कटनी - पर्यावरण को बचाने में वृक्षारोपण और जलसंरक्षण के प्रयास आज की महती आवश्यकता है। वृक्षारोपण, जलसंरक्षण और वॉटर हारवेस्टिंग जैसे प्रयास ही पर्यावरण के संतुलन को बनाये रख सकते हैं। कलेक्टर शशिभूषण सिंह रविवार को जागृति पार्क माधवनगर में जिला एवं सत्र न्यायाधीश अचल कुमार पालीवाल की अध्यक्षता में पर्यावरण विकास संधारण समिति द्वारा आयोजित वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक ललित शाक्यवार, इरकॉन के महाप्रबंधक मोहन सिंह, आयुक्त नगर निगम आर0पी0 सिंह, कैल्डरीज के सत्येन्द्र कुमार, तहसीलदार मुनौव्वर खान, समिति अध्यक्ष संजय निगम सहित विभिन्न स्वयंसेवी, सामाजिक संस्थाओं पदाधिकारी उपस्थित थे।
जागृति पार्क में जिला एवं सत्र न्यायाधीश अचल कुमार पालीवाल, कलेक्टर शशिभूषण सिंह, पुलिस अधीक्षक ललित शाक्यवार सहित वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों एवं स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों द्वारा वृक्षारोपण के तहत पौधे रोपे। जिला एवं सत्र न्यायाधीश अचल कुमार पालीवाल ने इस अवसर पर कहा कि जागृति पार्क में लगाये गये पौधों की सरवाईवल रेट 97 प्रतिशत जानकर बेहद प्रसन्नता हो रही है। उन्होने कहा कि पर्यावरण के लिये ज्यादा से ज्यादा ऑक्सीजन देने वाले और जड़ों में पानी को संग्रहित करने वाले पौधे ही वृक्षारोपण में लगाने चाहिये। जिला न्यायालय परिसर में 500 पौधे लगाने और 4-5 स्थानों पर वॉटर हारवेस्टिंग की जानकारी देते हुये जिला न्यायाधीश ने कहा कि पर्यावरण और आर्थिक रुप की दृष्टि के अनुकूल उपयोगी पौधे लगायें। कलेक्ट्रेट के पीछे की पहाड़ी को भी हरा-भरा करने का सुझाव उन्होने दिया।
कलेक्टर शशिभूषण सिंह ने कहा कि वृक्षारोपण और भू-जल संरक्षण प्रकृति को बचाने का उपक्रम है। जिसके माध्यम से आने वाली पीढ़ी को हम बेहतर पर्यावरण दे सकते हैं। सार्वजनिक जगहों पर बरसात के पानी को भू-जल के रुप में पृथ्वी में उतारने और रेन वॉटर हारवेस्टिंग की संरचनायें बनाना अत्यंत आवश्यक हो गई हैं। पुलिस अधीक्षक ललित शाक्यवार ने कहा कि पर्यावरण को बचाये रखने और प्रकृति को मानव जीवन के अनुकूल बनाये रखने वृक्षारोपण और भू-जल संवर्धन, संरक्षण के कार्य आवश्यक हो गये हैं।
इरकॉन के महाप्रबंधक मोहन कुमार ने कहा कि कटनी रेल्वे का बड़ा यार्ड है। रेल्वे के हर भवन में वॉटर हारवेस्टिंग के प्रावधान किये जा रहे है। उन्होने कहा कि वृक्षारोपण में एैसे पौधे लगाये जो पत्तेदार हों, छायादार हों और जनमानस में पूज्यनीय हों। नीम, पीपल, बरगद जैसे पौधे ऑक्सीजन की प्रचुर मात्रा देते हैं और ये जनमानस में पूज्य होने से संरक्षित भी रहते हैं।
पर्यावरण विकास संधारण समिति के अध्यक्ष संजय निगम ने बताया कि जागृति पार्क को 2009 से जन सहयोग के माध्यम से विकसित करने का प्रयास किया गया। यहां लगाये गये पौधों का सरवाईवल रेट 97 प्रतिशत है। एक माह में 7 हजार पौधे जागृति पार्क में लगाये जा चुके हैं। उन्होने वृक्षारोपण के कार्यक्रम में जागृति पार्क को हरा-भरा करने पत्रिका समूह के योगदान के प्रति आभार व्यक्त किया। इस मौके पर कटनी शहर की विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों एवं समाजसेवियों को पर्यावरण मित्र का प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित भी किया गया।
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