भोपाल / बच्चे पढ़ते जायें, बढ़ते जायें, अपना भविष्य गढ़ते जायें। प्रतिभाओं को कुंठित नहीं होने दिया जायेगा। राह में जो भी बाधा आयेगी, उसे दूर किया जायेगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज विधानसभा के मानसरोवर सभागार में स्वर्ण शारदा स्कॉलरशिप समारोह को संबोधित कर रहे थे, उन्होंने छात्र-छात्राओं को आश्वस्त किया कि वे बनी बनाई लकीर पर नहीं चलते हैं। छात्र-छात्राओं को जो भी समस्या होगी, उसका समाधान किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि प्रतिभाओं के साथ वे सदैव खड़े हैं, और उन्हें हरसंभव सहायता देने का प्रयास कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए मेधावी विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना लागू की गई, इसमें 75 प्रतिशत अंकों की सीमा थी, जिसे बच्चों की मांग पर 70 प्रतिशत कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पश्चिमी संस्कृति का अंधा अनुकरण नहीं करना चाहिये। भारतीय संस्कृति में महिलाओं को देवी का सम्मान दिया गया है। उन्होंने बेटों से अपील की कि माताओं, बहनों का सदैव सम्मान करें।
विधानसभा अध्यक्ष सीताशरण शर्मा ने कहा कि सच्चा राजनेता वो है, जिसका समाज अनुसरण करने लगता है। उन्होंने कहा कि जिस तरह मुख्यमंत्री ने स्वयं बेटियों का सम्मान कर समाज के सामने उदाहरण प्रस्तुत किया, यही राजनेता का दायित्व है।
कार्यक्रम के प्रारंभ में पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी को दो मिनिट का मौन रख श्रद्धांजलि दी गई। मुख्यमंत्री ने प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं को स्कॉलरशिप का वितरण किया और कॉफी टेबल बुक मेधा का विमोचन किया। इस अवसर पर आध्यात्मिक गुरू पवन सिन्हा, आईबीसी-24 के प्रबंध संचालक नरेन्द्र गोयल और एडीटर इन चीफ रविकान्त मित्तल भी मौजूद थे।
उन्होंने कहा कि प्रतिभाओं के साथ वे सदैव खड़े हैं, और उन्हें हरसंभव सहायता देने का प्रयास कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए मेधावी विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना लागू की गई, इसमें 75 प्रतिशत अंकों की सीमा थी, जिसे बच्चों की मांग पर 70 प्रतिशत कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पश्चिमी संस्कृति का अंधा अनुकरण नहीं करना चाहिये। भारतीय संस्कृति में महिलाओं को देवी का सम्मान दिया गया है। उन्होंने बेटों से अपील की कि माताओं, बहनों का सदैव सम्मान करें।
विधानसभा अध्यक्ष सीताशरण शर्मा ने कहा कि सच्चा राजनेता वो है, जिसका समाज अनुसरण करने लगता है। उन्होंने कहा कि जिस तरह मुख्यमंत्री ने स्वयं बेटियों का सम्मान कर समाज के सामने उदाहरण प्रस्तुत किया, यही राजनेता का दायित्व है।
कार्यक्रम के प्रारंभ में पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी को दो मिनिट का मौन रख श्रद्धांजलि दी गई। मुख्यमंत्री ने प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं को स्कॉलरशिप का वितरण किया और कॉफी टेबल बुक मेधा का विमोचन किया। इस अवसर पर आध्यात्मिक गुरू पवन सिन्हा, आईबीसी-24 के प्रबंध संचालक नरेन्द्र गोयल और एडीटर इन चीफ रविकान्त मित्तल भी मौजूद थे।
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