
इसके बाद पता करने पर पुलिस को सूचना मिली कि शुभम निषाद अपने साथियों डायना उर्फ सूरज गोस्वामी, सचिन निषाद व अंकुश गोस्वामी बाईक पर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म न 5 से लेकर एसकेपी कालोनी के बीच में घूमते रहते हैं और कोई काम नहीं करते। वारदात वाले दिन भी इन्ही जगहों पर देखा गया था। यह सब पता चलने पर पुलिस ने उनके घर जाकर पूछताछ शुरू की जिसपर उन्होंने उक्त अपराध स्वीकार कर लिए। लूटपाट में उपयोग की गई बाईक, चाकू, दो मोबाइल व 1480 रुपये बरामद कर लिए गए, एक मोबाइल उन्होंने कन्हैया बर्मन नामक बैलटघाट निवासी को बेच दिया था उसे भी पुलिस ने जब्त कर लिया है। पुलिस के इस काम को जल्द अंजाम देने वाले सीएसपी एम पी प्रजापति, एसआई मंजू शर्मा, बीडी द्विवेदी, सतीश डोंगरे, कविता साहनी, आरक्षक रविन्द्र दुबे, एनआरएस हर्ष दसे, सोमिल मसीह की भूमिका रही, एसपी मिथलेश शुक्ला ने इन्हें पुरस्कृत करने की घोषणा की है।
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