कटनी / मुंबई के पांच सितारा होटल ताज में सी.आई.आई. द्वारा
इंडस्ट्रियल कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई। जिसमें मध्यम व लघु तथा सूक्ष्म, उद्योगपतियों की बैठक मे प्रदेश के एमएसएमई विभाग के राज्यमंत्री संजय सत्येन्द्र पाठक ने दिनांक 8 व 9 अप्रैल को कटनी में आयोजित औद्योंगिक संम्मेलन के लिये उद्योगपतियों को इंवाईट किय। उन्होने बताया कि वर्तमान में छोटे-छोटे उद्योगो के लिये मध्यप्रदेश में एक अनुकूल वातावरण है। जहां पर न तो राजनैतिक हस्तक्षेप है और नही बिजली, पानी की कमी है। साथ ही उद्योगो के लिये आवश्यक श्रमिक तथा शांन्तिपूर्ण वातावरण उपलव्ध है।
राज्यमंत्री श्री पाठक ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि, इस अधिवेशन के लिये उन्होने कटनी को ही इसलिये चुना है क्योंकि भारत में शायद ही कटनी जैसा कोई जिला हो, जहां पर हर तरह के खनिज भरपूर मात्रा में उपलव्ध है। इसी कारण ए.सी.सी. सीमेंन्ट प्लान्ट तथा लार्सनटर्बो जैसी कंपानियां यहां पर स्थापित हैं। कटनी को मध्यप्रदेश का हृदय स्थल भी कह सकते हैं। जहां पर देश की हर दिशा में जाने वाली रेलगाडि़यां, राष्ट्रीय महामार्ग तथा जबलपुर हवाई सेवा निरंतर संपर्क बनाने के लिये उपलव्ध है।
राज्यमंत्री श्री पाठक ने बताया कि मध्यप्रदेश शासन, केन्द्र सरकार के आयुध कारखाना नीति के अंन्तर्गत राज्य में आयुध कारखाना स्थापित करना चाहती है। वर्तमान में मध्यप्रदेश में जबलपुर, इटारसी, भोपाल तथा कटनी में आयुध कारखानें स्थापित है, तथा खनिज संपदा की उपलब्धता के कारण मध्यप्रदेश शासन जबलपुर तथा कटनी जिलों में आयुध कारखाने आमंत्रित कर रही है। कटनी जिले में लगभग 3 हजार एकड़ जमीन उद्योगों के लिये उपलब्ध है। साथ ही कटनी में शिक्षा तथा पर्यटन के लिये भी काफी संभावनाएं है। कटनी में लगभग 130 साल पुराना डीजल लोकोमोटिक इंजिन बनाने का कारखाना भी कार्यरत है।
श्री संजय पाठक मंत्री सूक्ष्म, लघु माध्यम उद्यम (स्वतंत्र प्रभार) उच्च शिक्षा, व सामाजिक न्यास एवं निःशक्तजन कल्याण विभाग ने सभी उद्योंगपतियों को कटनी में दिनांक 8 व 9 अप्रैल को हाने वाले लघु व मध्यम उद्योंग सम्मेलन में आने का निमंत्रण भी दिया ।
इसके पूर्व मध्यप्रदेश शासन लघु व मध्यम उद्योग विभाग के सचिव वी.एल.कांन्ताा राव ने आयुध आधारित उद्योगों के संदर्भ में मध्यप्रदेश शासन द्वारा दिये जाने वाले रियायत व सुविधांओं के बारे में जानकारी प्रस्तुत की ।
उन्होंने बताया कि आयुध संबंधी उद्योंगों के लिये मध्यप्रदेश शासन द्वारा इन्दौर में इण्डों जर्मन संयुक्त भागीदारी से टूल रुम स्थापित हैं। इसके अतिरिक्त भोपाल मे टूल रुम उपलब्ध है। आयुध उद्योगों की स्थापना के लिये शासन जबलपुर कटनी में भी योग्यता प्रमाणीकरण हेतु परिक्षण सुबिधाओं को ध्यान में रखते हुए टूल रुम की स्थापना करने का विचार कर रही है। साथ ही इन उद्योगों से संबंधित बिक्री केन्द्र सरलता से उपलब्ध हो सके इसके लिये भी प्रयत्न कर रही है।
इस दौरान राज्यमंत्री श्री पाठक ने नासिक के श्री तुषार उद्योग के श्री तुषार पटवर्धन ने प्रश्न के उत्तर में कहा कि मध्यप्रदेश शासन प्रोजेक्ट के लिये यथा संभव सहयोग करेगी। तथा यदि वे आयुध उद्योगो में संयुक्त रुप से भागीदारी में आना चाहते है, तों उनके लिये विशेष सुबिधाएं दी जा सकती है। विक्रेता विकास कार्यक्रम के अंर्न्तगत निवेशको को उनके उद्योग स्थापित करने के लिये हर सहायता तथा सहूलियत देने के लिये हम कृतसंकल्प है।
सी.आई.आई. के अध्यक्ष तथा लार्सनटर्बो के हैवी इंन्जीनियरिग के उपाध्यक्ष मुकेश भार्गव ने आरभ में राज्यमंत्री संजय सत्येन्द्र पाठक के आयुध आधारित उद्योगो में दिये जाने वाले सहयोग की सराहना करते हुए कहा कि आयुध सेंक्टर में निवेश करना किसी भी निवेशक के लिये योग्य निर्णय होगा।
इसके बाद राज्यमंत्री संजय पाठक ने ड्रायटेक के प्रबंध संचालक योगेश शांह केमट्रोज इन्डस्ट्री प्रा. लि. के अध्यक्ष के प्रबंध संचालक नंन्दकुमार, पाल टेक्सटाइल महाराष्ट्र के प्रबंध संचालक श्री अहूजा तथा एटीस माईक्रोन्युट्रिडेस एग्रो लि. के राहुल मीर चंन्दानी ने उनके समस्याओं तथा उद्योग निवेश के संबंध में गहन चर्चा की ।
इस अवसर पर वी.एल कान्था राव, प्रमुख सचिव लघु व मध्यम एद्योंग विभाग, तथा सी. एस. धुर्वे, प्रबंध संचालक मध्यप्रदेश औद्योगिक केन्द्र विकास निगम जबलपुर उपस्थित थे ।
इंडस्ट्रियल कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई। जिसमें मध्यम व लघु तथा सूक्ष्म, उद्योगपतियों की बैठक मे प्रदेश के एमएसएमई विभाग के राज्यमंत्री संजय सत्येन्द्र पाठक ने दिनांक 8 व 9 अप्रैल को कटनी में आयोजित औद्योंगिक संम्मेलन के लिये उद्योगपतियों को इंवाईट किय। उन्होने बताया कि वर्तमान में छोटे-छोटे उद्योगो के लिये मध्यप्रदेश में एक अनुकूल वातावरण है। जहां पर न तो राजनैतिक हस्तक्षेप है और नही बिजली, पानी की कमी है। साथ ही उद्योगो के लिये आवश्यक श्रमिक तथा शांन्तिपूर्ण वातावरण उपलव्ध है।
राज्यमंत्री श्री पाठक ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि, इस अधिवेशन के लिये उन्होने कटनी को ही इसलिये चुना है क्योंकि भारत में शायद ही कटनी जैसा कोई जिला हो, जहां पर हर तरह के खनिज भरपूर मात्रा में उपलव्ध है। इसी कारण ए.सी.सी. सीमेंन्ट प्लान्ट तथा लार्सनटर्बो जैसी कंपानियां यहां पर स्थापित हैं। कटनी को मध्यप्रदेश का हृदय स्थल भी कह सकते हैं। जहां पर देश की हर दिशा में जाने वाली रेलगाडि़यां, राष्ट्रीय महामार्ग तथा जबलपुर हवाई सेवा निरंतर संपर्क बनाने के लिये उपलव्ध है।
राज्यमंत्री श्री पाठक ने बताया कि मध्यप्रदेश शासन, केन्द्र सरकार के आयुध कारखाना नीति के अंन्तर्गत राज्य में आयुध कारखाना स्थापित करना चाहती है। वर्तमान में मध्यप्रदेश में जबलपुर, इटारसी, भोपाल तथा कटनी में आयुध कारखानें स्थापित है, तथा खनिज संपदा की उपलब्धता के कारण मध्यप्रदेश शासन जबलपुर तथा कटनी जिलों में आयुध कारखाने आमंत्रित कर रही है। कटनी जिले में लगभग 3 हजार एकड़ जमीन उद्योगों के लिये उपलब्ध है। साथ ही कटनी में शिक्षा तथा पर्यटन के लिये भी काफी संभावनाएं है। कटनी में लगभग 130 साल पुराना डीजल लोकोमोटिक इंजिन बनाने का कारखाना भी कार्यरत है।
श्री संजय पाठक मंत्री सूक्ष्म, लघु माध्यम उद्यम (स्वतंत्र प्रभार) उच्च शिक्षा, व सामाजिक न्यास एवं निःशक्तजन कल्याण विभाग ने सभी उद्योंगपतियों को कटनी में दिनांक 8 व 9 अप्रैल को हाने वाले लघु व मध्यम उद्योंग सम्मेलन में आने का निमंत्रण भी दिया ।
इसके पूर्व मध्यप्रदेश शासन लघु व मध्यम उद्योग विभाग के सचिव वी.एल.कांन्ताा राव ने आयुध आधारित उद्योगों के संदर्भ में मध्यप्रदेश शासन द्वारा दिये जाने वाले रियायत व सुविधांओं के बारे में जानकारी प्रस्तुत की ।
उन्होंने बताया कि आयुध संबंधी उद्योंगों के लिये मध्यप्रदेश शासन द्वारा इन्दौर में इण्डों जर्मन संयुक्त भागीदारी से टूल रुम स्थापित हैं। इसके अतिरिक्त भोपाल मे टूल रुम उपलब्ध है। आयुध उद्योगों की स्थापना के लिये शासन जबलपुर कटनी में भी योग्यता प्रमाणीकरण हेतु परिक्षण सुबिधाओं को ध्यान में रखते हुए टूल रुम की स्थापना करने का विचार कर रही है। साथ ही इन उद्योगों से संबंधित बिक्री केन्द्र सरलता से उपलब्ध हो सके इसके लिये भी प्रयत्न कर रही है।
इस दौरान राज्यमंत्री श्री पाठक ने नासिक के श्री तुषार उद्योग के श्री तुषार पटवर्धन ने प्रश्न के उत्तर में कहा कि मध्यप्रदेश शासन प्रोजेक्ट के लिये यथा संभव सहयोग करेगी। तथा यदि वे आयुध उद्योगो में संयुक्त रुप से भागीदारी में आना चाहते है, तों उनके लिये विशेष सुबिधाएं दी जा सकती है। विक्रेता विकास कार्यक्रम के अंर्न्तगत निवेशको को उनके उद्योग स्थापित करने के लिये हर सहायता तथा सहूलियत देने के लिये हम कृतसंकल्प है।
सी.आई.आई. के अध्यक्ष तथा लार्सनटर्बो के हैवी इंन्जीनियरिग के उपाध्यक्ष मुकेश भार्गव ने आरभ में राज्यमंत्री संजय सत्येन्द्र पाठक के आयुध आधारित उद्योगो में दिये जाने वाले सहयोग की सराहना करते हुए कहा कि आयुध सेंक्टर में निवेश करना किसी भी निवेशक के लिये योग्य निर्णय होगा।
इसके बाद राज्यमंत्री संजय पाठक ने ड्रायटेक के प्रबंध संचालक योगेश शांह केमट्रोज इन्डस्ट्री प्रा. लि. के अध्यक्ष के प्रबंध संचालक नंन्दकुमार, पाल टेक्सटाइल महाराष्ट्र के प्रबंध संचालक श्री अहूजा तथा एटीस माईक्रोन्युट्रिडेस एग्रो लि. के राहुल मीर चंन्दानी ने उनके समस्याओं तथा उद्योग निवेश के संबंध में गहन चर्चा की ।
इस अवसर पर वी.एल कान्था राव, प्रमुख सचिव लघु व मध्यम एद्योंग विभाग, तथा सी. एस. धुर्वे, प्रबंध संचालक मध्यप्रदेश औद्योगिक केन्द्र विकास निगम जबलपुर उपस्थित थे ।
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