कटनी / जेल में बंदी महिलाओं को सेनेटरी नैपकिन के निर्माण का प्रशिक्षण देने का निर्णय लिया गया, जोकि प्रारंभ भी हो चुका है।
अपने विशेष प्रयास से इस पहल को प्रारंभ कराने के बाद कलेक्टर विशेष गढ़पाले ने इसके विस्तार की संभावनाओं के लिये भी संबंधित विभाग के अधिकारियों को सक्रिय किया। उन्होने कहा कि हमारा एक प्रयास तो इससे यह सार्थक होता है कि हमारी इस मातृ शक्ति को इस जेल की चार दीवारी के अंदर भी उनके हाथों को हम हुनर दे रहे हैं। लेकिन अब तैयार ये करें कि इसका बेहतर मार्केट बने, जिससे इन महिलाओं को आर्थिक लाभ भी यहां रहते हुये प्राप्त हो।
जेल में महिलाओं को प्रशिक्षण दे रही प्रशिक्षक महिला ने बताया कि वर्तमान में 16 महिलायें इसका प्रशिक्षण प्राप्त कर रहीं हैं। इनका परफॉर्मेन्स बेहतर है। धीरे-धीरे इनकी रफ्तार बढ़ेगी। जिससे अच्छा प्रोडक्शन भी होगा। इस पर कलेक्टर ने इसका एक ब्राण्ड नाम रखने और फिर उसकी मार्केटिंग करने के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि इसकी पैकेजिंग के लिये कागज की थैलियों का उपयोग करें। इन सभी महिलाओं को कागज की थैलियों के निर्माण की प्रक्रिया भी सिखायें।।
कलेक्टर की विशेष पहल से कटनी सेन्ट्रल जेल मे सेनेट्ररी नेपकिन मशीन की 02 यूनिट स्थापित की गई है एवं वहा बंदी व सजायाफ्ता महिलाओ को प्रशिक्षक के माध्यम से सेनेट्ररी नेपकिन बनाने का प्रशिक्षण दिलाया गया है। निर्मित नेपकिन में उच्च स्तरीय कच्चा माल प्रयोग में लाया जा रहा है एवं स्वच्छता के मानकों का भी ध्यान रखा जा रहा है। सीलिंग मशीन, यू वी स्टेरलाईजर एवं पलवाराईजर द्वारा सनेट्ररी नेपकिन का निर्माण किया जा रहा है।
इस प्रशिक्षण के बाद जेल मे बंदी महिलाओ द्वारा सेनेटरी नेपकिन का निर्माण जेल परिसर मे ही किया जायेगा। प्रथम प्रयास मे उनके द्वारा निर्मित सेनेट्ररी नेपकिन को महिला बाल विकास विभाग के सभी ऑगनवाडी केन्द्रो मे संचालित उदिता कार्नर, शासकीय कन्या छात्रावासो मे आपूर्ति की जायेगी। ग्रामीण क्षेत्रों में सेनेटरी नेपकिन की सुलभ उपलब्धता एवं किशोरी बालिकाओं में नेपकिन के प्रयोग को प्रोत्साहन महिला स्वास्थ्य एवं स्वच्छता की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल होगी।
अपने विशेष प्रयास से इस पहल को प्रारंभ कराने के बाद कलेक्टर विशेष गढ़पाले ने इसके विस्तार की संभावनाओं के लिये भी संबंधित विभाग के अधिकारियों को सक्रिय किया। उन्होने कहा कि हमारा एक प्रयास तो इससे यह सार्थक होता है कि हमारी इस मातृ शक्ति को इस जेल की चार दीवारी के अंदर भी उनके हाथों को हम हुनर दे रहे हैं। लेकिन अब तैयार ये करें कि इसका बेहतर मार्केट बने, जिससे इन महिलाओं को आर्थिक लाभ भी यहां रहते हुये प्राप्त हो।
जेल में महिलाओं को प्रशिक्षण दे रही प्रशिक्षक महिला ने बताया कि वर्तमान में 16 महिलायें इसका प्रशिक्षण प्राप्त कर रहीं हैं। इनका परफॉर्मेन्स बेहतर है। धीरे-धीरे इनकी रफ्तार बढ़ेगी। जिससे अच्छा प्रोडक्शन भी होगा। इस पर कलेक्टर ने इसका एक ब्राण्ड नाम रखने और फिर उसकी मार्केटिंग करने के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि इसकी पैकेजिंग के लिये कागज की थैलियों का उपयोग करें। इन सभी महिलाओं को कागज की थैलियों के निर्माण की प्रक्रिया भी सिखायें।।
कलेक्टर की विशेष पहल से कटनी सेन्ट्रल जेल मे सेनेट्ररी नेपकिन मशीन की 02 यूनिट स्थापित की गई है एवं वहा बंदी व सजायाफ्ता महिलाओ को प्रशिक्षक के माध्यम से सेनेट्ररी नेपकिन बनाने का प्रशिक्षण दिलाया गया है। निर्मित नेपकिन में उच्च स्तरीय कच्चा माल प्रयोग में लाया जा रहा है एवं स्वच्छता के मानकों का भी ध्यान रखा जा रहा है। सीलिंग मशीन, यू वी स्टेरलाईजर एवं पलवाराईजर द्वारा सनेट्ररी नेपकिन का निर्माण किया जा रहा है।
इस प्रशिक्षण के बाद जेल मे बंदी महिलाओ द्वारा सेनेटरी नेपकिन का निर्माण जेल परिसर मे ही किया जायेगा। प्रथम प्रयास मे उनके द्वारा निर्मित सेनेट्ररी नेपकिन को महिला बाल विकास विभाग के सभी ऑगनवाडी केन्द्रो मे संचालित उदिता कार्नर, शासकीय कन्या छात्रावासो मे आपूर्ति की जायेगी। ग्रामीण क्षेत्रों में सेनेटरी नेपकिन की सुलभ उपलब्धता एवं किशोरी बालिकाओं में नेपकिन के प्रयोग को प्रोत्साहन महिला स्वास्थ्य एवं स्वच्छता की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल होगी।
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