कटनी - प्रदेश में कोरोना के जड़ से उन्नमूलन के लिये राज्य शासन द्वारा 1 जुलाई से 15जुलाई तक किल कोरोना अभियान चलाया जा रहा है। कटनी जिले को कोरोना संक्रमण से मुक्त रखने अभियान के तहत विशेष सर्विलांस सर्वे कार्य को गंभीरता पूर्वक संपादित करें। इस आशय के निर्देश कमिश्नर जबलपुर संभाग महेशचन्द्र चौधरी ने कलेक्ट्रेट कटनी में वेब वीसी के माध्यम से मैदानी क्षेत्र के अधिकारियों और जिलास्तरीय अधिकारियों की अभियान की तैयारी समीक्षा बैठक में दिये हैं। इस मौके पर पुलिस महानिरीक्षक जबलपुर जोन बी0एस0 चौहान, कलेक्टर शशिभूषण सिंह, पुलिस अधीक्षक ललित शाक्यवार, अपर कलेक्टर साकेत मालवीय, डीएफओ राजेश राय, सीईओ जिला पंचायत जगदीश चन्द्र गोमे, कमिश्नर नगर निगम आर0पी0 सिंह, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ0 एस0के0 निगम सहित विभाग प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे। विकासखण्ड मुख्यालयों पर तहसीलस्तरीय विभाग प्रमुख अधिकारी भी वेबकास्टिंग वीडियो कॉन्फ्रेन्स के माध्यम से समीक्षा बैठक में शामिल हुये।
कमिश्नर जबलपुर श्री चौधरी ने कहा कि राज्य शासन के निर्णय अनुसार शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के प्रत्येक घर का सर्वे कर कोरोना संक्रमण, मलेरिया और डेंगू के संदेहास्पद रोगियों की पहचान 1 जुलाई से 15 जुलाई तक अभियान के तौर पर की जायेगी। सुनिश्चित करें कि कोई भी व्यक्ति इस महत्वपूर्ण सर्वे से छूटना नहीं चाहिये। अभियान के पूर्व वातावरण तैयार करें, प्रशिक्षण आदि की सभी तैयारियां पूर्ण कर सर्वेदलों को दक्ष करें। ताकि सार्थक एप में सही जानकारी भर सकेंगे। उन्होने कहा कि इस कार्य में जनप्रतिनिधि, पंचायत प्रतिनिधियों की भी सहभागिता ली जाये। कमिश्नर श्री चौधरी ने कटनी जिले में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिये की गई व्यवस्थाओं, प्रबंधों और कार्यवाहियों की सराहना करते हुये कहा कि संवेदनशील क्षेत्र होने के बावजूद कटनी जिला लम्बे समय तक कोरोना संक्रमण से मुक्त रहा है और वर्तमान स्थितियों के कन्ट्रोल वाला जिला है। उन्होने कहा कि अनलॉक डाउन की स्थिति में संक्रमण के खतरे को देखते हुये अब और भी सतर्क रहकर सावधानी पूर्वक कार्य करने की जरुरत है।
कमिश्नर श्री चौधरी ने कहा कि किल कोरोना अभियन के सर्वे कार्य में प्रत्येक घर-प्रत्येक व्यक्ति का सर्वे करें। इसके साथ ही सैम्पलिंग, उपचार व्यवस्था एवं अन्य संसाधनों को बढ़ाने की दिशा में सतत् कार्य करें। उन्होने कहा कि इसके अलावा सभी संबंधित विभाग राज्य शासन की योजनाओं के डिलेवरी सिस्टम को भी मजबूत बनाये रखें। सर्वे के दौरान ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में साफ-सफाई और वृक्षारोपण का विशेष अभियान चलायें। उन्होने कहा क स्वास्थ्य विभाग अपनी जवाबदेही बनाये रखे। खरीफ फसलों की बोनी का समय चल रहा है। खाद-बीज और कीटनाशकों की सहज उपलब्धता बनाये रखें। साथ ही अमानक खाद-बीज की बिक्री पर सख्ती से रोक लगायें।
आईजी बी0एस0 चौहान ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण की दृष्टि से कटनी जिले को लंबे समय तक मुक्त बनाये रखने के प्रयासों के लिये जिले के अधिकारी, कर्मचारी और जागरुक नागरिक बधाई के पात्र हैं। कटनी मुख्य जंक्शन होने से रेल्वे का आवागमन, बायपास से सड़क परिवहन जारी रहने के बावजूद अच्छी व्यवस्थाओं के कारण जिले में संक्रमण नहीं हो सका। कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा अभी कम नहीं हुआ है। यह दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा है। एैसे में और भी जिम्मेदारी से सतर्क होकर काम करने की जरुरत है। उन्होने कहा कि सरकारी ड्यूटी में समाज सेवा करने का इससे बेहतर अवसर नहीं मिल सकता।
ग्रामीण रोजगार योजनाओं और रोजगार सेतु पोर्टल की समीक्षा
कमिश्नर जबलपुर संभाग महेशचन्द्र चौधरी ने कटनी प्रवास के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेन्स के माध्यम से ग्रामीण विकास की रोजगार योजनाओं,मनरेगा, प्रधानमंत्री आवास, स्वच्छता मिशन,वृक्षारोपण और गौशाला निर्माण, गेहूं उपार्जन, खरीफ फसल की बोनी, प्रवासी मजदूरों को श्रम सिद्धि योजना में रोजगार, गरीब कल्याण रोजगार अभियान तथा रोजगार सेतु पोर्टल की समीक्षा भी की।
सीईओ जिला पंचायत जगदीश चन्द्र गोमे ने बताया कि जिले में इस वर्ष 9873 प्रधानमंत्री आवास बनाये जायेंगे। मनरेगा योजना में किसी वर्ष31 हजार से अधिक मजदूरों को रोजगार नहीं दिया गया। किन्तु इस वर्ष अब तक 77 हजार मजदूरों से अधिक का रोजगार दिया जा चुका है। मजदूरी भुगतान लगभग 92 प्रतिशत हो रहा है। मनरेगा के तहत 15015 कार्य ग्रामीण क्षेत्रों में चल रहे हैं और 15806 कार्य प्रस्तावित हैं। श्रमसिद्धि अभियान में 33 हजार 236 वापस लौटे मजदूरों में 28 हजार 385 श्रमिक जॉबकार्ड के पात्र पाये गये हैं। रोजगार सेतु पोर्टल पर 16 हजार 491 प्रवासी मजदूरों रोजगार के लिये श्रेणीवार दर्ज किया गया है। वृक्षारोपण के तहत 402 परियोजनाओं में गैप फिलिंग, वृक्षारोपण, 6 नर्सरी, 302 स्वसहायता समूहों के फलोद्यान, 442 पोषण वाटिका, एमडीएम में वृक्षारोपण किया जा रहा है। वन मण्डलाधिकारी राजेश राय ने बताया कि वन परिक्षेत्रों में 2 लाख पौधरोपण किया जायेगा।
कोरोना स्ट्रेटेजिक प्लान और किल कोरोना की ली जानकारी
कमिश्नर जबलपुर महेशचन्द्र चौधरी ने कटनी प्रवास के दौरान किल कोरोना अभियान की तैयारियों की समीक्षा के दौरान आगामी समय के लिये कोरोना स्ट्रेटेजिक प्लान की जानकारी भी ली।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ0एस0के0 निगम और सिविल सर्जन डॉ0 यशवंत वर्मा ने प्रेजेन्टेशन के माध्यम से बताया कि किल कोरोना अभियान के तहत स्पेशल सर्विलान्स कैम्पेन के द्वारा जिले की 15 लाख की जनसंख्या को कव्हर करेंगे। जिले में कुल 225 सर्विलान्स दल बनाये गये हैं। प्रत्येक दल एक दिन में 100 घरों की 500जनसंख्या को कव्हर करेंगे। सर्वेदल में आशा, एएनएम, एमपीडब्ल्यू को शामिल किया गया है। लक्षित जनसंख्या 15 लाख 37 हजार 530 के मान से एक लाख 2 हजार 502 व्यक्तियों का सर्वे एक दिन में पूर्ण किया जायेगा। सर्वेदल की मॉनीटरिंग के लिये जिला और जनपद स्तर पर दल रहेंगे। कटनी जिले में अब तक 524 संदिग्ध मरीजों के सैम्पल आईसीएमआर और 21 सैम्पल ट्रूनाट मशीन से परखे गये हैं। जिले में कुल 15 कोरोना पॉजीटिव पाये गये, जिनमें 9 रोगी स्वस्थ्य होकर घर जा चुके हैं। 4 का उपचार चल रहा है और 2 रोगियों की मृत्यु हुई है। जिले में 8 फीवर क्लीनिक से 1197व्यक्तियों की जांच और उपचार हुआ है। लॉकडाउन अवधि में अब तक कुल 34 हजार 550 व्यक्ति अन्य राज्यों एवं जिलों से आये हैं। जिनकी स्क्रीनिंग हो चुकी है। इनमें से 31 हजार 819 के होम कोरेन्टाईन किया गया था, जिनकी अवधि पूर्ण हो चुकी है। जिला अस्पताल में 22 मार्च से अब तक 42 हजार 358 मरीज देखे गये हैं। इस दौरान 743 नॉर्मल डिलीवरी हुई है। भर्ती मरीजों की संख्या का औसत 173 प्रतिदिन रहा है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ0निगम ने बताया कि जिले में प्रवासी मजदूरों सहित सभी नागरिकों का स्वास्थ्य सर्वे एक बार किया जा चुका है। इसके अलावा ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में इम्युनिटी बूस्टर के रुप में विटामिन और आयुष औषधियां भी रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि के लिये लोगों को खिलाई गई है।
कोरोना स्ट्रेटेजिक प्लान की जानकारी में बताया गया कि जिले में 10 हॉस्टल में 518 बैड कोविड केयर सेन्टर के रुप में उपलब्ध है। जिला अस्पताल में सेन्ट्रल ऑक्सीजन की सुविधायुक्त 53बैड के साथ 150 बैड कोविड हेल्थ केयर के रुप में उपलब्ध रखे गये हैं। आईसीयू 32 बैड, वेन्टीलेटर 6तथा फीवर क्लीनिक 8 संचालित किये जा रहे हैं।
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