जाना अनिवार्य होगा।
मूर्ति विर्सजन के लिये 10 से अधिक व्यक्तियों के समूह को अनुमति प्रदान नहीं की जायेगी। इसके संबंधित आयोजकों को पृथक से जिला प्रशासन से लिखित अनुमति पूर्व से प्राप्त किया जाना आवश्यक होगा। जिला प्रशासन द्वारा विसर्जन के लिये अधिक से अधिक उपयुक्त 11स्थानों का चयन किया गया है ताकि विसर्जन स्थल पर भीड़ कम हो। विजर्सन की विकेन्द्रीकृत व्यवस्था पर भी जिला शांति समिति तथा जिला क्राईसिस मेनेजमेन्ट कमेटी में भी विचार कर चलित मूर्ति विसर्जन वाहन की व्यवस्था की जायेगी।
सार्वजनिक स्थानों पर कोविड संक्रमण से बचाव के तारतम्य में झांकियों, पण्डालों, विसर्जन के आयोजनों में श्रद्धालु फेस कवर, सोसल डिसटेन्सिंग एवं सैनीटाईजर का प्रयोग के साथ ही राज्य शासन द्वारा समय-समय पर जारी किये गये निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जायेगा। समस्त दुकानें रात्रि 8 बजे तक खुलने की अनुमति होगी। केमिस्ट, रेस्तरां, भोजनालय, राशन एवं खान पान संबंधित दुकाने 8 बजे के बाद भी अपने निर्धारित समय तक खुली रह सकती हैं। रात्रि 10.30 बजे से सुबह 6 बजे तक अकारण आवामन न हो इसके लिये नियमित रुप से पेट्रोलिंग की व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी। दुकानों का निरन्तर निरीक्षण कराया जायेगा। दुकान संचालकों से अपेक्षा की गई है कि वह स्वयं मास्क पहने तथा ग्राहकों के उपयोग के लिये सैनीटाईजर तथा सोशल डिस्टेन्सिंग के लिये 1-1 गज की दूरी पर घेरे बनायें। एैसा नहीं करने वाले संचालकों के विरुद्ध नियमानुसार जुर्माना एवं दाण्डिक कार्यवाही की जायेगी।
घरेलू प्रतिमाओं के विसर्जन के लिये चलित विसर्जन कुण्ड की व्यवस्था
विधायक के प्रस्तावों पर सर्वसम्मति से निर्णय
दुर्गोत्सव के पश्चात प्रतिमाओं के निर्धारित विसर्जन स्थलों में भीड़भाड़ कम करने और विकेन्द्रीकृत विसर्जन व्यवस्था के लिये विधायक संदीप जायवाल द्वारा चलित विसर्जन कुण्ड की व्यवस्था के सुझाव पर जिला शांति समिति ने सर्वसम्मति से निर्णय लेकर लागू करने पर जोर दिया। विधायक श्री जायसवाल ने कहा कि नगर निगम के माध्यम से 20-25 वाहनों में घरों में पूजा के लिये रखी जाने वाली प्रतिमाओं के विसर्जन के लिये कृत्रिम कुण्ड बनाकर शहर के विभिन्न स्थलों पर चलित विसर्जन कुण्ड की व्यवस्था की जाये। इससे शहर के नदी घाटों पर निर्धारित विसर्जन स्थलों पर भीड़भाड़ का दबाव नहीं रहेगा। इन वाहनों पर एक-एक पुजारी की व्यवस्था भी रखी जा सकती है। ताकि मूर्तियों का विधिवत् विसर्जन इन चलित जल कुण्डों में किया जा सके। शांति समिति की बैठक में इस प्रस्ताव का सर्वसम्मति से समर्थन कर व्यवस्था बनाने का निर्णय लिया गया।
जिला संकट प्रबंधन समूह की बैठक में विधायक संदीप जायसवाल ने प्रस्ताव दिया कि जिला अस्पताल में कोविड मरीजों की संख्या और दबाव के मद्धेनजर शहर के होटल प्रबंधकों को प्रोत्साहित कर उनके होटल के सभी कमरों में मरीजों को बेहतर खान-पान, साफ-सफाई की सुविधा उपलब्ध कराने के दृष्टिगत कोविड केयर सेन्टर के रुप में संचालित किया जाये। जिला चिकित्सालय द्वारा चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टाफ की ड्यूटी इन कोविड केयर सेन्टर में चिकित्सीय देखभाल के लिये लगाई जाये। कलेक्टर ने एसडीएम और स्वास्थ्य अधिकारियों को इस संबंध में होटल प्रबंधकों की सहमति लेने के निर्देश दिये।
जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिये मांगे सुझाव
कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिये गठित जिला संकट प्रबंधन समूह की बैठक में कलेक्टर शशिभूषण सिंह ने बताया कि जिले में अब तक 1059 पॉजीटिव केस दर्ज हुये हैं। जिनमें से उपचार और देखभाल के बाद 778 मरीज पूर्ण स्वस्थ्य होकर डिस्चार्ज हुये हैं। वर्तमान में 267 केस एक्टिव हैं। जिनमें 95 होम आईसोलेशन, 26 अन्य जिलों में उपचाररत्, 32 जिला अस्पताल में और 12प्राईवेट अस्पताल में उपचाररत् हैं। जिला चिकित्सालय कटनी में रेपिड एन्टीजेन टेस्ट की सुविधा उपलब्ध है तथा होम आईसोलेशन के मरीजों की चिकित्सीय देखभाल के लिये जिला अस्पताल में कोविड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर संचालित किया जा रहा है। जिला संकट प्रबंधन समूह की बैठक में सदस्यों से जिले में कोरोना संक्रमण की प्रभावी रोकथाम और जनजागरुकता के लिये सुझाव भी लिये गये।
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