कटनी। आनंद बिहार कॉलोनी में वरिष्ठ पत्रकार कृष्णकांत अग्निहोत्री के सौजन्य से आयोजित शरद पूर्णिमा महोत्सव में भजन, कविता और फिल्मी नगमों की त्रिवेणी में बड़ी संख्या में मौजूद श्रोता गोते लगाते रहे। 8 बजे शुरू हुई संगीत संध्या रात्रि 12 बजे भगवान मुरली मनोहर की आरती के साथ समाप्त हुई। कार्यक्रम में मौजूद गणमान्यजनों ने आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि प्रतिवर्ष की यह परंपरा आत्मीयता के साथ मेल-जोल का एक सशक्त माध्यम है। इस वर्ष कार्यक्रम का आयोजन पुरानी लीक से हटकर था। एक ओर जहां भजन गायकों ने भक्तिरस की वर्षा की तो दूसरी और शहर के चुनिंदा कवियों ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया।
प्रारंभ में भगवान मुरली मनोहर का पूजन शरदोत्सव के आयोजक वरिष्ठ पत्रकार कृष्णकांत अग्निहोत्री, डॉ. श्रीमती स्नेहलता अग्निहोत्री, अनुराग अग्निहोत्री एवं जया अग्निहोत्री ने किया। इसके उपरांत सुर साधना म्यूजिक ग्रुप के संचालक आत्माराम सोनी के संगीत संयोजन में भजन संध्या की शुरूआत हुई। एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियों में श्रोता भाव-विभोर हो गए।
विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित आर्केस्ट्रा स्वीट सांग मेकर्स के संचालक एवं सिटी टीवी नेटवर्क के डायरेक्टर सुनील रांधेलिया के संगीत निर्देशन में श्रीमती सुधा रांधेलिया ने ईश्वर सत्य है, सत्य ही शिव की प्रस्तुति से समां बांध दिया। इसके पहले प्रतिष्ठित कवि प्रकाश प्रलय के संचालन में भजन गायिका गायत्री जैन ने राम से बड़ा राम का नाम भजन की प्रस्तुति देकर लोगों को सीधे मर्यादा पुरूषोत्तम की भक्ति से जोड़ दिया। उनके गाये अन्य भजनों को भी खासी सराहना मिली। कांग्रेस नेता गंगाराम कटारिया ने जोशे जवानी आए रे आए.. की प्रस्तुति से उपस्थितजनों को उत्साह से भर दिया। कवियों में सुरेश सोनी ऋतुराज ने बेटियों पर सशक्त रचना प्रस्तुत की। कवि सतीश आनंद, रमाकांत निगम, नित्यानंद पाठक एवं अथर्व तिवारी ने अपनी रचनाओं से कार्यक्रम को यादगार बना दिया। फिल्मी गीतों के गायक जगदीश साहू ने अपनी आवाज का जादू बिखेरा तो दूसरी ओर पत्रकार आशीष सोनी ने नवरात्र नौ दिन माई दशम दिन विदाई.. की प्रस्तुति से श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया। शिल्पी सोनी ने भी मेरे बांके बिहारी एवं राजस्थानी भजन की प्रस्तुति से लोगों को सीधे भक्ति से जोडऩे का प्रयास किया। मानस पाण्डेय, अमित टुड़हा और गनेश सोनी ने भी अपनी प्रस्तुति दी। आर्गन प्लेयर शुभम सोनी ने मेरे मोहन अब तो आजा की प्रस्तुति देकर भगवान श्रीकृष्ण का आव्हान किया। इसके उपरांत मुरली मनोहर की आरती से कार्यक्रम का समापन हुआ। आत्माराम सोनी के गीतों एवं भजनों को लोगों ने खासा पसंद किया। आरती के बाद प्रसाद के रूप में औषधि युक्त खीर का वितरण किया गया।
आयोजन में पूर्व विधायक सुकीर्ति जैन, वरिष्ठ अधिवक्ता सुधाकर चतुर्वेदी, अधिवक्ता आनंद जैन, ठाकुर प्रताप सिंह चौहान, अवध पाण्डेय, राजेन्द्र अग्रवाल, खियल चावला, मार्तण्ड सिंह, सुरेन्द्र राजपूत, पारस जैन, पत्रकार आशुतोष शुक्ला, संतोष दुबे, अनंत गुप्ता, शैलेष पाठक, विवेक शुक्ला, आशीष रैकवार, संजय गुप्ता, गिरीश श्रीवास्तव, अंकुश रजक, तपन निषाद, रोहित सेन, शशिकांत तिवारी, अश्विनी बडग़ैंया, विनोद दुबे, श्रीमती सीमा चौधरी, स्वाती छिरौल्या, मधु गुप्ता, समता पाण्डेय, नमिता दुबे, श्रीमती मनोरमा तिवारी सहित बड़ी संख्या में गणमान्य जनों की मौजूदगी रही। कार्यक्रम के अंत में आयोजक अनुराग अग्निहोत्री ने सभी का आभार व्यक्त किया।
प्रारंभ में भगवान मुरली मनोहर का पूजन शरदोत्सव के आयोजक वरिष्ठ पत्रकार कृष्णकांत अग्निहोत्री, डॉ. श्रीमती स्नेहलता अग्निहोत्री, अनुराग अग्निहोत्री एवं जया अग्निहोत्री ने किया। इसके उपरांत सुर साधना म्यूजिक ग्रुप के संचालक आत्माराम सोनी के संगीत संयोजन में भजन संध्या की शुरूआत हुई। एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियों में श्रोता भाव-विभोर हो गए।
विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित आर्केस्ट्रा स्वीट सांग मेकर्स के संचालक एवं सिटी टीवी नेटवर्क के डायरेक्टर सुनील रांधेलिया के संगीत निर्देशन में श्रीमती सुधा रांधेलिया ने ईश्वर सत्य है, सत्य ही शिव की प्रस्तुति से समां बांध दिया। इसके पहले प्रतिष्ठित कवि प्रकाश प्रलय के संचालन में भजन गायिका गायत्री जैन ने राम से बड़ा राम का नाम भजन की प्रस्तुति देकर लोगों को सीधे मर्यादा पुरूषोत्तम की भक्ति से जोड़ दिया। उनके गाये अन्य भजनों को भी खासी सराहना मिली। कांग्रेस नेता गंगाराम कटारिया ने जोशे जवानी आए रे आए.. की प्रस्तुति से उपस्थितजनों को उत्साह से भर दिया। कवियों में सुरेश सोनी ऋतुराज ने बेटियों पर सशक्त रचना प्रस्तुत की। कवि सतीश आनंद, रमाकांत निगम, नित्यानंद पाठक एवं अथर्व तिवारी ने अपनी रचनाओं से कार्यक्रम को यादगार बना दिया। फिल्मी गीतों के गायक जगदीश साहू ने अपनी आवाज का जादू बिखेरा तो दूसरी ओर पत्रकार आशीष सोनी ने नवरात्र नौ दिन माई दशम दिन विदाई.. की प्रस्तुति से श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया। शिल्पी सोनी ने भी मेरे बांके बिहारी एवं राजस्थानी भजन की प्रस्तुति से लोगों को सीधे भक्ति से जोडऩे का प्रयास किया। मानस पाण्डेय, अमित टुड़हा और गनेश सोनी ने भी अपनी प्रस्तुति दी। आर्गन प्लेयर शुभम सोनी ने मेरे मोहन अब तो आजा की प्रस्तुति देकर भगवान श्रीकृष्ण का आव्हान किया। इसके उपरांत मुरली मनोहर की आरती से कार्यक्रम का समापन हुआ। आत्माराम सोनी के गीतों एवं भजनों को लोगों ने खासा पसंद किया। आरती के बाद प्रसाद के रूप में औषधि युक्त खीर का वितरण किया गया।
आयोजन में पूर्व विधायक सुकीर्ति जैन, वरिष्ठ अधिवक्ता सुधाकर चतुर्वेदी, अधिवक्ता आनंद जैन, ठाकुर प्रताप सिंह चौहान, अवध पाण्डेय, राजेन्द्र अग्रवाल, खियल चावला, मार्तण्ड सिंह, सुरेन्द्र राजपूत, पारस जैन, पत्रकार आशुतोष शुक्ला, संतोष दुबे, अनंत गुप्ता, शैलेष पाठक, विवेक शुक्ला, आशीष रैकवार, संजय गुप्ता, गिरीश श्रीवास्तव, अंकुश रजक, तपन निषाद, रोहित सेन, शशिकांत तिवारी, अश्विनी बडग़ैंया, विनोद दुबे, श्रीमती सीमा चौधरी, स्वाती छिरौल्या, मधु गुप्ता, समता पाण्डेय, नमिता दुबे, श्रीमती मनोरमा तिवारी सहित बड़ी संख्या में गणमान्य जनों की मौजूदगी रही। कार्यक्रम के अंत में आयोजक अनुराग अग्निहोत्री ने सभी का आभार व्यक्त किया।
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