कटनी - जिले के रीठी विकासखण्ड के ग्राम घुघरा निवासी अनुसूचित जनजाति वर्ग के गरीब किसान ईश्वरी सिंह ने कपिलधारा योजना का लाभ लेकर अपनी 5 एकड़ की अनउपजाऊ बंजर जमीन को सिंचित कर ना केवल हराभरा किया है बल्कि उसे अपने परिवार की आजीविका का सशक्त साधन बनाकर 22 क्विंटल गेहूं की पैदावार भी ली है।
घुघरा गांव के गरीब परिवार से ईश्वरी सिंह के पास लगभग 5 एकड़ असिंचित जमीन थी, जिसमें बड़ी मेहनत मजदूरी करने के बाद भी परिवार को खाने के लिये पूरा अनाज नहीं मिल पाता था। मनरेगा स्कीम के तहत ईश्वरी सिंह को कपिलधारा योजना में कूप खनन के लिये 2 लाख रुपये स्वीकृत हो गये। हितग्राही ने अपने बैंक खाते में राशि पहुंचते ही निजी भूमि पर परिवारजनों की मेहनत से 12 मीटर गहराई और 5 मीटर चौड़ाई व्यास का कुंआ तैयार कर लिया। कुयें में भरपूर पानी होने से ईश्वरी सिंह की मेहनत रंग लाई, उन्होने अपने 5 एकड़ की बंजर जमीन में सिंचाई कर गेहूं लगाया। जिस जमीन में 5 क्विंटल गेहूं भी बमुश्किल पैदा होता था, उसमें अब 22 क्विंटल गेहूं की पैदावार ईश्वरी सिंह ने ली। अपनी सफलता से उत्साहित ईश्वरी सिंह ने पड़ोस के किसान की 5 एकड़ भूमि बटाई में लेकर बाड़ा तैयार किया और मौसमी सब्जी का उत्पादन भी शुरु कर दिया है। कपिलधारा कूप के माध्यम से अपनी बंजर अनउपजाऊ जमीन को सिंचित बनाकर एक सफल और प्रगतिशील किसान की भूमिका में ईश्वरी सिंह का परिवार खुशहाल और आर्थिक रुप से सशक्त हुआ है।
योजना का लाभ लेकर अपनी सफलता पर ईश्वरी सिंह का कहना है कि कपिलधारा जैसी सरकार की अनेक किसान हितैषी योजनायें उम्मीद की किरण बनकर गरीब किसानों के जीवन मे आर्थिक और सामाजिक रुप से मजबूत कर सम्मान जनक जीवन यापन में मदद कर रही हैं।
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