कटनी / किसानों के कल्याण के लिये मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का यह ड्रीम प्रोजेक्ट है, जिसे समय-सीमा में पूर्ण कराना आप लोगों की प्रतिबद्धता
है। इसके लिये सजगता, कर्मठता एवं लगनशीलता के साथ काम कर इसे पूर्ण करायें। इससे किसानों के खेतों में पानी पहुंचे और खेतों की फसल लहलहा जाये। इस प्रोजेक्ट में अच्छे काम करने वालों को सरकार शाबासी भी देगी और कोताही बरतने वाले बक्से नहीं जायेंगे।
यह निर्देश आज प्रदेश सरकार के अतिमहत्वाकांक्षी एवं महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट बरगी दाईं तट नहर के माध्यम से किसानों को पानी उपलब्ध कराने के लिये संचालित प्रोजेक्ट के निरीक्षण के दौरान प्रदेश शासन के नर्मदा घाटी विकास राज्यमंत्री लाल सिंह आर्य ने नर्मदा घाटी के वरिष्ठ अधिकारियों को प्रदान किये। उन्होनें उमरियापान के नजदीक प्रोजेक्ट के तहत बनाई जा रही भूमिगत टनल के कार्य का जायजा लिया। इस दौरान उन्होने टनल निर्माण के लिये स्थापित प्रत्येक विंग का निरीक्षण किया। साथ ही तकनीकी अधिकारियों से चर्चा भी की।
सामान्य प्रशासन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री आर्य ने अधिकारियों एवं ठेकेदारों को स्पष्ट निर्देशित किया कि इस प्रोजेक्ट के माध्यम से स्थानीय लोगों को रोजगार के लिये प्राथमिकता दें। उनके बकाया वेतन व अन्य स्वत्तों का भुगतान 15 दिनों के भीतर करायें। मेहनतकश किसानों एवं उनके परिवार वालों को रोजगार देने से प्रोजेक्ट के कार्यों में तेजी आयेगी। उन्होने कहा कि इन निर्देशों का परिपालन सुनिश्चित करना आप लोगों की महती जिम्मेदारी है और इसकी मॉनीटररिंग के लिये मैं समय-समय पर आकर निरीक्षण करता रहूॅंगा।
राज्यमंत्री श्री आर्य को प्रोजेक्ट के भीतर नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के चीफ इंजीनियर पीके मुदगल एवं अधीक्षण अभियंता कैलाश चौबे ने जानकारी देते हुये बताया कि प्रदेश सरकार की बरगी व्वपर्तन दाईं तट मुख्य नहर 104 से 129 किलोमीटर तक बननी है। 12 किलोमीटर लंबी टनल बनाने के लिये 769 करोड़ की लागत आयेगी। हैदराबाद की पटैल एवं एसईडब्ल्यू संयुक्त उपक्रम द्वारा इसका ठेका लिया गया है। ठेकेदार द्वारा अभी तक 198 करोड़ रुपये का कार्य सम्पन्न कराया जा चुका है। 1541 मीटर टनल का कार्य एक सिरे से पूर्ण हो चुका है। ओपनकट नहर का कार्य 92 प्रतिशत तक पूर्ण हो चुका है। वहीं कट एण्ड कवर का लगभग 35 प्रतिशत कार्य पूर्ण किया जा चुका है।
योग्यता अनुरुप स्थानीय बेरोजगारों को दें अवसर
राज्यमंत्री श्री आर्य ने निरीक्षण के बाद गांव वालों से मुलाकात की। स्थानीय युवकों ने कम्पनी द्वारा उन्हें काम पर न रखनें की शिकायत को गंभीरता से लेते हुये तत्काल अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे इस प्रोजेक्ट में योग्यता के अनुरुप कार्य में लें। मैं 30 दिनों बाद फिर आउॅंगा और इस दिशा में आपके द्वारा क्या कार्य किया गया साथ ही अन्य दिशानिर्देशों के परिपेक्ष्य में क्या प्रगति आई, इसकी समीक्षा भी करुॅंगा।
15-15 दिनों में प्रगति से करायें अवगत
निरीक्षण के दौरान मुख्य अभियंता नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण को निर्देशित करते हुये राज्यमंत्री श्री आर्य ने कहा कि अब प्रत्येक 15-15 दिनों में प्रोजेक्ट की मॉनीटरिंग की व्यवस्था सुनिश्चित करें। मुझे कार्य से मतलब है, लेट-लतीफी नहीं होना चाहिये। प्रत्येक 15 दिनों में क्या प्रगति हो रही है। आप मुझे बतायें।
निरीक्षण के दौरान कार्यपालन यंत्री एम के दामोल एवं एच एस चौधरी, जनप्रतिनिधि प्रणय पाण्डे सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
है। इसके लिये सजगता, कर्मठता एवं लगनशीलता के साथ काम कर इसे पूर्ण करायें। इससे किसानों के खेतों में पानी पहुंचे और खेतों की फसल लहलहा जाये। इस प्रोजेक्ट में अच्छे काम करने वालों को सरकार शाबासी भी देगी और कोताही बरतने वाले बक्से नहीं जायेंगे।
यह निर्देश आज प्रदेश सरकार के अतिमहत्वाकांक्षी एवं महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट बरगी दाईं तट नहर के माध्यम से किसानों को पानी उपलब्ध कराने के लिये संचालित प्रोजेक्ट के निरीक्षण के दौरान प्रदेश शासन के नर्मदा घाटी विकास राज्यमंत्री लाल सिंह आर्य ने नर्मदा घाटी के वरिष्ठ अधिकारियों को प्रदान किये। उन्होनें उमरियापान के नजदीक प्रोजेक्ट के तहत बनाई जा रही भूमिगत टनल के कार्य का जायजा लिया। इस दौरान उन्होने टनल निर्माण के लिये स्थापित प्रत्येक विंग का निरीक्षण किया। साथ ही तकनीकी अधिकारियों से चर्चा भी की।
सामान्य प्रशासन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री आर्य ने अधिकारियों एवं ठेकेदारों को स्पष्ट निर्देशित किया कि इस प्रोजेक्ट के माध्यम से स्थानीय लोगों को रोजगार के लिये प्राथमिकता दें। उनके बकाया वेतन व अन्य स्वत्तों का भुगतान 15 दिनों के भीतर करायें। मेहनतकश किसानों एवं उनके परिवार वालों को रोजगार देने से प्रोजेक्ट के कार्यों में तेजी आयेगी। उन्होने कहा कि इन निर्देशों का परिपालन सुनिश्चित करना आप लोगों की महती जिम्मेदारी है और इसकी मॉनीटररिंग के लिये मैं समय-समय पर आकर निरीक्षण करता रहूॅंगा।
राज्यमंत्री श्री आर्य को प्रोजेक्ट के भीतर नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के चीफ इंजीनियर पीके मुदगल एवं अधीक्षण अभियंता कैलाश चौबे ने जानकारी देते हुये बताया कि प्रदेश सरकार की बरगी व्वपर्तन दाईं तट मुख्य नहर 104 से 129 किलोमीटर तक बननी है। 12 किलोमीटर लंबी टनल बनाने के लिये 769 करोड़ की लागत आयेगी। हैदराबाद की पटैल एवं एसईडब्ल्यू संयुक्त उपक्रम द्वारा इसका ठेका लिया गया है। ठेकेदार द्वारा अभी तक 198 करोड़ रुपये का कार्य सम्पन्न कराया जा चुका है। 1541 मीटर टनल का कार्य एक सिरे से पूर्ण हो चुका है। ओपनकट नहर का कार्य 92 प्रतिशत तक पूर्ण हो चुका है। वहीं कट एण्ड कवर का लगभग 35 प्रतिशत कार्य पूर्ण किया जा चुका है।
योग्यता अनुरुप स्थानीय बेरोजगारों को दें अवसर
राज्यमंत्री श्री आर्य ने निरीक्षण के बाद गांव वालों से मुलाकात की। स्थानीय युवकों ने कम्पनी द्वारा उन्हें काम पर न रखनें की शिकायत को गंभीरता से लेते हुये तत्काल अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे इस प्रोजेक्ट में योग्यता के अनुरुप कार्य में लें। मैं 30 दिनों बाद फिर आउॅंगा और इस दिशा में आपके द्वारा क्या कार्य किया गया साथ ही अन्य दिशानिर्देशों के परिपेक्ष्य में क्या प्रगति आई, इसकी समीक्षा भी करुॅंगा।
15-15 दिनों में प्रगति से करायें अवगत
निरीक्षण के दौरान मुख्य अभियंता नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण को निर्देशित करते हुये राज्यमंत्री श्री आर्य ने कहा कि अब प्रत्येक 15-15 दिनों में प्रोजेक्ट की मॉनीटरिंग की व्यवस्था सुनिश्चित करें। मुझे कार्य से मतलब है, लेट-लतीफी नहीं होना चाहिये। प्रत्येक 15 दिनों में क्या प्रगति हो रही है। आप मुझे बतायें।
निरीक्षण के दौरान कार्यपालन यंत्री एम के दामोल एवं एच एस चौधरी, जनप्रतिनिधि प्रणय पाण्डे सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
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