कटनी / दिल्ली से समाचार माध्यमों से आ रही जानकारी अनुसार पू्र्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का पार्थिव शरीर आज रात कृष्णा मेनन मार्ग स्थित उनके आवास पर ही रहेगा. शनिवार को तकरीबन सुबह 9 बजे उनके पार्थिव शरीर को बीजेपी मुख्यालय लाया जाएगा. तकरीबन 1.30 बजे अंतिम यात्रा निकाली जाएगी, जो बीजेपी दफ्तर से राजघाट के पीछे राष्ट्रीय स्मृति स्थल तक जाएगी. वहीं पर उनका अंतिम संस्कार किया जायेगा. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का गुरुवार को दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स)में निधन हो गया. वह 93 वर्ष के थे. उनका 11 जून से एम्स में इलाज चल रहा था. उन्हें एम्स में जीवन रक्षक प्रणाली (लाइफ सपोर्ट सिस्टम) पर रखा गया था. उनकी हालत बुधवार रात से ही काफी नाजुक बनी हुई थी. प्रधानमंत्री मोदी समेत देश के कई वरिष्ठ नेता और मंत्री भी वाजपेयी का हाल-चाल जानने एम्स पहुंचे थे. उनकी नाजुक हालत की खबर मिलते हीं देशभर में दुआओं का दौरा शुरू हो गया था. इससे पहले एम्स ने बयान जारी कर कहा था कि उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ है. वाजपेयी को 2014 में देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया था. वाजपेयी 3 बार प्रधानमंत्री रहे. वह पहली बार 1996 में प्रधानमंत्री बने और उनकी सरकार सिर्फ 13 दिनों तक ही चल पाई थी. 1998 में वह दूसरी बार प्रधानमंत्री बने, तब उनकी सरकार 13 महीनों तक चली थी. 1999 में वाजपेयी तीसरी बार प्रधानमंत्री बने और 5 सालों का कार्यकाल पूरा किया. जानकारी के मुताबिक अटल बिहारी वाजपेयी की इस 'अटल यात्रा' में शामिल होने के लिये पूरे देश से बीजेपी कार्यकर्ता पहुंच रहे हैं. कार्यक्रम के मुताबिक बीजेपी मुख्यालय से राजघाट तक 10 किलोमीटर की दूरी तय करेगी. इस यात्रा में प्रधानमंंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह सहित बीजेपी, कांग्रेस सहित कई पार्टियों के नेता शामिल हो सकते हैं.
कटनी / दिल्ली से समाचार माध्यमों से आ रही जानकारी अनुसार पू्र्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का पार्थिव शरीर आज रात कृष्णा मेनन मार्ग स्थित उनके आवास पर ही रहेगा. शनिवार को तकरीबन सुबह 9 बजे उनके पार्थिव शरीर को बीजेपी मुख्यालय लाया जाएगा. तकरीबन 1.30 बजे अंतिम यात्रा निकाली जाएगी, जो बीजेपी दफ्तर से राजघाट के पीछे राष्ट्रीय स्मृति स्थल तक जाएगी. वहीं पर उनका अंतिम संस्कार किया जायेगा. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का गुरुवार को दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स)में निधन हो गया. वह 93 वर्ष के थे. उनका 11 जून से एम्स में इलाज चल रहा था. उन्हें एम्स में जीवन रक्षक प्रणाली (लाइफ सपोर्ट सिस्टम) पर रखा गया था. उनकी हालत बुधवार रात से ही काफी नाजुक बनी हुई थी. प्रधानमंत्री मोदी समेत देश के कई वरिष्ठ नेता और मंत्री भी वाजपेयी का हाल-चाल जानने एम्स पहुंचे थे. उनकी नाजुक हालत की खबर मिलते हीं देशभर में दुआओं का दौरा शुरू हो गया था. इससे पहले एम्स ने बयान जारी कर कहा था कि उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ है. वाजपेयी को 2014 में देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया था. वाजपेयी 3 बार प्रधानमंत्री रहे. वह पहली बार 1996 में प्रधानमंत्री बने और उनकी सरकार सिर्फ 13 दिनों तक ही चल पाई थी. 1998 में वह दूसरी बार प्रधानमंत्री बने, तब उनकी सरकार 13 महीनों तक चली थी. 1999 में वाजपेयी तीसरी बार प्रधानमंत्री बने और 5 सालों का कार्यकाल पूरा किया. जानकारी के मुताबिक अटल बिहारी वाजपेयी की इस 'अटल यात्रा' में शामिल होने के लिये पूरे देश से बीजेपी कार्यकर्ता पहुंच रहे हैं. कार्यक्रम के मुताबिक बीजेपी मुख्यालय से राजघाट तक 10 किलोमीटर की दूरी तय करेगी. इस यात्रा में प्रधानमंंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह सहित बीजेपी, कांग्रेस सहित कई पार्टियों के नेता शामिल हो सकते हैं.
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