
मुख्यमंत्री ने अनाथालयों का भी निरीक्षण करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि केवल संस्था चलाने वालों के भरोसे संचालन का काम नहीं छोड़ा जायेगा। नियमित निरीक्षण किया जायेगा। कई संस्थाएं अच्छे भाव से अनाथालय जैसी संस्थाएं चलाती हैं लेकिन उनका भी नियमित निरीक्षण जरूरी हैं। प्राइवेट होस्टल, जहां बाहर से बेटियों पढ़ने आती हैं, उनके लिये भी नियम बनाये जायेंगे। निरंतर निरीक्षण की व्यवस्था की जायेगी। समाज के साथ मिलकर प्रशासन पूरा प्रयास करेगा कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। अपराधी को कड़ी सजा मिलेगी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव एस.के. मिश्रा, आयुक्त जनसंपर्क पी.नरहरि और संस्था के पदाधिकारी उपस्थित थे।
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