कटनी - महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा कटनी परियोजना में संचालित आदर्श स्वरुप के आंगनबाड़ी केन्द्र क्रमांक 155 और 218 की तर्ज पर जिले में प्रथम चरण में प्रत्येक सेक्टर में एक के मान से कुल 63 आंगनबाड़ी केन्द्रों को सीमित और उपलब्ध संसाधनों के द्वारा बेहतर स्वरुप दिया जायेगा। इस आशय की जानकारी बुधवार को कलेक्टर डॉ0 पंकज जैन की अध्यक्षता में सम्पन्न इन आंगनबाड़ी केन्द्र की कार्यकर्ताओं, सेक्टर सुपरवाईजर्स और सीडीपीओ की कार्ययोजना संबंधी बैठक में दी गई। इस मौके पर जिला कार्यक्रम अधिकारी नयन सिंह, जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी वनश्री कुर्वेति, सहायक संचालक शिवेन्द्र, परियोजना अधिकारी भी उपस्थित थे।
कलेक्टर डॉ0 पंकज जैन ने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्र 155 और 218 में जो भी बेहतर व्यवस्थायें और संचालन हैं, वह केवल आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका की मेहनत व लगन का परिणाम है। इन आंगनबाड़ी केन्द्रों से प्रेरणा लेकर और भी आंगनबाड़ी केन्द्र इससे भी बेहतर स्वरुप में लाये जा सकते हैं। आंगनबाड़ी केन्द्रों में बालसुलभ वातावरण केन्द्र में प्रदत्त सामग्री और केन्द्र की सेवाओं में सुधार लाकर उपलब्ध संसाधनों में ही यह स्वरुप दिया जा सकता है। उन्होने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्र की सेवाओं में अभिभावकों का भरोसा पैदा होगा, तो वे अपने बच्चों को अवश्य ही आंगनबाड़ी केन्द्र भेजेंगे। स्वेच्छा से उत्साहपूर्वक आंगनबाड़ी केन्द्र को विकसित करें। इससे कार्यकर्ता, सहायिका को सामाजिक प्रतिष्ठा भी मिलेगी।
जिला कार्यक्रम अधिकारी नयन सिंह ने बताया कि प्रत्येक सेक्टर में एक आंगनबाड़ी केन्द्र को आदर्श स्वरुप में विकसित करने का लक्ष्य लेकर 63 आंगनबाड़ी केन्द्रों का चयन स्वेच्छा से किया गया है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, सुपरवाईजरों ने 30 जून की टाईम लाईन में सभी आवश्यक सुविधायें और संचालन में सक्रियता लाकर इन आंगनबाड़ी केन्द्रों को आदर्श स्वरुप में लाने का वचन भी दिया है।
उन्होने बताया कि इन केन्द्रों में भौतिक संरचना, हवा, प्रकाश, बालसुलभ शौचालय, हैण्डवॉश, इनडोर व आउटडोर गेम्स, वॉलपेन्टिंग सहित दर्ज बच्चों की प्रोफाईल और गर्भवती धात्री माताओं की प्रोफाईल अपडेटिंग में विशेष ध्यान दिया जायेगा। बैठक से पूर्व इन चयनित 63 आंगनबाड़ी केन्द्र की कार्यकर्ता, सहायिका और सेक्टर सुपरवाईजर तथा सीडीपीओ को आंगनबाड़ी केन्द्र क्रमांक 155 एवं 218 का एक्सपोजर विजिट भी कराया गया। सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सुपरवाईजरों ने आदर्श आंगनबाड़ी केन्द्र का अवलोकन कर कार्यकर्ता से जानकारी ली। जून अंत तक अपनी आंगनबाड़ी को आदर्श स्वरुप में लाने पर प्रत्येक परियोजना की एक-एक आंगनबाड़ी को 1100 रुपये का नकद पुरुस्कार परियोजना स्तर पर और 2100 रुपये का जिलास्तर का पुरुस्कार भी दिया जायेगा। इन चयनित 63 आंगनबाड़ी के अलावा कोई अन्य आंगनबाड़ी इस अवधि में विकसित होंगी, तो उसे दुगुना प्रोत्साहन दिया जायेगा।
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