कटनी / 5 नवम्बर की रात औचक रुप से कलेक्टर विशेष गढ़पाले और पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी ने जिला जेल पहुंचकर निरीक्षण कर जेल स्टाफ को चौबीसों घंटे अलर्ट रहने और ईमानदारी व निष्ठा के साथ अपनी ड्यूटी करने के सख्त आदेश दिये। साथ ही जेल की चारो ओर की दीवारों का भी अवलोकन किया। वहीं कैदियों से परिजनों की भेंट करने वाले कक्ष का भी जायजा लिया। इस दौरान जेलर सुजीत खरे ने बताया कि वर्तमान में 435 कैदी जेल में हैं। इनमें 415 पुरुष कैदी हैं। वहीं 20 महिला कैदी महिला वार्ड में हैं। यहां उन्होने सभी वार्डों में पुलिस के जवानों से कैदियों की सामग्री की जांच कराई। इस दौरान कैदियों की सामग्री से प्राप्त बीड़ी और गुटखा को जप्त भी किया। साथ ही जेलर को सख्ती से इस पर पाबंदी लगाने के निर्देश दिये।
151 में कौन है बंद ? किसकी अब तक नहीं हुई पेशी ?
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर श्री गढ़पाले ने लंबे समय से धारा 151, 107 और 116 में बंद कैदियों की जानकारी ली। उन्होने कैदियों से पूछा कि कितने समय से जेल में बंद हैं। किसी ने अब तक जमानत क्यों नहीं कराई। वहीं पुलिस अधीक्षक श्री तिवारी ने सभी कैदियों से पूछा की किनकी पेशी लंबे समय से नहीं हुई है। दोनो ही अधिकारियों ने इसका कारण जेलर से जाना।
नेम प्लेट कहां है, मैटल डिटेक्टर क्यों है बंद ?
कलेक्टर और एसपी के 9 बजे जिला जेल पहुंचने के बाद, 9 बजकर 3 मिनिट पर जेल का बाहरी दरवाजा खुला। दोनो ही अधिकारी अंदर पहुंचे। यहां कलेक्टर श्री गढ़पाले व एसपी श्री तिवारी ने अपनी एंट्री रजिस्टर में दर्ज की। इस दौरान मौजूद जेल प्रहरी की वर्दी में नेम प्लेट न होने पर पुलिस अधीक्षक ने पूछा कि नेम प्लेट क्यों नहीं लगाई? कहां है? आइंदा लगाकर रखें। वहीं मेटल डिटेक्टर बंद होने पर डी एम श्री गढ़पाले ने इसे चालू कराने के निर्देश दिये।
प्रत्येक गुरुवार को कैदियों के उपचार के लिये जेल में ही उपलब्ध रहेंगे डॉक्टर
जेल में मरीजों के उपचार की समस्या जेलर द्वारा कलेक्टर श्री गढ़पाले के संज्ञान में लाई गई। इस पर उन्होने प्रत्येक गुरुवार को पर्मानेंटली जेल में ही डॉक्टर को भेजने के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि आने वाले गुरुवार से यह व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी। ये आदेश उन्होने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को भी त्वरित रुप से दिये।
इंटरनेट की समस्या है, कल हो जायेगा समाधान
कलेक्टर और एसपी के जॉइंट विजिट में जेलर द्वारा इंटरनेट कनेक्टिविटी की समस्या बताई गई। इस पर कलेक्टर श्री गढ़पाले ने कहा कि आपने अभी बताया है। कल ही जिला प्रबंधक ई-गर्वनेंस आयेंगे। और आपकी इंटरनेट की समस्या को सॉर्टआउट करेंगे। बिजली की समस्या बताने पर कलेक्टर ने प्राथमिकता पर फीडर चेंज कराने की बात कही।
महिला वार्ड का भी किया निरीक्षण
अपने 2 घंटे 7 मिनिट के आकस्मिक निरीक्षण में कलेक्टर व एसपी ने महिला वार्ड का भी निरीक्षण कर महिला आरक्षकों द्वारा महिला कैदियों के सामान की भी जांच की गई। अधिकारियों ने महिला कैदियों को प्रशिक्षण प्रदान करने के लिये प्रारंभ की गई सिलाई यूनिट का भी अवलोकन किया।
बजाओ सायरन, सुनाओ चालू है या नहीं? दस्तावेज भी देखे
जेल के संयुक्त निरीक्षण के दौरान कलेक्टर और एसपी ने जेलर को सायरन बजाने के लिये कहा। उन्होने कहा कि सायरन बजाईये। सुनाईये चालू है या नहीं। दूरसंचार व्यवस्था दुरुस्त है या नहीं। इसके बाद डी एम व एसपी ने बंदियों का रिकॉर्ड, मेडिकल रेफेरल का रजिस्टर और जेल व्यवस्थाओं को संधारित करने के लिये शासन द्वारा भेजे जाने वाले बजट से संबंधित दस्तावेजों का भी परिक्षण किया।
नशामुक्ति शिविर का करायें आयोजन
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर व एसपी ने जेलर को समय-समय पर ब्रम्हकुमारी आश्रम व अन्य एैसी संस्थाओं के द्वारा नशामुक्ति शिविरों का आयोजन करने के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि एैसे शिविरों से शनैः-शनैः कैदियों की हैबिट में सुधार आ सकता है।
151 में कौन है बंद ? किसकी अब तक नहीं हुई पेशी ?
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर श्री गढ़पाले ने लंबे समय से धारा 151, 107 और 116 में बंद कैदियों की जानकारी ली। उन्होने कैदियों से पूछा कि कितने समय से जेल में बंद हैं। किसी ने अब तक जमानत क्यों नहीं कराई। वहीं पुलिस अधीक्षक श्री तिवारी ने सभी कैदियों से पूछा की किनकी पेशी लंबे समय से नहीं हुई है। दोनो ही अधिकारियों ने इसका कारण जेलर से जाना।
नेम प्लेट कहां है, मैटल डिटेक्टर क्यों है बंद ?
कलेक्टर और एसपी के 9 बजे जिला जेल पहुंचने के बाद, 9 बजकर 3 मिनिट पर जेल का बाहरी दरवाजा खुला। दोनो ही अधिकारी अंदर पहुंचे। यहां कलेक्टर श्री गढ़पाले व एसपी श्री तिवारी ने अपनी एंट्री रजिस्टर में दर्ज की। इस दौरान मौजूद जेल प्रहरी की वर्दी में नेम प्लेट न होने पर पुलिस अधीक्षक ने पूछा कि नेम प्लेट क्यों नहीं लगाई? कहां है? आइंदा लगाकर रखें। वहीं मेटल डिटेक्टर बंद होने पर डी एम श्री गढ़पाले ने इसे चालू कराने के निर्देश दिये।
प्रत्येक गुरुवार को कैदियों के उपचार के लिये जेल में ही उपलब्ध रहेंगे डॉक्टर
जेल में मरीजों के उपचार की समस्या जेलर द्वारा कलेक्टर श्री गढ़पाले के संज्ञान में लाई गई। इस पर उन्होने प्रत्येक गुरुवार को पर्मानेंटली जेल में ही डॉक्टर को भेजने के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि आने वाले गुरुवार से यह व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी। ये आदेश उन्होने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को भी त्वरित रुप से दिये।
इंटरनेट की समस्या है, कल हो जायेगा समाधान
कलेक्टर और एसपी के जॉइंट विजिट में जेलर द्वारा इंटरनेट कनेक्टिविटी की समस्या बताई गई। इस पर कलेक्टर श्री गढ़पाले ने कहा कि आपने अभी बताया है। कल ही जिला प्रबंधक ई-गर्वनेंस आयेंगे। और आपकी इंटरनेट की समस्या को सॉर्टआउट करेंगे। बिजली की समस्या बताने पर कलेक्टर ने प्राथमिकता पर फीडर चेंज कराने की बात कही।
महिला वार्ड का भी किया निरीक्षण
अपने 2 घंटे 7 मिनिट के आकस्मिक निरीक्षण में कलेक्टर व एसपी ने महिला वार्ड का भी निरीक्षण कर महिला आरक्षकों द्वारा महिला कैदियों के सामान की भी जांच की गई। अधिकारियों ने महिला कैदियों को प्रशिक्षण प्रदान करने के लिये प्रारंभ की गई सिलाई यूनिट का भी अवलोकन किया।
बजाओ सायरन, सुनाओ चालू है या नहीं? दस्तावेज भी देखे
जेल के संयुक्त निरीक्षण के दौरान कलेक्टर और एसपी ने जेलर को सायरन बजाने के लिये कहा। उन्होने कहा कि सायरन बजाईये। सुनाईये चालू है या नहीं। दूरसंचार व्यवस्था दुरुस्त है या नहीं। इसके बाद डी एम व एसपी ने बंदियों का रिकॉर्ड, मेडिकल रेफेरल का रजिस्टर और जेल व्यवस्थाओं को संधारित करने के लिये शासन द्वारा भेजे जाने वाले बजट से संबंधित दस्तावेजों का भी परिक्षण किया।
नशामुक्ति शिविर का करायें आयोजन
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर व एसपी ने जेलर को समय-समय पर ब्रम्हकुमारी आश्रम व अन्य एैसी संस्थाओं के द्वारा नशामुक्ति शिविरों का आयोजन करने के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि एैसे शिविरों से शनैः-शनैः कैदियों की हैबिट में सुधार आ सकता है।
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