कटनी - जिले के प्रभारी सचिव कवीन्द्र कियावत ने कहा कि आम जनता से जुड़े विभिन्न विभाग एक दूसरे की योजनाओं के बारे में पर्याप्त जानकारी रखें और ग्रामीण क्षेत्रों में मैदानी स्तर पर समन्वय के साथ योजनाओं तथा कार्यक्रमों का क्रियान्वयन करें। उन्होने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग और स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं का लक्षित समूह क्रमोवेश एक ही होता है। दोनों विभाग समन्वित रुप से अपनी योजनाओं का क्रियान्वयन सुनिश्चित करें। जिले के पहले प्रवास पर प्रभारी सचिव ने विकास की परियोजनाओं एवं विभिन्न विभागों की गतिविधियों एवं शासकीय योजनाओं व कार्यक्रमों की समीक्षा की। इस मौके पर कलेक्टर शशिभूषण सिंह, वनमण्डलाधिकारी ए0के0 राय, आयुक्त नगर आर0पी0 सिंह, संयुक्त कलेक्टर सपना त्रिपाठी, एसडीएम बलबीर रमन, धीरेन्द्र सिंह, देवकीनंदन सिंह, प्रिया चन्द्रावत, अधीक्षक यंत्री विद्युत एल0पी0खटीक सहित विभाग प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे।
प्रभारी सचिव ने कृषि विभाग, जय किसान फसल ऋण माफी योजना, खाद-बीज की स्थिति, खरीफ बोनी, उद्यानिकी, खाद्य विभाग की सार्वजनिक वितरण प्रणाली, गेहूं उपार्जन, वनाधिकार अधिनियम के दावे और निराकरण, पशुपालन विभाग की योजनायें तथा गौशाला, शिक्षा और सर्वशिक्षा में स्कूल चले हम अभियान, पाठ्य पुस्तक, सायकल वितरण, हाई स्कूल, हायर सेेकेण्डरी का रिजल्ट, आदिम जाति कल्याण के अन्तर्गत बस्ती विकास और छात्रावास सुदृढीकरण, स्वास्थ्य विभाग के दस्तक अभियान, सम्पूर्ण टीकाकरण, संस्थागत प्रसव, महिला एवं बाल विकास के अन्तर्गत टेक होम राशन, जन सहयोग से आदर्श आंगनबाड़ी केन्द्र की स्थापना, बच्चों में पोषण की स्थिति, एनआरसी में उपचारित बच्चे, लोकस्वास्थ्य यांत्रिकी के तहत नलजल योजना, हैण्डपम्प सुधार और पेयजल की स्थिति की समीक्षा की।
विद्युत वितरण कम्पनी के कार्यों की समीक्षा में प्रभारी ने कहा कि अघोषित विद्युत कटौती नहीं होनी चाहिये। नगरीय और ग्रामीण क्षेत्रों में घरेलू और कृषि फीडर पर तयसूदा समय तक बिजली आपूर्ति होनी चाहिये। पीआईयू के निर्माण कार्यों की समीक्षा में प्रभारी सचिव ने कहा कि जिन 9 विभागों के भवन पीआईयू द्वारा बनाये जा रहे हैं। उन विभागों के जिला अधिकारियों को भी निर्माणाधीन भवनों का निरीक्षण करायें। लोक निर्माण विभाग बरसात के बाद की जाने वाली सड़कों के मेन्टिनेन्स की कार्ययोजना अभी से तैयार कर मटेरियल संग्रहित कर लें।
प्रभारी सचिव कवीन्द्र कियावत ने कहा कि विभागों के अधिकारी जब भी ग्रामीण क्षेत्र के भ्रमण पर जायें, तो वे अपने विभाग की योजनाओं के अलावा दूसरे विभागों की मूलभूत योजनाओं और कार्यक्रमों को भी देखें और जिला विभाग प्रमुख के ध्यान में लायें। मैदानी कर्मचारी अपने निर्धारित मुख्यालय पर रहें। मुख्यालय में निवास करने से एक दूसरे विभाग से संवादहीनता की स्थिति नहीं बनती और शासकीय सेवाओं को आमजन तक पहुंचाने में मदद मिलती है। प्रभारी सचिव ने कहा कि एएनएम, एमपीडब्ल्यू, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सेक्टर सुपरवाईजर अपने मुख्यालय में ही निवास करें। एसडीएम अपने क्षेत्र में मॉनीटरिंग भी करें।
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