कटनी - जिले के पठारी क्षेत्रों में ग्रीष्मकाल के दौरान पेयजल की सुलभ उपलब्धता के लिए विशेष योजना तैयार की जाएगी। इसी प्रकार जिले के समग्र विकास का रोडमैप भी तैयार कर क्रियान्वित किया जाएगा। इस आशय के निर्णय गुरुवार को प्रदेश के ऊर्जा मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री प्रियव्रत सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न जिला योजना समिति की बैठक में लिया गया। इस मौके पर विधायक विजयराघवेंद्र सिंह, संजय सत्येंद्र पाठक, प्रणय प्रभात पांडेय,जिला पंचायत अध्यक्ष ममता रंगलाल पटेल, कलेक्टर केवीएस चौधरी, पुलिस अधीक्षक मिथलेश शुक्ला, सीईओ जिला पंचायत फ्रेंक नोबल ए, अपर कलेक्टर आर0 उमा माहेश्वरी सहित जिला योजना समिति के सदस्य और अधिकारीगण उपस्थित थे।
इस मौके पर प्रभारी मंत्री ने कहा कि जय किसान फसल ऋण माफी योजना शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता की योजना है। इसके लाभ से कोई पात्र किसान वंचित नही होना चाहिए। नगरीय निकाय क्षेत्र के किसानों के आवेदनों के लेने की प्रक्रिया की गति बढ़ाते हुए ग्रामीण और नगरीय क्षेत्रों के अधिक से अधिक किसानों के आवेदन 26जनवरी के पूर्व तक जमा कर लेने के निर्देश प्रभारी मंत्री ने दिए। उन्होंने कहा 26 जनवरी की ग्राम सभा में पात्र किसानों के सूची का वाचन किया जाए तथा नगरीय ग्रामीण क्षेत्रों में मुनादी कर सभी पात्र किसानों में 5 फरवरी तक शत प्रतिशत किसानों के आवेदन प्राप्त कर लेने के निर्देश दिए।
जय किसान फसल ऋण माफी योजना में जिले के 56 हजार 825 पात्र किसान लाभान्वित होंगे, जिनका 2 लाख रुपए तक का फसल ऋण राज्य सरकार द्वारा माफ किया जाएगा। इनमे हरी सूची के 10 हजार 285 तथा सफेद सूची के 46हजार 376 किसान शामिल हैं। प्रभारी मंत्री श्री सिंह ने कहा कि दावा आपत्ति वाले किसानों के गुलाबी फॉर्म भरवाकर उनका शीघ्रता पूर्वक निराकरण करें।
विद्युत वितरण कंपनी के कार्यों की समीक्षा में प्रभारी मंत्री ने बताया कि ऊर्जा विभाग द्वारा विधायकगणों के मोबाइल पर विशेष एप्प डाउनलोड किया जा रहा है। जिसके माध्यम से उनके क्षेत्र की विद्युत आपूर्ति की समस्त जानकारियाँ मिलती रहेगी। उन्होंने कहा कि मेंटिनेंस के नाम पर अनावश्यक विद्युत कटौती नहीं करें। मेंटिनेंस की कटौती के शेड्यूल की जानकारी जनप्रतिनिधियों और पत्रकारों को व्हाट्सएप्प ग्रुप बनाकर डालें। मिक्स फीडर का घरेलू और किसानों के कनेक्शन के फीडर विभाजन का कार्य 15 मार्च तक पूरा करें। जिले में 24 मिक्स फीडर शेष हैं।
पेयजल की स्थिति और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की समीक्षा में प्रभारी मंत्री ने आगामी ग्रीष्मकाल में पठारी क्षेत्रों के लिए सुगम पेयजल उपलब्धता के लिए स्त्रोत स्थापित कर विशेष कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में बंद पड़ी नलजल योजनाओं का सुधार कार्य शीघ्र पूर्ण कर लिया जाए। साथ ही सिंगल फेस मोटर वाले हैंडपंपो का भौतिक सत्यापन भी किया जाये।
प्रभारी मंत्री ने कहा कि जिले का विकास मॉडल स्वरूप में हो, ऐसा प्रयास सबके सहयोग से किया जाएगा। इसके लिए विकास का रोडमैप तैयार किया जाएगा। प्रभारी मंत्री ने कहा कि केंद्र, राज्य शासन स्तर एवं जिलास्तर पर पाइपलाइन में पड़े 10 करोड़ रुपये की लागत की अधिक योजनाओं के प्रस्तावों की सूची तैयार कर उपलब्ध कराएं, ताकि जिला योजना समिति के माध्यम से आवश्यक पहल की जाए। इन योजनाओं को स्वीकृत कराकर काम प्रारम्भ करें ताकि परियोजनाओं का लाभ आम जनता को शीघ्रतापूर्वक मिल सके। इस दौरान बैठक में पूर्व विधायक सौरभ सिंह, जिलाध्यक्ष गुमान सिंह व मिथलेश जैन, पदमा शुक्ला सहित अधिकारीगण उपस्थित थे।
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