कटनी/ छात्रावासों, आश्रमों एवं शालाओं में विद्यार्थियों को नैतिक शिक्षा दी जाये। इस आशय की बात कलेक्टर विशेष गढपाले ने कलेक्टर सभाकक्ष में आयोजित छात्रावास अधीक्षकों एवं संबंधित विभाग के अधिकारियों की बैठक में कही। इस अवसर पर आदिम जाति कल्याण विभाग के जिला संयोजक अजीज सिद्दीकी, जिला शिक्षा केन्द्र के जिला परियोजना समन्वयक आर. एस. गौतम, शिक्षा विभाग के सहायक संचालक आर.एस. पटेल, महिला सशक्तिकरण अधिकारी सुश्री वनश्री कुरर्वेती शिक्षा, आदिवासी विभाग, सर्वशिक्षा विभागों के जिला एवं खंड स्तरीय अधिकारी एवं छात्रावासों आश्रमों के अधीक्षक उपस्थित थे।
कलेक्टर विशेष गढपाले ने कहा कि छात्रावासों, आश्रमों एवं शालाओं में बच्चों को नैतिक शिक्षा दी जाये। छात्रावासों में बच्चों को भरपेट अच्छा भोजन दिया जाये। भवन के आस-पास की सरकारी खाली जमीन को छात्रावास के नाम आवंटित कराने के लिए प्रस्ताव भेजें। छात्रावास आश्रमों में किचिन गार्डन बनाये। शौचालय बनाये, कमरों में मच्छरदानी लगवायें जिससे बीमारियों से बचाव हो सके। भवनों में लाईट, पंखा, दुरूस्थ करायें। जहां विद्युत कनेक्शन नही लगा है वहॅा मीटर लगवायें। उन्होंने कहा कि कन्या छात्रावासों में पुरूष कर्मचारी नही रहे। अधीक्षकों के परिवार के कोई सदस्य है, तो उन्हें भी अलग करें। छात्रावासों में गैस कनेक्शन भी लिया जाये। खाली पड़ी भूमि पर फलदार वृक्ष लगाये । कन्या छात्रावासों में खेल सामग्री रखें तथा बच्चों को खेल सिखावे, प्राथमिक उपचार की व्यवस्था करें। बीमारी पर तुरन्त डाक्टरों से इलाज करायें तथा अपने उच्च अधिकारियों को भी बतावें। बच्चों के आधार कार्ड एवं जाति प्रमाण-पत्र बनवाये। छात्रवृत्ति एवं गणवेश समय पर दिलवायें। अधीक्षक यदि शासकीय कार्य से कही जाते है, तो नोटिस बोर्ड पर जानकारी लिखें।
कलेक्टर ने कहा कि बच्चों को भविष्य में अच्छा नागरिक बनने की शिक्षा दी जाये। छात्रावास में बच्चों के पालकों को बुलाकर भी चर्चा की जाये। आपने कहा कि छात्रावासों में सभी आवश्यक व्यवस्थायें सुधारी जाये, शिकायत आने पर कठोर कार्यवाही की जाये।
शिक्षा विभाग के अधिकारी द्वारा बताया गया कि इन्स्पायर अवार्ड कार्यक्रम शासकीय शाला झिंझरी में 7,8 एवं 9 सितम्बर को आयोजित किया जायेगा। बच्चे अपने प्रोजेक्ट में शामिल कर सकते हैं।
बैठक में बताया गया कि कक्षा 8वीं एवं कक्षा 10वीं के विद्यार्थियों के छात्रवृत्ति के फार्म 15 सितम्बर 2016 तक भरे जायेंगे।
महिला सशक्तिकरण विभाग की जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी सुश्री वनश्री कुरवेती द्वारा बाल उत्पीडन अधिनियम के प्रावधानों की जानकारी दी गई।
आदिम जाति कल्याण विभाग के जिला संयोजक, जिला परियोजना समन्वयक तथा बैठक में उपस्थित विभागीय अधिकारियों द्वारा भी छात्रावास आश्रमों की व्यवस्थाओं की जानकारी दी गई।
कलेक्टर विशेष गढपाले ने कहा कि छात्रावासों, आश्रमों एवं शालाओं में बच्चों को नैतिक शिक्षा दी जाये। छात्रावासों में बच्चों को भरपेट अच्छा भोजन दिया जाये। भवन के आस-पास की सरकारी खाली जमीन को छात्रावास के नाम आवंटित कराने के लिए प्रस्ताव भेजें। छात्रावास आश्रमों में किचिन गार्डन बनाये। शौचालय बनाये, कमरों में मच्छरदानी लगवायें जिससे बीमारियों से बचाव हो सके। भवनों में लाईट, पंखा, दुरूस्थ करायें। जहां विद्युत कनेक्शन नही लगा है वहॅा मीटर लगवायें। उन्होंने कहा कि कन्या छात्रावासों में पुरूष कर्मचारी नही रहे। अधीक्षकों के परिवार के कोई सदस्य है, तो उन्हें भी अलग करें। छात्रावासों में गैस कनेक्शन भी लिया जाये। खाली पड़ी भूमि पर फलदार वृक्ष लगाये । कन्या छात्रावासों में खेल सामग्री रखें तथा बच्चों को खेल सिखावे, प्राथमिक उपचार की व्यवस्था करें। बीमारी पर तुरन्त डाक्टरों से इलाज करायें तथा अपने उच्च अधिकारियों को भी बतावें। बच्चों के आधार कार्ड एवं जाति प्रमाण-पत्र बनवाये। छात्रवृत्ति एवं गणवेश समय पर दिलवायें। अधीक्षक यदि शासकीय कार्य से कही जाते है, तो नोटिस बोर्ड पर जानकारी लिखें।
कलेक्टर ने कहा कि बच्चों को भविष्य में अच्छा नागरिक बनने की शिक्षा दी जाये। छात्रावास में बच्चों के पालकों को बुलाकर भी चर्चा की जाये। आपने कहा कि छात्रावासों में सभी आवश्यक व्यवस्थायें सुधारी जाये, शिकायत आने पर कठोर कार्यवाही की जाये।
शिक्षा विभाग के अधिकारी द्वारा बताया गया कि इन्स्पायर अवार्ड कार्यक्रम शासकीय शाला झिंझरी में 7,8 एवं 9 सितम्बर को आयोजित किया जायेगा। बच्चे अपने प्रोजेक्ट में शामिल कर सकते हैं।
बैठक में बताया गया कि कक्षा 8वीं एवं कक्षा 10वीं के विद्यार्थियों के छात्रवृत्ति के फार्म 15 सितम्बर 2016 तक भरे जायेंगे।
महिला सशक्तिकरण विभाग की जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी सुश्री वनश्री कुरवेती द्वारा बाल उत्पीडन अधिनियम के प्रावधानों की जानकारी दी गई।
आदिम जाति कल्याण विभाग के जिला संयोजक, जिला परियोजना समन्वयक तथा बैठक में उपस्थित विभागीय अधिकारियों द्वारा भी छात्रावास आश्रमों की व्यवस्थाओं की जानकारी दी गई।
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