
इस बारे में जिला कलेक्टरों को निर्देश जारी कर समारोह में जिले के प्रभारी मंत्री, स्थानीय मंत्री तथा सांसद, विधायक और अन्य जन-प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित करने के निर्देश दिये गये हैं। जिस विद्यालय में शहीद की शिक्षा हुई है, उस विद्यालय में शहीद के चित्र पर माल्यार्पण किया जायेगा। शहीद को श्रद्धांजलि देते हुए स्कूली बच्चों के समक्ष शहीद की शौर्य गाथा का वाचन किया जायेगा। जिला कलेक्टरों से कहा गया है कि जिस ग्राम में शहीद का जन्म हुआ था अथवा शहीद का परिवार निवास कर रहा है, वहाँ के विद्यालय अथवा शासकीय भवन का नामकरण शहीद के नाम पर किया जा सकता है।
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