कटनी - देश में 200 शहरों में से मध्यप्रदेश के कटनी जिले को नगर वन योजना से जोड़कर 2 करोड़ रुपये की लागत से झिंझरी के एकांत वन को सिटी फॉरेस्ट के रुप में विकसित किया जायेगा। जैव विविधता संरक्षण शहरी निवासियों को प्राकृतिक वातावरण प्रदूषण के उपशमन के लक्ष्य को लेकर 35.40 हैक्टेयर में विकसित किया जा रहा सिटी फॉरेस्ट कटनी शहर के लिये शुद्ध ऑक्सीजन का टैंक साबित होगा। कलेक्टर शशिभूषण सिंह की अध्यक्षता में संपन्न नगर वन योजना की पहली बैठक में नगर वन विकसित करने की कार्ययोजना और संबंधित विभागों के दायित्वों पर चर्चा की गई। इस मौके पर वन मण्डलाधिकारी रमेश चन्द्र विश्वकर्मा, सीईओ जिला पंचायत जगदीश चन्द्र गोमे, परियोजना अधिकारी उद्यान सूर्यभान सिंह, कार्यपालन यंत्री नगर निगम राकेश शर्मा भी उपस्थित थे।
कलेक्टर ने सिटी फॉरेस्ट के विकास की कार्ययोजना की जानकारी देते हुये बताया कि 5 वर्षीय विकास की कार्ययोजना के तहत कैम्पा और जिला खनिज प्रतिष्ठान तथा खनिज उद्योगों के सीएसआर के वित्तीय मद से विकास कार्य कराये जायेंगे। सिटी फॉरेस्ट का संधारण, रखरखाव नगर निगम द्वारा किया जायेगा। कलेक्टर ने कहा कि सिटी फॉरेस्ट एकांत वन के प्रवेश द्वार के समीप हर्बल और वनोत्पाद के विक्रय के लिये आउटलेट संजीवनी केन्द्र भी बनाया जायेगा।
वन मण्डलाधिकारी रमेश चन्द्र विश्वकर्मा ने बताया कि शहर के समीप झिंझरी में पूर्व में विकसित फॉरेस्ट एकांत वन में 35.40 हैक्टेयर वन क्षेत्र का चयन किया गया है। सिटी फॉरेस्ट के रुप में 2 करोड़ लागत के विकास कार्यो में एक करोड़ 25लाख रुपये की वित्तीय सहायता नेशनल कैम्पा से प्राप्त होगी तथा शेष 75 लाख रुपये की वित्तीय सहायता स्थानीय रिसोर्स से प्राप्त की जायेगी।
सिटी फॉरेस्ट की विकास की कार्ययोजना 5वर्षीय बनाई गई है। जिसमें प्रथम वर्ष में डिमॉर्केशन, फेनसिंग, पंचवटी वन, संजीवनी वन, शांति वन, जैव विविधता वन, मृदा संरक्षण, वॉटर बाड़ी, रेन वॉटर हार्वेस्टिंग गेट, चौकीदार हट, जॉगिंग ट्रैक, वॉच टॉवर, व्हीकल पार्किंग, प्रसाधन सुविधा, विद्युतीकरण के कार्य कराये जायेंगे।
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