उसी प्रकार इन्दिरा जी बहुत अच्छी प्रधानमंत्री थी, एक बात बहुत बड़ी उन्होंने की जब पाकिस्तान ने हम पर हमला किया तो ऐसी बुरी पराजय दी, हमारी सेना के बल पर न केवल बुरी पराजय दी बल्कि पाकिस्तान के दो हिस्से करवाकर बंगलादेश को स्वतंत्र बना दिया जो एक प्लस पॉइंट है लेकिन यह प्लस पॉइंट होते हुई भी कोई इस बात को भूल नही सकता कि इलाहाबाद हाई कोर्ट ने उनके चुनाव को अवैध घोषित किया और कहा कि उन्होंने भ्रष्टाचार के द्वारा रायबरेली का चुनाव जीता है और कानून के हिसाब से चुनाव अवैध है. उनको संसद का सदस्य होने का अधिकार नही. कोर्ट ने जब यह घोषणा कि तो इन्दिरा जी की प्रतिक्रिया यह हुई कि उन्होंने हिदुस्तान में इमरजेंसी लगा दी और जितने भी लोग यह माँग कर रहे थे कि श्रीमती गाँधी को इस्तीफा देना चाहिए सबको अन्दर डाल दिया, जयप्रकाश नारायण, चंद्रशेखर और अटल बिहारी वाजपेयी जेल भेजे गए. कुल मिलाकर इमरजेंसी के काल में एक लाख दस हजार लोग जेल में डाले गए जिसमे बहुत सारे पत्रकार भी थे यह एक धब्बा हमारे लोकतंत्र पर बन गया, 19 महीने का समय लोकतंत्र को ग्रहण लग गया था "
( 22 नवंबर / म प्र / कटनी में भाजपा प्रत्याशी संदीप जायसवाल के समर्थन में आयोजित चुनावी सभा को संबोधित करते भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी )
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