कटनी - महिला एवं बाल विकास विभाग की योजनाओं, कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुये कलेक्टर केवीएस चौधरी ने कहा कि जिले में अतिकम वजन के बच्चों और कम वजन के बच्चों के पोषण की स्थिति पर विशेष ध्यान दिया जाये। स्नेह शिविरों के माध्यम से एैसे बच्चों को फोकस कर सम्मिलित विभागों के प्रयास से कुपोषण दूर किया जाये। पोषण स्तर के वर्गीकरण में बताया गया कि सर्वेक्षित 116681बच्चों में से 115909 बच्चों का वजन लिया गया है। जिनमें 21797 कम वजन और 2403 बच्चे अतिकम वजन के पाये गये हैं। स्नेह शिविर के माध्यम से कम वजन वाले बच्चों की माताओं में व्यवहार परिवर्तन के लिये काउंसलिंग की जा रही है तथा फॉलोअप के माध्यम से लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है। आयुष विभाग से प्राप्त बला का तेल और सुपुष्टि योग औषधि के उपयोग से पोषण में व्यापक सुधार परिलक्षित हुआ है। वित्तीय वर्ष में पोषण पुर्नवास केन्द्र में उपलब्ध 1600 बैड संख्या के अनुरुप 1458 बच्चों को भर्ती कर पोषित किया गया है। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में निर्धारित लक्ष्य 11895 के विरुद्ध 9734 महिलाओं को लाभान्वित किया गया है। जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी ने बताया कि लाडली लक्ष्मी योजना के तहत अनुपातिक लक्ष्य 5090 के विरुद्ध 5400 बालिकाओं को लाभ दिया गया है।
कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग के कार्यों और योजनाओं की समीक्षा में कहा कि शहरी क्षेत्र में भी शासन के निर्देशानुसार मलिन बस्तियों में 200 घरों की आबादी के लिये आशा कार्यकर्ताओं की नियुक्ति की कार्यवाही शीघ्र पूरी की जाये।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ0निगम ने बताया कि जिले में विभिन्न स्वास्थ्य संस्थाओ के कुल 38 डिलेवरी प्वॉइन्ट हैं। अनुमानित लक्ष्य 21439 के विरुद्ध 21 हजार 278प्रसव अप्रैल 2018 से जनवरी माह तक प्रतिवेदित हुये हैं।
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