कटनी - " हिंदुस्तान में प्रधानमंत्री कौन सबसे अच्छे हुए ? तो कोई नेहरू जी का नाम लेता है, कोई इन्दिरा जी, तो कोई किसी और का नाम लेता है. मै उनको कहता हूँ आप एक एक कर सभी प्रधानमंत्रीयों के कार्यकाल का विशलेषण करिये और मैंने इसका विस्तार से विचार किया है क्योंकि मैंने सभी प्रधानमंत्रीयों के शासन को देखा है, कोई ऐसा नही जिसको नही देखा. यह ठीक है कि आरंभिक वर्षो में पत्रकार के नाते देखा, आगे चलकर 1970 के बाद पार्लियामेंट में तब से लेकर एक सांसद के रुप में देखा और सबको देखने के बाद में हमेशा कहा करता हूँ कि नेहरू जी का नाम बहुत बड़ा है, लेकिन नेहरू जी कार्यकाल में जो अच्छे काम हुए, जिनको प्लस कहा जा सकता है और जो कमियां रही, जिनको माइनस कहा जा सकता है. उसके आधार पर उनकी अगर बैलेंस शीट निकाली जाए तो उस बैलेंस शीट में जितना प्लस है वो सब एक 1962 के चीन के हमले के कारण जिसमे चीन पर ग़लत विश्वास करना, चीन के मुकाबले अपनी सेना को सतर्क तैयार न रखना और कृष्ण मेनन जैसे एक व्यक्ति को देश का रक्षा मंत्री बना देना बहुत बड़ी गलती थी और इस माइनस के सामने पूरा प्लस साफ़ हो जाता है, बैलेंस शीट साफ़ हो जाती है.
उसी प्रकार इन्दिरा जी बहुत अच्छी प्रधानमंत्री थी, एक बात बहुत बड़ी उन्होंने की जब पाकिस्तान ने हम पर हमला किया तो ऐसी बुरी पराजय दी, हमारी सेना के बल पर न केवल बुरी पराजय दी बल्कि पाकिस्तान के दो हिस्से करवाकर बंगलादेश को स्वतंत्र बना दिया जो एक प्लस पॉइंट है लेकिन यह प्लस पॉइंट होते हुई भी कोई इस बात को भूल नही सकता कि इलाहाबाद हाई कोर्ट ने उनके चुनाव को अवैध घोषित किया और कहा कि उन्होंने भ्रष्टाचार के द्वारा रायबरेली का चुनाव जीता है और कानून के हिसाब से चुनाव अवैध है. उनको संसद का सदस्य होने का अधिकार नही. कोर्ट ने जब यह घोषणा कि तो इन्दिरा जी की प्रतिक्रिया यह हुई कि उन्होंने हिदुस्तान में इमरजेंसी लगा दी और जितने भी लोग यह माँग कर रहे थे कि श्रीमती गाँधी को इस्तीफा देना चाहिए सबको अन्दर डाल दिया, जयप्रकाश नारायण, चंद्रशेखर और अटल बिहारी वाजपेयी जेल भेजे गए. कुल मिलाकर इमरजेंसी के काल में एक लाख दस हजार लोग जेल में डाले गए जिसमे बहुत सारे पत्रकार भी थे यह एक धब्बा हमारे लोकतंत्र पर बन गया, 19 महीने का समय लोकतंत्र को ग्रहण लग गया था "
( 22 नवंबर / म प्र / कटनी में भाजपा प्रत्याशी संदीप जायसवाल के समर्थन में आयोजित चुनावी सभा को संबोधित करते भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी )
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