कटनी - राष्ट्रीय राजमार्ग 7, स्थान शहर का मुख्य चौराहा कह्लाने वाला मिशन चौक, चाहे जब घंटों जाम लग जाए. जाम फिर न अस्पताल जाने वाले किसी मरीज की पीड़ा समझता है न वक्त पर पहुँचने की किसी की मजबूरी को. कई उप नगरीय क्षेत्र के नागरिक इसी पुल से होकर शहर में आ सकते है. समस्या सिर्फ़ आज की नही दशकों पुरानी है आज नासूर बन गई है, जब प्यास लगे तब कुँआ खोदने की कहावत चरितार्थ करते हुए कुछ दिन पहले ही इसपर पुल बनाने सर्वे किया गया है, पुल कब तक बनेगा यह कहना फिलहाल बेकार है. बताया जाता है कि पुल का प्रस्ताव किसने बनाया ? कौन पुल बनवायेगा ? आदि गैरजरूरी बातों ने भी इसे राजनीति का मुद्दा भर बनाया है स्थिति क्या है ? यह सब तस्वीर ख़ुद कह रही है. इसलिए शहर के जनप्रतिनिधियों को जनहित में हरसंभव प्रयास करते हुए आने वाले समय की आवश्यकता अनुसार पुल निर्माण का कार्य जल्द शुरू करा देना चाहिए लेकिन उससे पहले वैकल्पिक व्यवस्था भी बनानी जरूरी होगी क्योंकि पुल बनने तक शहर का यातायात कैसे यहां से गुजरेगा ? यह भी एक प्रश्नवाचक स्थिति ही है, जल्द से जल्द अब कुछ करना हो गया है जरूरी.
कटनी ( प्रबल सृष्टि ) शनिवार 3 अगस्त और रविवार 4 अगस्त की दरमियानी रात को कटनी जिले में भारी और लगातार बारिश हुई है जिसका पानी कई निचले क्षेत्रों में भर गया है इस वजह से प्रशासन द्वारा राहत और बचाव के कार्य भी जारी हैं। ऐसी ही कुछ तस्वीरें माधव नगर स्थित रॉबर्ट लाईन क्षेत्र से भी सामने आईं हैं जहां बारिश का पानी दाल मिलों के अंदर तक घुस गया था जिसकी वजह से भारी नुकसान होना बताया जा रहा है। जानकारी अनुसार शंकर दाल उद्योग और जय भोले शंकर इंडस्ट्रीज में पानी भर गया था जिससे नुकसान होना दयालदास पंजवानी द्वारा बताया जा रहा है।
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