कटनी - नशा करने वाला व्यक्ति पहले तो ख़ुद बर्बाद होता फिर परिवार को बर्बाद कर देता है, नशे से तन, मन धन सब पर व्यापक असर पड़ता है हमारे आस पास ऐसे परिवारों की संख्या बहुत है जिनका सब कुछ नशे की वजह से अब खत्म हो चुका है . लोग किसी भी प्रकार का नशा न करे इसके लिए शासन भी समय समय पर जागरूकता अभियान चलाता है लेकिन इसमे आम नागरिकों को भी अपनी सहभागिता देनी होगी ताकि ऐसे अभियानों को पूर्ण सफलता मिलें क्योंकि सिर्फ़ बातों से ही कोई काम नही बनता . इस वर्ष भी पंचायत एवं सामाजिक न्याय विभाग के निर्देश पर 31 मई को अन्र्तराष्ट्रीय तम्बाकू एवं धूम्रपान निषेध दिवस का आयोजन किया जाना है । इस आयोजन का उद्देश्य युवाओं, छात्र, छात्राओं एवं जनजन में बढ़ती हुई तम्बाकू व धूम्रपान के सेवन की प्रवृत्ति की रोकथाम के लिये तम्बाकू एवं बीड़ी सिगरेट के दुष्परिणामों से इन्हे अवगत कराना है ताकि तम्बाकू एवं गुटखा, बीड़ी सिगरेट के सेवन की बढ़ती प्रवृत्ति से युवा पीढ़ी एवं जनजन को केंसर, टी.बी हृदयाघात आदि गंभीर बीमारियों से युवा वर्ग तथा जन-जन को बचाया जा सके तथा तम्बाकू एवं धूम्रपान के सेवन की रोकथाम हेतु वातातरण व चेतन का निर्माण हो सके । राज्य शासन द्वारा तम्बाकू तथा तम्बाकू से बने उत्पाद विक्रय पर प्रतिबंध लगाया गया है जिसके व्यापक पैमाने पर असर देखने को मिल रहा है । इस अभिययान को सफल बनाने के लिये जिला स्तर पर नशामुक्ति के लिये पहल प्रारम्भ कराई जावे । तम्बाकू एवं धूम्रपान के सेवन के दुष्परिणामों पर आधारित कार्यक्रम जैसे सेमीनार, रैली, पोस्टर, प्रदर्शनी, वाद-विवाद, निबंध-लेखन, प्रश्नमंच, चित्रकला प्रतियोगिताएं व नुक्कड़ नाटक, गीत, नृत्य आदि आयोजित किये जावे । इन कार्यक्रमों में विश्वविद्यालय, महाविद्यालय, स्कूलों, नगर पालिका, नगर निगम जिला पंचायत, जनपद पंचायत स्वैच्छिक संस्थाएं तथा स्थानीय जन प्रतिनिधि सम्मिलित हों । यह हमारा दायित्व है कि बढ़ती नशा प्रवृत्ति से बचाव के लिये प्रदेश के हर युवा, वृद्ध नागरिकों को पहल करना होगी ।
कटनी - नशा करने वाला व्यक्ति पहले तो ख़ुद बर्बाद होता फिर परिवार को बर्बाद कर देता है, नशे से तन, मन धन सब पर व्यापक असर पड़ता है हमारे आस पास ऐसे परिवारों की संख्या बहुत है जिनका सब कुछ नशे की वजह से अब खत्म हो चुका है . लोग किसी भी प्रकार का नशा न करे इसके लिए शासन भी समय समय पर जागरूकता अभियान चलाता है लेकिन इसमे आम नागरिकों को भी अपनी सहभागिता देनी होगी ताकि ऐसे अभियानों को पूर्ण सफलता मिलें क्योंकि सिर्फ़ बातों से ही कोई काम नही बनता . इस वर्ष भी पंचायत एवं सामाजिक न्याय विभाग के निर्देश पर 31 मई को अन्र्तराष्ट्रीय तम्बाकू एवं धूम्रपान निषेध दिवस का आयोजन किया जाना है । इस आयोजन का उद्देश्य युवाओं, छात्र, छात्राओं एवं जनजन में बढ़ती हुई तम्बाकू व धूम्रपान के सेवन की प्रवृत्ति की रोकथाम के लिये तम्बाकू एवं बीड़ी सिगरेट के दुष्परिणामों से इन्हे अवगत कराना है ताकि तम्बाकू एवं गुटखा, बीड़ी सिगरेट के सेवन की बढ़ती प्रवृत्ति से युवा पीढ़ी एवं जनजन को केंसर, टी.बी हृदयाघात आदि गंभीर बीमारियों से युवा वर्ग तथा जन-जन को बचाया जा सके तथा तम्बाकू एवं धूम्रपान के सेवन की रोकथाम हेतु वातातरण व चेतन का निर्माण हो सके । राज्य शासन द्वारा तम्बाकू तथा तम्बाकू से बने उत्पाद विक्रय पर प्रतिबंध लगाया गया है जिसके व्यापक पैमाने पर असर देखने को मिल रहा है । इस अभिययान को सफल बनाने के लिये जिला स्तर पर नशामुक्ति के लिये पहल प्रारम्भ कराई जावे । तम्बाकू एवं धूम्रपान के सेवन के दुष्परिणामों पर आधारित कार्यक्रम जैसे सेमीनार, रैली, पोस्टर, प्रदर्शनी, वाद-विवाद, निबंध-लेखन, प्रश्नमंच, चित्रकला प्रतियोगिताएं व नुक्कड़ नाटक, गीत, नृत्य आदि आयोजित किये जावे । इन कार्यक्रमों में विश्वविद्यालय, महाविद्यालय, स्कूलों, नगर पालिका, नगर निगम जिला पंचायत, जनपद पंचायत स्वैच्छिक संस्थाएं तथा स्थानीय जन प्रतिनिधि सम्मिलित हों । यह हमारा दायित्व है कि बढ़ती नशा प्रवृत्ति से बचाव के लिये प्रदेश के हर युवा, वृद्ध नागरिकों को पहल करना होगी ।
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