कटनी / सरकार ने निर्वाचित जनप्रतिनिधियों से ये अपेक्षा रखी हुई है कि वे अपने घरों में शौचालय बनायें और दूसरों को शौचालय निर्माण व उपयोग के लिये प्रेरित करें। लेकिन गाहे-बगाहे कुछ एैसे मामले संज्ञान में आते हैं जहां निर्वाचित जनप्रतिनिधि खुद ही शौचालय का उपयोग नहीं करते।
जिले में निर्वाचित सरपंच का एक मामला सामने आया। जिस पर धारा 40 की कार्यवाही करते हुये सीईओ जिला पंचायत व प्रभारी कलेक्टर फ्रेंक नोबल ए ने आदेश पारित करते हुये पद् से हटा दिया है। जिस सरपंच को पद् से हटाया गया है, वो बड़वारा जनपद की ग्राम पंचायत झरेला की सरपंच हैं। जिन्होने ना तो अपने घर में स्वयं का शौचालय बनवाया और ना ही अब तक इस दिशा में कुछ प्रयास किया। इस पर झरेला सरपंच छोटी बाई को सीईओ जिला पंचायत द्वारा पद् से हटाया गया है।
सरपंच द्वारा मुख्यमंत्री आवास जो उन्हें स्वीकृत था, उसका निर्माण भी नहीं कराया गया। जिससे शासन द्वारा योजना के तहत उपलब्ध कराई गई राशि का उपयोग होना नहीं पाया गया। इन आरोपों के मद्धेनजर ही धारा 40 की कार्यवाही पर सीईओ जिला पंचायत फ्रेंक नोबल ए ने आदेश पारित करते हुये सरपंच छोटी बाई को तत्काल प्रभाव से सरपंच पद् से हटा दिया है।
जिले में निर्वाचित सरपंच का एक मामला सामने आया। जिस पर धारा 40 की कार्यवाही करते हुये सीईओ जिला पंचायत व प्रभारी कलेक्टर फ्रेंक नोबल ए ने आदेश पारित करते हुये पद् से हटा दिया है। जिस सरपंच को पद् से हटाया गया है, वो बड़वारा जनपद की ग्राम पंचायत झरेला की सरपंच हैं। जिन्होने ना तो अपने घर में स्वयं का शौचालय बनवाया और ना ही अब तक इस दिशा में कुछ प्रयास किया। इस पर झरेला सरपंच छोटी बाई को सीईओ जिला पंचायत द्वारा पद् से हटाया गया है।
सरपंच द्वारा मुख्यमंत्री आवास जो उन्हें स्वीकृत था, उसका निर्माण भी नहीं कराया गया। जिससे शासन द्वारा योजना के तहत उपलब्ध कराई गई राशि का उपयोग होना नहीं पाया गया। इन आरोपों के मद्धेनजर ही धारा 40 की कार्यवाही पर सीईओ जिला पंचायत फ्रेंक नोबल ए ने आदेश पारित करते हुये सरपंच छोटी बाई को तत्काल प्रभाव से सरपंच पद् से हटा दिया है।
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