कटनी - विगत 5 वर्ष से अपनी 10वर्षीय बच्ची तृप्ती यादव का आधार कार्ड बनवाने भटक रहे पिता ओम प्रकाश यादव को उस समय राहत की सांस मिली, जब सोमवार को कलेक्टर शशिभूषण सिंह ने पिता को बुला कर बच्ची का आधार कार्ड प्रदान कराया। झिंझरी निवासी ओम प्रकाश यादव विगत 5 वर्ष से अपनी बच्ची तृप्ती यादव का आधार बनवाने भटक रहे थे, परन्तु बहु-दिव्यांग होने के कारण तृप्ती के उंगलियों के निशान ही नहीं आ पा रहे थे। जिस कारण कई बार आधार पंजीयन कराने के बाद भी उसका आधार नम्बर नहीं जनरेट हो पा रहा था।
इस पर ओम प्रकाश ने ई-गवर्नेन्स कार्यालय से सम्पर्क कर अपनी समस्या से अवगत कराया। जिस पर संवेदनशीलता के साथ जिला प्रबंधक ई-गवर्नेन्स सौरव नामदेव ने संबंधित एनरोलमेन्ट एजेन्सी व रजिस्ट्रार यूआईडीएआई एमपीएसईडीसी भोपाल से संपर्क किया। जहां संबंधित टीम से पुनः आधार के लिये तृप्ती का पंजीयन करानेकी बात कही। कलेक्टर शशिभूषण सिंह के निर्देशन में तृप्ती का एक बार फिर आधार पंजीयन केन्द्र पर एनरोलमेन्ट कराया गया। जिसकी आवश्यक जानकारी यूआईडीएआई टीम के संबंधित अधिकारियों को दी गई और फलस्वरुप तृप्ती का आधार नम्बर यूआईडीएआई द्वारा जनरेट कर दिया गया।
आधार कार्ड मिलने के बाद तृप्ती के पिता ओम प्रकाश ने बताया कि आधार कार्ड ना होने की वजह से बच्ची शासकीय योजनाओं के लाभ से वंचित हो रही थी। कलेक्टर शशिभूषण सिंह ने उप संचालक सामाजिक न्याय को तत्काल पात्रतानुसार पेंशन का लाभ दिलाने और सीएमएचओ को तृप्ति के समुचित उपचार के लिये आवश्यक कार्यवाही करने व अन्य योजनाओं में पात्रतानुसार लाभाविंत करने के निर्देश दिये। वर्तमान में जिले में विभिन्न आधार पंजीयन केन्द्रों के माध्यम से आधार संबंधी सेवायें प्रदान की जा रही है। दस्तावेजों व उंगलियों के निशान न आ पाने की वजह से जिन नागरिकों को आधार पंजीयन में समस्या आती है, उसका समय पर निराकरण भोपाल कार्यालय से सम्पर्क कर कराया जा रहा है।
Comments
Post a Comment