कटनी। गृहस्थ संत पंडित देव प्रभाकर शास्त्री दद्दाजी के पावन सानिध्य में ग्राम झिंझरी स्थित देवप्रभाकर नगर दद्दा धाम में चल रहे 116वें सवा करोड़ शिवलिंग निर्माण महारूद्राभिषेक महायज्ञ में श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उमड़ रही है। पूरे जिले और प्रदेश के कोने-कोने से हजारों की तादात में पहुंच रहे श्रद्धालुओं में इस आयोजन को लेकर भारी उत्साह देखने को मिल रहा है। श्रद्धालु एक तरफ सुमधुर भजनों की प्रस्तुति में गोता लगा रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर रोजाना रात में पूज्य श्री के प्रवचनों को सुनकर अपने जीवन में आत्मसात कर रहे हैं। ओम नमः शिवाय और जय श्री कृष्ण के जयघोषों से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो रहा है। सात दिवसीय शिवलिंग निर्माण महायज्ञ के तीसरे दिन झिंझरी स्थित देवप्रभाकर नगर में श्रद्धालुओं की अपार भीड़ शिवलिंग निर्माण कर पुण्यलाभ अर्जित करने के लिए उमड़ पड़ी। सुबह से ही श्रद्धालु यहां बड़ी संख्या में पहुंचने लगे थे। पूज्य दद्दा जी के पंडाल में पहुंचते ही श्रद्धालुओं ने उनके दर्शन कर आशीवार्द प्राप्त किया।
दूर तक सुनाई पड़ रही ओम नमः शिवाय की गूंज
ओम नमः शिवाय की गूंज से जहां आयोजनस्थल गुंजायमान हो रहा था तो वहीं दूसरी तरफ भजनों की शानदार प्रस्तुति में श्रद्धालु गोता लगा रहे थे। पूज्य दद्दा जी के सानिध्य में चल रहे इस महायज्ञ के प्रति श्रद्धालुओं में व्याप्त उत्साह को देखते हुए ऐसा लग रहा है, जैसे सवा करोड़ शिवलिंग निर्माण का लक्ष्य महायज्ञ के चौथे दिन ही पूरा हो जाएगा। सुबह से ही कटनी और आसपास के क्षेत्रों से श्रद्धालुओं के महायज्ञ स्थल पर पहुंचने का सिलसिला प्रारंभ हो जाता है। दिन जैसे-जैसे बढ़ता है, वैसे-वैसे श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती चली जाती है। सायंकाल दद्दा जी के प्रवचनों में भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उपस्थित रहती है। लोग सपरिवार आयोजन स्थल पर पहुंच रहे हैं और शिवलिंग निर्माण में हिस्सा ले रहे हैं।
दो दिनों में बने 58 लाख 97 हजार शिवलिंग
श्रद्धालुओं की उपस्थिति का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि आयोजन के पहले दिन कटनी और प्रदेश के कोने-कोने से पहुंचे हजारों श्रद्धालुओं ने 28 लाख 13 हजार 930 पार्थिव शिवलिंग का निर्माण किया, जबकि दूसरे दिन यह संख्या बढ़कर 30 लाख 83 हजार 312 को पहुंचकर गई। इस तरह दो दिनों में ही 58 लाख 97 हजार 242 शिवलिंग का निर्माण हुआ। शिष्यों का कहना है कि सवा करोड़ शिवलिंग निर्माण महायज्ञ का लक्ष्य इस बार 4 दिनों में ही पूरा हो जाएगा।
परमात्मा के हृदय में रहते है संत
शाम को प्रवचनों की अमृतवर्षा करते हुए पूज्य दद्दा जी ने अपने श्रीमुख से कहा कि हम जब विपत्ति ग्रस्त हो जाते है तो हम अपने ही लोगों को दोषी मानते हैं जबकि इस विपत्ति के दोषी हम खुद है, इसके पीछे चिंतन करो। कैसे, अगर जीवन में सुख चाहते हो तो कभी अपने से बड़े का अपमान मत करना। अगर जीवन में तरक्की चाहते हो तो अपने बीते हुए कल को कभी मत भूलना। परमात्मा को अगर देखना है तो मंदिर जाओ। अगर परमात्मा की अनुभूति करना है, तो नारी अपने धर्म में, नर अपने कर्म में करो। बरगद के पत्ते में बहुत कुछ छिपा है। चिंतन अपने वैभव को समेट के रखो। संत परमात्मा के ह्रदय में रहते है, उसको फैलाओ मत, पत्ते में कुछ स्थित नहीं रहता हालांकि न दोने में सब कुछ समेटा जा सकता है, इसके बाबजूद भी ईश्वर ने बड़े के पत्ते में अपने सम्पूण वैभव को समेट लिया है। ईश्वर का इतना बड़ा वैभव है।
यज्ञोपवीत उपनयन संस्कार तैयारियां तेज
दद्दा शिष्य मंडल ने बताया कि सवा करोड़ पार्थिव शिवलिंग निर्माण एवं महारूद्राभिषेक महायज्ञ के दौरान 24 फरवरी को महाशिवरात्रि के दिन सुबह 11 बजे से विशेष यज्ञोपवीत संस्कार उपनयन का निशुल्क आयोजन किया जा रहा है, जहां ब्राम्हण बालकों के उपनयन संस्कार किया जाएगा। जिसकी तैयारियां तेज हो गई हैं। अब तक आधा सैकड़ा से अधिक ब्राम्हण बालकों ने यज्ञोपवीत संस्कार के लिए अपना पंजीयन करवा लिया है। विशेष यज्ञोपवीत संस्कार के लिए अभी भी पंजीयन किया जा रहा है। यज्ञोपवीत संस्कार के लिए दद्दा शिष्य मंडल कटनी के सदस्य संतोष पांडे, रामनरेश त्रिपाठी एवं विनोद तिवारी से संपर्क किया जा सकता है। इस आयोजन को लेकर दद्दा शिष्य मंडल के साथ ही ब्राम्हण समाज में उत्साह देखने को मिल रहा है।
भंडारे में हजारों ने लिया प्रसाद
सात दिवसीय शिवलिंग निर्माण महारूद्राभिषेक महायज्ञ के दौरान विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया है। भंडारा दोपहर 12 बजे से शुरू होकर देर शाम तक आयोजित हो रहा है। आज तीसरे दिन भंडारे में हजारों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। भंडारे के कुशलतापूर्वक संचालन की जिम्मेदारी दद्दा शिष्यों द्वारा संभाली जा रही है।
इनकी रही उपस्थिति
दद्दा शिष्य मंडल के सदस्य डॉ. अनिल त्रिपाठी, संतोष पांडे, डॉ. सुनील त्रिपाठी, नीरज त्रिपाठी, विजय मोदी, अभय दुबे, मनीष पाठक, राजू शर्मा, संतोष गुप्ता, अभिलाष दीक्षित, आशीष सोनी, आलोक गोयनका, वीरेंद्र श्रीवास्तव, मोहन केशरवानी, मोहन साहू, अशोक गेड़ा, बिल्लू शर्मा, प्रदीप भार्गव, विनीत गेड़ा, विनोद गुप्ता, प्रमोद गुप्ता, विनोद तिवारी, संजय सोलंकी, राजभान सिंह, अशोक साहू, राकेश सोनी, रामनरेश त्रिपाठी, राजू माखीजा, सतीष साहू, दीपक दुबे, प्रकाश श्रीवास्तव, रजनीश मिश्रा, संजीव श्रीवास्तव, बालमुकुंद त्रिपाठी, अभिषेक गुप्ता, मनु दीक्षित, मनोज पंजवानी, रवींद्र श्रीवास्तव, राकेश अग्रवाल, अरूण पांडे, राजकुमार साहू, तनवीर खान, चंचल अग्रवाल, संतोष अग्रवाल, मुकुल गुप्ता, गोविंद पटेल, प्रेमलाल साहू, लक्ष्मी टुडहा, अशोक कनकने, श्यामू बजाज, संजय खरे, अजय राय, जागेश्वर पाठक, नितिन तपा, देवेंद्र राय, ओमप्रकाश त्रिपाठी, मनीष मिश्रा, लक्ष्मीनारायण वैद्य, सुरेंद्र तिवारी, श्रीराम गुप्ता, विशाल सोलंकी, अरूण कनकने, सत्यम अग्रवाल, प्रमोद सुहाने, ओमप्रकाश तपा, राजेंद्र दुबे आदि ने क्षेत्र के श्रद्धालुओं से उक्त धार्मिक आयोजन में पहुंचकर धर्मलाभ लेने की अपील की है।
दूर तक सुनाई पड़ रही ओम नमः शिवाय की गूंज
ओम नमः शिवाय की गूंज से जहां आयोजनस्थल गुंजायमान हो रहा था तो वहीं दूसरी तरफ भजनों की शानदार प्रस्तुति में श्रद्धालु गोता लगा रहे थे। पूज्य दद्दा जी के सानिध्य में चल रहे इस महायज्ञ के प्रति श्रद्धालुओं में व्याप्त उत्साह को देखते हुए ऐसा लग रहा है, जैसे सवा करोड़ शिवलिंग निर्माण का लक्ष्य महायज्ञ के चौथे दिन ही पूरा हो जाएगा। सुबह से ही कटनी और आसपास के क्षेत्रों से श्रद्धालुओं के महायज्ञ स्थल पर पहुंचने का सिलसिला प्रारंभ हो जाता है। दिन जैसे-जैसे बढ़ता है, वैसे-वैसे श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती चली जाती है। सायंकाल दद्दा जी के प्रवचनों में भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उपस्थित रहती है। लोग सपरिवार आयोजन स्थल पर पहुंच रहे हैं और शिवलिंग निर्माण में हिस्सा ले रहे हैं।
दो दिनों में बने 58 लाख 97 हजार शिवलिंग
श्रद्धालुओं की उपस्थिति का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि आयोजन के पहले दिन कटनी और प्रदेश के कोने-कोने से पहुंचे हजारों श्रद्धालुओं ने 28 लाख 13 हजार 930 पार्थिव शिवलिंग का निर्माण किया, जबकि दूसरे दिन यह संख्या बढ़कर 30 लाख 83 हजार 312 को पहुंचकर गई। इस तरह दो दिनों में ही 58 लाख 97 हजार 242 शिवलिंग का निर्माण हुआ। शिष्यों का कहना है कि सवा करोड़ शिवलिंग निर्माण महायज्ञ का लक्ष्य इस बार 4 दिनों में ही पूरा हो जाएगा।
परमात्मा के हृदय में रहते है संत
शाम को प्रवचनों की अमृतवर्षा करते हुए पूज्य दद्दा जी ने अपने श्रीमुख से कहा कि हम जब विपत्ति ग्रस्त हो जाते है तो हम अपने ही लोगों को दोषी मानते हैं जबकि इस विपत्ति के दोषी हम खुद है, इसके पीछे चिंतन करो। कैसे, अगर जीवन में सुख चाहते हो तो कभी अपने से बड़े का अपमान मत करना। अगर जीवन में तरक्की चाहते हो तो अपने बीते हुए कल को कभी मत भूलना। परमात्मा को अगर देखना है तो मंदिर जाओ। अगर परमात्मा की अनुभूति करना है, तो नारी अपने धर्म में, नर अपने कर्म में करो। बरगद के पत्ते में बहुत कुछ छिपा है। चिंतन अपने वैभव को समेट के रखो। संत परमात्मा के ह्रदय में रहते है, उसको फैलाओ मत, पत्ते में कुछ स्थित नहीं रहता हालांकि न दोने में सब कुछ समेटा जा सकता है, इसके बाबजूद भी ईश्वर ने बड़े के पत्ते में अपने सम्पूण वैभव को समेट लिया है। ईश्वर का इतना बड़ा वैभव है।
यज्ञोपवीत उपनयन संस्कार तैयारियां तेज
दद्दा शिष्य मंडल ने बताया कि सवा करोड़ पार्थिव शिवलिंग निर्माण एवं महारूद्राभिषेक महायज्ञ के दौरान 24 फरवरी को महाशिवरात्रि के दिन सुबह 11 बजे से विशेष यज्ञोपवीत संस्कार उपनयन का निशुल्क आयोजन किया जा रहा है, जहां ब्राम्हण बालकों के उपनयन संस्कार किया जाएगा। जिसकी तैयारियां तेज हो गई हैं। अब तक आधा सैकड़ा से अधिक ब्राम्हण बालकों ने यज्ञोपवीत संस्कार के लिए अपना पंजीयन करवा लिया है। विशेष यज्ञोपवीत संस्कार के लिए अभी भी पंजीयन किया जा रहा है। यज्ञोपवीत संस्कार के लिए दद्दा शिष्य मंडल कटनी के सदस्य संतोष पांडे, रामनरेश त्रिपाठी एवं विनोद तिवारी से संपर्क किया जा सकता है। इस आयोजन को लेकर दद्दा शिष्य मंडल के साथ ही ब्राम्हण समाज में उत्साह देखने को मिल रहा है।
भंडारे में हजारों ने लिया प्रसाद
सात दिवसीय शिवलिंग निर्माण महारूद्राभिषेक महायज्ञ के दौरान विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया है। भंडारा दोपहर 12 बजे से शुरू होकर देर शाम तक आयोजित हो रहा है। आज तीसरे दिन भंडारे में हजारों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। भंडारे के कुशलतापूर्वक संचालन की जिम्मेदारी दद्दा शिष्यों द्वारा संभाली जा रही है।
इनकी रही उपस्थिति
दद्दा शिष्य मंडल के सदस्य डॉ. अनिल त्रिपाठी, संतोष पांडे, डॉ. सुनील त्रिपाठी, नीरज त्रिपाठी, विजय मोदी, अभय दुबे, मनीष पाठक, राजू शर्मा, संतोष गुप्ता, अभिलाष दीक्षित, आशीष सोनी, आलोक गोयनका, वीरेंद्र श्रीवास्तव, मोहन केशरवानी, मोहन साहू, अशोक गेड़ा, बिल्लू शर्मा, प्रदीप भार्गव, विनीत गेड़ा, विनोद गुप्ता, प्रमोद गुप्ता, विनोद तिवारी, संजय सोलंकी, राजभान सिंह, अशोक साहू, राकेश सोनी, रामनरेश त्रिपाठी, राजू माखीजा, सतीष साहू, दीपक दुबे, प्रकाश श्रीवास्तव, रजनीश मिश्रा, संजीव श्रीवास्तव, बालमुकुंद त्रिपाठी, अभिषेक गुप्ता, मनु दीक्षित, मनोज पंजवानी, रवींद्र श्रीवास्तव, राकेश अग्रवाल, अरूण पांडे, राजकुमार साहू, तनवीर खान, चंचल अग्रवाल, संतोष अग्रवाल, मुकुल गुप्ता, गोविंद पटेल, प्रेमलाल साहू, लक्ष्मी टुडहा, अशोक कनकने, श्यामू बजाज, संजय खरे, अजय राय, जागेश्वर पाठक, नितिन तपा, देवेंद्र राय, ओमप्रकाश त्रिपाठी, मनीष मिश्रा, लक्ष्मीनारायण वैद्य, सुरेंद्र तिवारी, श्रीराम गुप्ता, विशाल सोलंकी, अरूण कनकने, सत्यम अग्रवाल, प्रमोद सुहाने, ओमप्रकाश तपा, राजेंद्र दुबे आदि ने क्षेत्र के श्रद्धालुओं से उक्त धार्मिक आयोजन में पहुंचकर धर्मलाभ लेने की अपील की है।
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