मध्यप्रदेश के डिंडौरी जिला मुख्यालय में वन विभाग के ईको सेंटर में चीतल के शिकार के आरोप में गिरफ्तार युवक द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या किए जाने का मामला सामने आया है. मृतक का नाम पुहुप सिंह है जो सारसताल निवासी है. घटना के बाद से वन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है, वहीं वन विभाग की बड़ी लापरवाही उजागर होने के बाद आला अधिकारी मामले की लीपापोती में जुटा हुआ है.
एक न्यूज़ वेबसाइट के अनुसार सारसताल गांव में 12 सितंबर को चीतल का शिकार किया गया था, जिसमें कार्रवाई करते हुए वन विभाग की टीम ने मौके से एक आरोपी को चीतल के शव के साथ गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार आरोपी की निशानदेही पर शिकार के आरोप में दो अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया था. पुलिस ने इस मामले में फरार चल रहे आरोपी पुहुप सिंह को भी गिरफ्तार कर अपनी अभिरक्षा में ईको सेंटर में रखा हुआ था. पुहुप सिंह की सुरक्षा के लिए तीन वनकर्मियों को तैनात किया गया था.
घटना की जानकारी लगते हुए कोतवाली पुलिस और वन विभाग के बड़े अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं. घटना के बाद वन विभाग की सकते हैं. जिस स्थान पर आरोपित को रखा गया था, उसमें विभाग ने बड़ी लापरवारी दिखाई, जिस कमरे में भारी मात्रा में सामग्री रखी थी उसी में आरोपित को रखा गया और यदि आरोपित ने स्वयं सरेंडर किया था तो उसके बाद आत्महत्या करना मामले को संदेहास्पद बनाता है. वन विभाग के अधिकारी मामले की जांच की बात कह रहे हैं.
एक न्यूज़ वेबसाइट के अनुसार सारसताल गांव में 12 सितंबर को चीतल का शिकार किया गया था, जिसमें कार्रवाई करते हुए वन विभाग की टीम ने मौके से एक आरोपी को चीतल के शव के साथ गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार आरोपी की निशानदेही पर शिकार के आरोप में दो अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया था. पुलिस ने इस मामले में फरार चल रहे आरोपी पुहुप सिंह को भी गिरफ्तार कर अपनी अभिरक्षा में ईको सेंटर में रखा हुआ था. पुहुप सिंह की सुरक्षा के लिए तीन वनकर्मियों को तैनात किया गया था.
घटना की जानकारी लगते हुए कोतवाली पुलिस और वन विभाग के बड़े अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं. घटना के बाद वन विभाग की सकते हैं. जिस स्थान पर आरोपित को रखा गया था, उसमें विभाग ने बड़ी लापरवारी दिखाई, जिस कमरे में भारी मात्रा में सामग्री रखी थी उसी में आरोपित को रखा गया और यदि आरोपित ने स्वयं सरेंडर किया था तो उसके बाद आत्महत्या करना मामले को संदेहास्पद बनाता है. वन विभाग के अधिकारी मामले की जांच की बात कह रहे हैं.
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